शुक्रवार, 18 जनवरी 2013

छोटे उद्यमियों को भी बड़े निवेशकों की तरह मिलेंगी सुविधायें- चौहान


छोटे उद्यमियों को भी बड़े निवेशकों की तरह मिलेंगी सुविधायें- चौहान

(राजीव सक्सेना)

ग्वालियर (साई)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा प्रदेश में बढ़े- बढ़े निवेशकों व उद्योगपतियों की तरह छोटे- छोटे उद्यमियों की भी बराबरी की अहमियत है। प्रदेश सरकार छोटे उद्योगों के लिये भी बढ़े उद्योगों के समान हर तरह की सुविधायें मुहैया कराएगी। चौहान गुरूवार को ग्वालियर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन देने के मकसद से आयोजित हुए प्रदेश के पहले क्षेत्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
यहाँ ग्वालियर व्यापार मेला परिसर स्थित कला मंदिर में आयोजित हुए क्षेत्रीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में टाटा, बिरला एवं अंबानी जैसे उद्योगपति क्यों नहीं पैदा हो सकते। प्रदेश में इस तरह से औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे यहाँ भी बड़े-बड़े उद्योगपति उभरकर सामने आयें। चौहान ने इस मौके पर दृढ़संकल्प होकर त्रिवाचा भरी कि मध्यप्रदेश से भी बड़े-बड़े उद्योगपति ‘‘निकालूँगा-निकालूँगा-निकालूँगा’’। साथ ही कहा कि मध्यप्रदेश बीमारू राज्य से ऊपर उठकर औद्योगिक निवेश के लिहाज से सम्पूर्ण देश में पाँचवे स्थान पर पहुँच गया है। हम सभी मिलजुलकर मध्यप्रदेश को देश का नंबर-वन प्रदेश बनायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में निवेश को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इसी कड़ी में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये क्षेत्रीय सम्मेलनों की श्रृंखला शुरू की गई है। जिसके तहत ग्वालियर में पहला सम्मेलन आयोजित कर ग्वालियर-चंबल अंचल के लघु उद्यमियों को बुलाया गया है। उन्होंने कहा युवा उद्यमियों को प्रदेश सरकार 25 लाख रूपए लागत के स्वरोजगार स्थापित करने पर शत-प्रतिशत ऋण गारंटी देगी। साथ ही रोजगार स्थापना के प्रारंभिक पाँच वर्ष तक पाँच प्रतिशत ब्याज अनुदान भी सरकार द्वारा युवा उद्यमियों को दिया जायेगा। इसी तरह 50 हजार रूपए लागत के लघु उद्योग पर 20 प्रतिशत मार्जिन मनी व ऋण गारंटी भी सरकार देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में केवल विनिर्माण उद्योगों को ही नहीं अपितु सेवा एवं व्यवसाय क्षेत्र से जुड़े उद्योगों मसलन अस्पताल, शिक्षा, वेयरहाउसिंग आदि को भी विशेष बढ़ावा दिया जा रहा है। चौहान ने कहा कि गाँव-गाँव तक उद्योगों की श्रृंखला बने, इसके लिये राज्य सरकार ने गाँवों को भी 24 घण्टे बिजली देने की क्रांतिकारी पहल की है। इस दिशा में फीडर सेप्रेशन का काम युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने कहा कृषि को दिये गये प्रोत्साहन की बदौलत हमारे प्रदेश की कृषि विकास दर 18.91 प्रतिशत पहुँच गई है, जो पूरे देश में अग्रणी है। मध्यप्रदेश अब सकल उत्पादन एवं प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में भी पूरे देश में पहले पायदान पर है। चौहान ने कहा कि पहले जहाँ मात्र 7 लाख हैक्टेयर रकबे में सिंचाई होती थी, जो पिछले साल बढ़कर 21 लाख हैक्टेयर हो गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि इस साल 24 लाख हैक्टेयर तक सिंचाई का रकबा पहुँचे।
स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय स्तर के कृषि कर्मण पुरस्कार के लिये बधाई दी। साथ ही विश्वास व्यक्त किया कि कृषि की भाँति प्रदेश में लघु और मध्यम उद्योगों को भी पर्याप्त बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्वालियर अंचल में भी औद्योगिक विकास की गति तेज होगी। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विष्णु कुमार गर्ग ने ग्वालियर-चंबल अंचल में लघु उद्यमियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्वालियर में क्षेत्रीय एमएसएमई सम्मेलन आयोजित करने के लिये मुख्यमंत्री को साधुवाद दिया। साथ ही उद्यमियों की ओर से माँगे भी रखीं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के दास ने विषय की प्रस्तावना रखी और प्रदेश की उद्योग मित्र नीति के तहत हो रहे निवेश के प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला। आरंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर क्षेत्रीय एमएसएमई सम्मेलन का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के अंत में उद्योग आयुक्त टी धर्माराव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन चेम्बर ऑफ कॉमर्स के मानसेवी सचिव भूपेन्द्र जैन ने किया। 

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