गुरुवार, 4 अप्रैल 2013

उद्योगपतियों से रूबरू हुए राहुल


उद्योगपतियों से रूबरू हुए राहुल

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज उद्योगपतियों से रूबरू हुए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपतियों से अनुरोध किया है कि वे अपने आर्थिक दृष्टिकोण को वित्तीय चिंताओं से आगे ले जाएं और आर्थिक विकास के सरकार के प्रयासों में सहयोग करें।
आज नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ की वार्षिक आम बैठक में प्रमुख उद्योगपतियों को कांग्रेस उपाध्यक्ष के रूप में पहली बार सम्बोधित करते हुए श्री राहुल गांधी ने कहा कि उद्योगों को अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अल्पसंख्यकों, दलितों और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे आर्थिक दृष्टिकोण में पैसे से आगे बढ़कर, करूणा का स्थान होना चाहिए। देश की समृद्धि के लिए वंचितों को भी विकास के फायदों में शामिल करना जरूरी है। अगर उन्हें साथ में नहीं लेतें, तो हम सभी प्रभावित होंगे। भारत तभी आगे बढ़ सकता है, जब सभी को साथ लेकर चले। समावेशी विकास का लाभ सभी के लिए होना चाहिए, चाहे वे इस कमरे में बैठे लोग हों या इससे बाहर बैठे लोग।
राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए सरकार अधिकारों पर आधारित बुनियादी ढांचा तैयार कर रही है ताकि गरीबों और दलितों को न्यूनतम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें और उन्हें शिक्षित किया जा सके। श्री राहुल गांधी ने कहा कि बाधाएं डालने की राजनीतिक व्यवस्था के कारण भारत अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
उन्होंने विकास प्रक्रिया से लोगों को अलग रखने के खिलाफ आगाह किया। श्री राहुल गांधी ने कहा कि यूपीए के तहत देश ने तेजी से विकास किया है, क्योंकि उसने समुदायों के बीच तनाव बहुत कम किया है और आर्थिक वृद्धि को समावेशी बनाया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि समुदायों को बांटने की राजनीति से देश का विकास प्रभावित होता है। श्री राहुल गांधी ने उनके प्रधानमंत्री बनने और उनके विवाह के बारे में मीडिया की अटकलों को काल्पनिक बताया। 

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