मंगलवार, 11 सितंबर 2012

राष्ट्र चिन्ह का अपमान करती भारतीय रेल


राष्ट्र चिन्ह का अपमान करती भारतीय रेल

(विपिन सिंह राजपूत)

नई दिल्ली (साई)। एक तरफ तो देश की संसद के कार्टून को बनाने के चलते काटूनिस्ट असीम त्रिवेदी को हवालात में बंद कर दिया गया वहीं दूसरी ओर भारतीय रेल में सालों से तीन शेर वाले राष्ट्र चिन्ह का अपमान सरेआम किया जा रहा है। सोशल नेटवर्किंग वेब साईट फेसबुक पर उक्ताशय के अनेक अपडेट पट गए हैं।
इन अपडेट्स में भारतीय रेल के टायलेट पेपर पर भारतीय रेल के मोनो में इंजन के आगे तीन शेर की आकृति बनी हुई दिखाई जा रही है। अमूमन वातानुकूलित श्रेणी के शौचालयों के कमोट में टायलेट पेपर का उपयोग किया जाता है। इसमें भारतीय रेल के मोनो वाले टायलेट पेपर का होना आम बात ही मानी जाती है।
कहा जा रहा है कि इस बारीकी पर किसी की अब तक नजर नहीं जा पाई थी। लोगों का तो यह भी कहना है कि सालों से लोग अपनी गंदगी साफ कर इस टायलेट पेपर को कमोट के जरिए बहाते आए हैं, उस समय क्या राष्ट्र का अपमान नहीं हुआ। अगर असीम पर कार्यवाही करना है तो इसके साथ ही साथ अब तक के रेल मंत्रियों और इस पेपर को छापने का आदेश देने वाले और छापने वाले के खिलाफ भी राष्ट्रद्रोह का मामला चलाया जाना चाहिए।

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