शनिवार, 16 जून 2012

मैक्सिको आएंगे मनमोहन

मैक्सिको आएंगे मनमोहन

(ब्यूरो)

लॉस काबोस (साई)। प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह मैक्सिको के लॉस काबोस में पैसिफिक रिसॉर्ट में जी-२० शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे । पीएम आज मैक्सिको और ब्राजील की एक सप्ताह की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। बाद में डा. सिंह सतत विकास के बारे में रियो प्लस ट्वंटी सम्मेलन में शामिल होंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह मेैक्सिको के राष्ट्रपति फिलिप केलड्रॉन, जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के साथ अलग अलग बैठक करेंगे। डा. सिंह जी-२० सम्मेलन के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांक्वा ओलांद से भी मुलाकात करेंगे।
यूरोजोन संकट की पृष्ठभूमि में हो रहे इस  शिखर सम्मेलन में वित्तीय प्रणाली को मजबूत बनाने तथा समावेशी आर्थिक विकास के उपायों पर चर्चा होगी। श्री अकबरउद्दीन ने कहा कि मेजबान देश मैक्सिकों ने पांच मुख्य विषय तय किये हैं जिन पर जी-२० देशों के नेता विचार-विमर्श करेंगे।
इस संबंध में कुछ बातें प्रमुखता से सामने आ रही हैं। पहली बात है विकास और रोजगार के आधार को मजबूत करने के लिये आर्थिक स्थिरता और सरंचनात्मक सुधार लाना, दूसरी आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने के लिए वित्तीय प्रणाली और समावेशी वित्त को मजबूत करना है।
तीसरा है कि सभी देशों को एक साथ जोड़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय योजना तैयार करना, चौथा खाद्य सुरक्षा और कीमतों के उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करना और पांचवां जलवायु परिवर्तन की चुनौती का मुकाबला करना तथा पर्यावरण के अनुकूल सतत विकास को बढ़ावा देना है।उन्होंने बताया कि रियो सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नेपाल के प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई, श्रीलंका के राष्ट्रपति महेंदा राजपक्षे से भी मिलेंगें। डाक्टर मनमोहन सिंह ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति लुला द सिल्वा से भी मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अब तक की सभी जी-२० शिखर परिषदों में हिस्सा लिया है। अर्थशास्त्री से प्रधानमंत्री बने डॉ. मनमोहन सिंह की सलाह ऐसे वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण बनी रहेगी। विश्व के अनेक देश इस वक्त आर्थिक विकास में धीमापन का सामना कर रहे हैं तब डॉ. सिंह जी-२० के नेताओं को वर्तमान आर्थिक अस्थिरता को ठीक करने के कदम उठाने और खुला व्यापार, नौकरियां और आर्थिक विकास द्वारा गणतंत्र को गति देने के लिये ठोस कदम उठाने का अनुरोध भी कर सकते हैं।

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