मंगलवार, 2 अक्तूबर 2012

कमल नाथ की माला जप रहे शिव के गण!


कमल नाथ की माला जप रहे शिव के गण!

(ए.पी.सिंह)

शिवपुरी (साई)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्थानीय शासन विकास मंत्री बाबूलाल गौर खनिज मंत्री राजेंद्र शुक्ल आदि के बाद अब के.एल.अग्रवाल भी कांग्रेस के मध्य प्रदेश कोटे से केंद्र में मंत्री बने कमल नाथ के गुणगान करते नजर आ रहे हैं।
जिले के प्रभारी मंत्री अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विकास के झूठे मसीहा हैं। क्षेत्र के विकास के लिए जो कुछ केंद्र से मिल रहा है, वो तो रूटीन है। यदि वे वास्तव में ही अपने क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं तो 10-20 करोड़ का अतिरिक्त पैकेज लेकर आते, जिस तरह कमलनाथ अपने क्षेत्र में ले आते हैं। प्रभारी मंत्री ने यह बात आरएपीडीआरपी योजना के तहत विवेकानंद कॉलोनी फीडर के लोकार्पण अवसर पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रोटोकॉल के उल्लंघन की शुरुआत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ही की है। वे अभी गुना जिले के हरीपुर गांव में फुटवियर का भूमिपूजन कर आए। वहां की शिलापट्टिका में मेरा नाम नहीं है। गुना में नवोदय विद्यालय मैंने तब स्वीकृत कराया जब मुरली मनोहर जोशी मंत्री थे। नवोदय विद्यालय के भूमिपूजन की शिलापट्टिका में मेरा नाम नहीं है, जबकि लोकार्पण पट्टिका में है। मैं कोई बदला नहीं ले रहा हूं, बल्कि बता रहा हूं कि इसकी शुरुआत तो कांग्रेस व श्री सिंधिया ने ही की है।
प्रोटोकॉल की परिभाषा बताते हुए प्रभारी मंत्री केएल अग्रवाल ने कहा कि यदि कोई कार्ड छपता तो उसमें सांसद व विधायक को आमंत्रण पत्र भेजा जाता। उन्हें बैठने के लिए कुर्सी दी जाती, लेकिन शिलापट्टिका में उनका नाम हो, यह जरूरी नहीं है। यदि सिंधिया चाहें तो मुझसे प्रोटोकॉल पर सीधी बहस कर सकते हैं।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना का कोई भी गांव बता दें, जहां विकास किया गया हो। सिर्फ कांग्रेसियों से चिल्लाने व पेपरों में छपवाने से कोई विकास का मसीहा नहीं बनता। यदि वे क्षेत्र के लिए कुछ करना चाहते हैं तो संसदीय क्षेत्र के लिए 10-20 करोड़ के अतिरिक्त कोई काम लाते। जैसे कमलनाथ लेकर जाते हैं।

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