मंगलवार, 20 दिसंबर 2011

ठंड और कोहरे का कहर: उत्तर भारत में जनजीवन अस्त व्यस्त


ठंड और कोहरे का कहर: उत्तर भारत में जनजीवन अस्त व्यस्त



(धीरेंद्र श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। घने कोहरे और गिरते तापमान के कारण उत्तर भारत के कई स्थानों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में कड़ाके की ठंड से पिछले २४ घंटों में २० और लोगों की मौत हो गई। ठंड से मरने वालों की संख्या ८४ हो गई है। दिल्ली में भी घना कोहरा छाया रहा। कुछ स्थानों पर दृश्यता का स्तर शून्य रहा। कोहरे के कारण रेल और विमान सेवाओं पर असर पड़ा है। भारतीय मौसम विभाग के सूत्रोंने कहा है कि आने वाले दिनों में कोहरे से लोगों को राहत नहीं मिलेगी। अगले कम से कम दो दिन और पंजाब, हरियाणा, एनसीआर देहली, यूपी, बिहार में घना कोहरा देखने को मिलेगा।
बिहार में पिछले २४ घंटों में ३४ लोगों की मौत हो गई है। रोहतास जिले में दस, नालंदा में सात और पूर्वी चम्पारन में चार लोगों की मौत हुई है। पंजाब में नौ लोगों की मौत हो गई है। कश्मीर घाटी में भी जबर्दस्त ठंड पड़ रही है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि कई स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है।
कश्मीर घाटी में ठंड के चरम दिन पारंपरकि तौर पर २१ दिसंबर के चिल्लई कलान के आगमन से आरंभ होते हैं। परंतु इस वर्ष पहले ही घाटी को लोग सख्त ठंड से ठिठुर रहे हैं। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से लगातार तीन या चार डिग्री कम चल रहा है, जबकि गुलमर्ग या पहलगांव जैसे पर्यटन स्थलों पर शुन्य से सात डिग्री नीचे चला गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान वर्षा और हिमपात की भविष्यवाणी की है।  राजस्थान में भी जबर्दस्त ठंड पड़ रही है और कोहरा छाया हुआ है। श्रीगंगानगर में न्यूनतम तापमान तीन दशमलव आठ डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।
राजस्थान में पिछले पांच दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी अब जनजीवन को प्रभावित करने लगी है। राज्य में कई स्थानों पर तापमान शून्य से छह डिग्री सेल्सियस अथवा उससे कम होने के कारण सुबह के समय उससे बचने के उपाय करते देखे जा रहे हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे को खासी परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है। सुबह होने वाली बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माऊंट आबू भी सदी की चपेट में है।

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