रविवार, 7 अप्रैल 2013

क्या नशे के आदी हैं जनसंपर्क के मुलाजिम!

क्या नशे के आदी हैं जनसंपर्क के मुलाजिम!

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। राज्य शासन द्वारा बीमारों को चौबीसों घंटे निशुल्क सहायता उपलब्ध कराने के लिए 108 नंबर पर टोल फ्री नंबर आरंभ किया गया है। भाजपा विधायकों ने इस अवसर पर इस नंबर के ज्यादा से ज्यादा प्रसार की अपील की है। दुख का विषय तो यह है कि प्रदेश सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए पाबंद जनसंपर्क विभाग अपनी विज्ञप्ति में 108 के बजाए 109 नंबर इसके लिए बता रहा है।
राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जीवीके ईएमआरआई के माध्यम से संजीवनी १०८ एंबुलेंस सेवा का विस्तार अब प्रदेश के सभी जिलों में कर दिया गया है। इस संजीवनी १०८ एम्बुलेंस सेवा द्वारा पुलिस, चिकित्सकीय एवं अग्नि संबंधी आपात परिस्थितियों में नागरिकों को २४ घंटे निरूशुल्क सहायता उपलब्ध कराई जाती है। राश्य विकास दिवस के मौके पर ६ अप्रैल को जिला चिकित्सालय में आयोजित एक कार्यक्रम में शासन द्वारा जिले को उपलब्ध कराये गये ९ संजीवनी १०८ एम्बुलेंस आकस्मिक सेवा वाहनों का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ/लोकार्पण किया गया।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सिवनी की विधायिका श्रीमती नीता पटेरिया ने कहा कि सरकार द्वारा इस सेवा का जिलों में भी विस्तार निःसंदेह सराहनीय है। किसी भी आपातकालीन स्थिति में टोल फ्री नंबर १०८ कॉल करने पर अगले १५ से २५ मिनिट के भीतर संजीवनी एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध हो जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जनता को स्वास्थ्य उपचार की त्वरित सेवा दिलाने के लिये प्रारंभ की गई इस एम्बुलेंस सेवा से किसी आपात स्थिति में लोगों की जान बचाने मदद मिलेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाकौशल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेश दिवाकर ने कहा कि आपात स्थिति कभी भी, कहीं भी हो सकती है। नागरिकगण किसी आपात स्थिति में कतई न घबरायें, बस टोल फ्री नंबर १०८ याद रखें, सबसे पहले इस नंबर पर कॉल करें, बहुत ही अल्प समय में यह एम्बुलेंस आपके पास उपलब्ध हो जायेगी। उन्होंने एम्बुलेंस सेवा मेनेजमेन्ट से कहा कि वे सभी संजीवनी एम्बुलेंस वाहनों में उपलब्ध चिकित्सा सेवायें हर वक्त तैयार रखें और कोई भी कॉल आने पर तत्परता से मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस संजीवनी एम्बुलेंस के माध्यम से सरकार द्वारा जिले के नागरिकों को एक अत्यन्त महत्वपूर्ण सेवा प्रदाय कर दी गई है। नागरिकगण इसका लाभ उठायें।
बरघाट विधायक कमल मर्सकोले ने कहा कि सरकार ने नागरिकों की अपेक्षाओं को पूरा करते हुए इस सेवा का विस्तार अब जिलों में भी कर दिया है। इस एम्बुलेंस सेवा और इसके टोल फ्री नंबर १०८ का गांव-गांव तक व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिये।      
प्रभारी कलेक्टर एवं सीईओ. जिला पंचायत श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि आज से ९ संजीवनी १०८ एम्बुलेंस सेवा वाहनों का शुभारंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिले के भौगोलिक क्षेत्रफल के हिसाब से ९ एम्बुलेंस वाहन कम हैं, जिले को और अधिक एम्बुलेंस वाहन मुहैया कराने के लिये शासन स्तर से प्रयास किये जायेंगे। जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने कहा कि १०९ टोल फ्री नंबर का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार होना चाहिये। ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति इसका लाभ उठा सकें। यहां यह उल्लेखनीय है कि 109 नंबर पर फोन लगाने पर ना तो घंटी जाती है और ना ही कोई रिस्पांस ही मिल रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वाय.एस. ठाकुर ने इस मौके पर बताया कि इन ९ एम्बुलेंस वाहनों को जिले के प्रत्येक तहसील मुख्यालय में एक निर्धारित स्थान पर रखा जायेगा। संजीवनी १०८ एम्बुलेंस की सेवायें प्राप्त करने के लिये कोई भी नागरिक टोल फ्री नंबर १०८ पर मोबाइल या लैंडलाईन किसी से भी कॉल कर किसी भी समय इस सुविधा का लाभ उठा सकते है। यह टोल फ्री नंबर १०८ बिना किसी कोड के लगाया जा सकता है। यह सुविधा पूरी तरह निरूशुल्क है और किसी भी आपातकालीन स्थिति में १०८ नंबर पर कॉल कर वांछित सेवा बिना कोई शुल्क दिये प्राप्त की जा सकती है।
संजीवनी १०८ एक्सप्रेस एम्बुलेंस वाहन सेवा के जिला प्रबंधक डॉ. अनीस कुरील ने बताया कि टोल फ्री नंबर १०८ डायल करने पर नगरीय क्षेत्र में १५ मिनिट के भीतर और ग्रामीण क्षेत्र में २५ मिनिट के भीतर यह एक्सप्रेस एम्बुलेंस सेवा मौके पर पहुंच जायेगी।
संजीवनी एक्सप्रेस सेवा वाहन के लोकार्पण के मौके पर भाजपा जिला महामंत्री संतोष नगपुरे, सिविल सर्जन डॉ. सोनी, डॉ. पटेरिया, डॉ नेमा, डॉ. सूर्यवंशी, डॉ. ओगारे व अन्य डाक्टर्स भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में अंत डॉ. हर्षवर्धन जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया गया।
0 ये सुविधायें होगी संजीवनी १०८ एम्बुलेंस सेवा वाहनों में
जिले में संचालित सभी संजीवनी १०८ एम्बुलेंस सेवा वाहनों में जीवन रक्षक उपकरणों में पल्स आक्सीमीटर, निबोलाईजर, सक्शन मशीन, हेड इमोवेलाईजर, सरवाईकल कॉलर, रस्सा, एस्ट्रीकेशन किट, जीवन रक्षक दवायें (इमरजेंसी ड्रग्स), एक आक्सीजन सिलेंडर, २४ घंटे मेडिकल टेक्निशियन एवं एक पायलट की सतत सुविधायें उपलब्ध रहेंगी।
0 इन आपातकालीन परिस्थतियों में ले सकते हैं १०८ एम्बुलेंस सेवा का लाभ
विभिन्न प्रकार की आपातकालीन परिस्थितियों जैसे सडक हादसा, गंभीर चोट, हृदय रोग, तेज पेट दर्द, आत्महत्या/ आत्मघात, एलघ्जक रिएक्शन, नवजात संबंधी समसया, जानवरों द्वारा काटा जाना, सर्पदंश, बाल रोग, मानसिक अवसाद, विषाक्तता, फड पॉयजङ्क्षनग, गर्भावस्था, प्राकृतिक आपदायें, स्वास्थ्य संबंधित बीमारियां, मौसमी बीमारियां, लकवा, मिर्गी/मधुमेह का दौरा, बेहोशी, बुखार, इन्फेक्शन, आग से जलना, पानी में डूब जाना व अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं में इन संजीवनी १०८ एम्बुलेंस सेवा वाहनों का लाभ लिया जा सकता है।                                                                                                
जब यह विज्ञप्ति मीडिया के पास प्रकाशन के लिए भेजी गई तो मीडिया में इस बात की चर्चाएं होने लगीं कि क्या जनसंपर्क विभाग नशे का आदी है, जो कि विज्ञप्ति जारी करने के पहले उसे ना तो पढ़ता है और ना ही चेक करता है। जनता के करों से संग्रहित राजस्व से पगार पाने वाले सरकारी नुमाईंदों को अब सब तरह से गफलत करने की छूट संभवतः एक उच्चाधिकारी द्वारा दी गई है।

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