रविवार, 10 जून 2012

एनआरएचएम में बीस निलंबित


एनआरएचएम में बीस निलंबित

(दीपांकर श्रीवास्तव)

लखनऊ (साई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के दस हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के गबन की सीबीआई जांच में नाम आने के बाद बीस वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने बताया कि निलंबित व्यक्तियों में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी रैंक के अफसर शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य महानिदेशक से लिपिक वर्ग के दो कर्मचारियों को भी निलंबित करने को कहा गया है। श्री हसन ने बताया कि राज्य सरकार ने सीबीआई रिपोर्ट पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि उत्तर प्रदेश सरकार अगले सप्ताह उन डॉक्टरों पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने वाली है जिनके नाम जांच में सामने आए हैं।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के कथित घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने इस घोटाले में कथित रूप से शामिल कई वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन शुरू करने की अनुमति राज्य सरकार से मांगी है। इनमें से पच्चीस लखनऊ जिले में हुए घोटाले में शामिल बताये जाते हैं।
निलंबित चिकित्सा अधिकारियों में १४ महिला चिकित्सा अधीक्षक शामिल हैं। राज्य सरकार ने निलंबित चिकित्सा अधिकारियों के विरुद्ध विभागी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में तीन प्रशासनिक कर्मियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है। घोटाले को लेकर लखनऊ के तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए.के. शुक्ला और प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर इन्द्रजीत यादव को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।

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