गुरुवार, 5 जनवरी 2012

कोहरे ने ढाई कयामत!


कोहरे ने ढाई कयामत!



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। घने कोहरे से क्षेत्र में सड़क, रेल और हवाई यातायात बाधित है। दिल्ली में आज सुबह न्यूनतम तापमान लगभग आठ डिग्री सेल्सियस था और घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के वजह से राजधानी में हवाई और ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। इसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार रनवे पर दृष्यता सीमा लगभग ५० मीटर रही और खराब दृष्यता की वजह से कुछ उड़ाने देर से शुरू हुई। कोहरे की वजह से दो दर्जन से ज्यादा रेलगाड़िया देर से चल रही है। उत्त्र रेलवे ने कोहरे को देखते हुए पहले ही २० गाड़ियों का परिचालन इस महीने के अंत तक रद्द कर दिया है।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी कोहरे के कारण सामान्य जीवन पर असर पड़ा है। इन क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि कोहरे के कारण पंजाब और हरियाणा से गुजरने वाली कई रेलगाड़ियां घंटों देरी से चल रही हैं। जम्मू-कश्मीर में कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री सेल्शियस नीचे बना हुआ है।
कोहरे के चलते दिल्ली समेत समूचे एनसीआर क्षेत्र में वाहनों की रफ्तार थम गई है। वहीं कोहरे की वजह से बुधवार रात हुए एक सड़क हादसे में एक बाइक सवार की मौत हो गई। बुधवार रात करीब नौ बजे से ही दिल्ली पर कोहरे की चादर छाने लगी थी जो सुबह होने तक काफी मोटी हो गई। सुबह सात बजे तक सड़क पर लगभग पचास मीटर की दूरी तक ही दिखाई दे रहा था। इसके चलते वाहनों की रफ्तार में काफी कमी आई।
कोहरे का असर न सिर्फ सड़क मार्ग पर वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगने में दिखाई दिया बल्कि इसकी वजह से रेल और हवाई यातायात भी बाधित रहा। कई ट्रेन अपने तय समय से काफी पीछे चल रही हैं। वहीं ठंड और कोहरे के बीच रेलवे स्टेशनों पर यात्री बेहाल हैं। हवाई यात्रा करने वाले भी एयरलाइन के रद्द होने या फिर उसके देरी से आने से परेशान हो रहे हैं। सुबह करीब आठ बजे रनवे पर विजिबिलिटी कुछ सौ मीटर की थी। जिसके चलते कई हवाई जहाजों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
वहीं मौसम विभाग ने कोहरे समेत समूचे उत्तार भारत में ठंड और अधिक बढ़ने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के मुताबिक कुछ घंटों के भीतर दिल्ली समेत एनसीआर क्षेत्र में बारिश भी हो सकती है। ऐसे में लोगों की मुसीबतें बढ़ने के पूरे आसार हैं। उत्तर भारत में बुधवार को शीतलहर का कहर बढ़ने और घने कोहरे के कारण अधिकांश क्षेत्रों में जनजीवन प्रभावित रहा। हिमाचल प्रदेश में मनाली रोहतांग मार्ग पर भारी हिमपात के कारण 200 पर्यटक फंस गए।
हिमाचल प्रदेश के इस क्षेत्र में स्थानीय प्रशासन की ओर से चलाए गए राहत एवं बचाव कार्य के बावजूद इलाके में 50 पर्यटक फंसे हुए हैं। सर्दी के कारण गुलमर्ग में प्रकृति की अनोखी छटा देखने को मिली। साथ ही इलाके में कई इलाकों में 15 दिन के अंतराल के बाद हिमपात हुआ। कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास सदना टॉप के पास पांच इंच तक बर्फ गिरी।
इसके अलावा बारामुला, कुपवाड़ा के अन्य इलाकों तथा दक्षिणी कश्मीर में अनंतनाग, पुलवामा, सोपियां और कुलगाम जिले में हिमपात हुआ। जवाहर सुरंग के आसपास भी हल्का हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में वर्षा और हिमपात का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह धूप खिली लेकिन इसके बावजूद ठंड जारी रही। शहर का न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम का सामान्य तापमान है। आज सुबह शहर के उपर कोहरे का आवरण था। मौसम विभाग के अनुसार आज सुबह शहर में दृश्यता का स्तर 500 मीटर था।
कश्मीर घाटी में भी शीत लहर का कहर जारी रहा। घाटी में न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से कई डिग्री नीचे बना रहा। मौसम विभाग ने बताया कि श्रीनगर का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, कल यह शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
दक्षिणी कश्मीर के रिसोर्ट पहलगाम में तापमान शून्य से 3.2 डिग्री नीचे जबकि उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.2 डिग्री नीचे सेल्सियस रहा। लद्दाख के सुदूरवर्ती लेह कस्बे में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि कारगिल के पास रात का तापमान शून्य से नीचे 13.4 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुमान से अगले तीन दिनों में बारिश और बर्फबारी से घाटी में एक माह से चल रहे शुष्क मौसम का अंत होने की संभावना है लेकिन क्षेत्र में शीतलहर का दौर जारी रहेगा।
मौसम विभाग ने बारिश और हिमपात की वजह से एहतियात के तौर पर भूस्खलन और पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवाई यातायात के बाधित होने की चेतावनी दी है। राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान में मामूली बढ़ोतरी देखी गई। मौसम विभाग ने कहा कि सीकर का न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि चुरू और वनस्थली में रात का तापमान क्रमशरू 5.1 डिग्री और 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बीकानेर में न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रहा। पंजाब और हरियाणा तथा चंडीगढ़ के कई हिस्सों में घना कोहरा छाने के कारण आज जनजीवन प्रभावित हुआ। इन जगहों पर कड़ाके की ठंड का असर जारी रहा। अमृतसर 3.4 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम तापमान के साथ दोनों राज्यों में सबसे ठंडा स्थान रहा। लुधियाना में रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोलकाता में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू जिले में मनाली के निकट गुलाबा में भारी हिमपात के कारण फंसे सैंकड़ों पर्यटकों को कल रात निकाल लिया गया। हमारी शिमला संवाददाता ने खबर दी है कि सभी पर्यटकों को मनाली लाया गया है और अब वे   सुरक्षित हैं। इस बीच क्षेत्र में हिमपात जारी है। सरकारी प्रवक्ता ने पर्यटकों को दूरदराज के क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है क्योंकि अगले तीन दिनों में भारी हिमपात होने की आशंका है।
जयपुर से साई ब्यूरो ने बताया कि प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठण्ड से जन जीवन प्रभावित हो रहा है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के बावजूद लोगों को सर्दी से राहत नहीं मिल पा रही है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज माउंट आबू में 2 दशमलव 6 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। सीकर से साई संवाददाता ने बताया कि तेज सर्दी के कारण जिले में जन-जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। इसके अलावा चूरू में 5 दशमलव 1, वनस्थली और पिलानी 5 दशमलव 3, एरनपुरा रोड में 6 दशमलव 2, सवाईमाधोपुर में 7 डिग्री सैल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। राजधानी जयपुर में आज लोगों को सर्दी से थोड़ी राहत मिली और तीन दिनों बाद दिन में धूप खिली रही।
उधर लखनऊ स्थित साई ब्यूरो से रश्मि सिन्हा ने खबर दी है कि प्रदेश में चल रही कड़ाके की ठंड से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह घना कोहरा छाये रहने से आवागमन बाधित रहा। लखनऊ में ठंड से बचने के लिए नगर निगम द्वारा जगह-जगह रैन बसेरा बनाया गया है। मुजफ्फरनगर स्थित साई ब्यूरो ने बताया कि जिले में ठंड के कारण आठवी तक के सभी स्कूल आगामी आठ जनवरी तक के लिए बन्द कर दिये गये हैं। यहॉ का विनिमम तापमान छः डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। 
उधर शिमला स्थित साई ब्यूरो का कहना है कि कुल्लू जिला के मनाली और आसपास के क्षेत्रों में भारी बर्फबारी के चलते गुलाबा व मढी के पास फंसे लगभग एक सौ पर्यटकों को सुरक्षित निकाल दिया गया है। कुल्लू स्थित साई संवाददाता के अनुसार अचानक हुई तेज बर्फबारी में ये पर्यटक गुलाबा तथा मढी क्षेत्रों में फंसे हुए थे। कल शाम सूचना मिलते ही प्रशासन ने पर्यटकों को निकालने के लिए स्नो स्कूटरों का इंतजाम किया और देर रात तक सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया।
इस बीच प्रदेश में बीते रोज से मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी तथा निचले क्षेत्रों में वर्षा से राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीती रात राजधानी शिमला, चायल, कुफरी, मनाली और नारकंडा सहित कई अन्य स्थानों पर बर्फबारी हुई। इस बर्फबारी से शिमला-रामपुर सड़क पर नारकंडा और ठियोग-हाटकोटी सड़क पर खड़ा पत्थर के पास यातायात अवरुद्ध हो गया है।
इन दोनों स्थानों पर बीती रात लगभग आधा फुट हिमपात हुआ। कुफरी में भी बर्फबारी के बाद सड़क पर फिसलन की समस्या आने से यातायात में बाधा आ रही है। रामपुर और किन्नौर के लिये फिलहाल किंगल होकर यातायात चलाया जा रहा है। शिमला सहित राज्य के अधिकांश पर्यटक स्थलों पर बीती रात हुए हिमपात के बाद प्रदेश में पर्यटकों की आमद बढ़ने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने आगामी आठ जनवरी तक राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात और वर्षा की सम्भावना जताई है। ये बर्फबारी फसलों और फलों के लिये भी काफी अच्छी मानी जा रही है।

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