शुक्रवार, 13 जनवरी 2012

प्रणव के लिए आरंभ हो चुकी है लाबिंग


बजट तक शायद चलें मनमोहन. . . 73

प्रणव के लिए आरंभ हो चुकी है लाबिंग

मनमोहन के सक्सेसर बनना चाह रहे प्रणव मुखर्जी



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। हाड़ गलाने वाली ठण्ड के बीच अब प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के सक्सेसर की खोज आरंभ हो गई है। सियासी गलियारों में अब सरकार के संकटमोचक नए चेहरे की तलाश तेज हो चुकी है। चूंकि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अभी अपरिपक्व हैं और उनका गद्दी पर बैठना अभी उचित नहीं है इसलिए मनमोहन सिंह के स्थान पर एसे चेहरे को खोजा जा रहा है जो राहुल गांधी की ताजपोशी का रोड़मेप तैयार कर सके।
कांग्रेस के सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (श्रीमति सोनिया गांधी का सरकारी आवास) के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी को मशविरा दिया गया है कि लगातार सरकार और कांग्रेस का संकटमोचक बने रहने वाले प्रणव मुखर्जी को देश का प्रधानमंत्री बना दिया जाए। सोनिया को यह भी कहा गया है कि प्रणव मुखर्जी को साफ कह दिया जाए कि वे राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के मार्ग प्रशस्त करें।
सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी ने काफी विचार विमर्श के उपरांत इस बात पर अपनी सहमति दे दी है कि अगली बार कैबनेट फेरबदल में राहुल गांधी को बतौर मंत्री शामिल किया जाए ताकि वे सरकार के अनुभव ले सकें। मनमोहन की संभावित बिदाई के साथ ही साथ घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार के सारे आरोपों पर भी मिट्टी डाल दी जाएगी। मनमोहन सिंह को देश का अगला राष्ट्रपति बनाने का ऑफर दिए जाने की चर्चा भी चल पड़ी है।
सूत्रों ने बताया कि प्रणव मुखर्जी के पास अनुभव के साथ ही साथ चीजों को हेंडल करने की कुशलता भी है। प्रणव मुखर्जी के पास सालों साल का अनुभव और सियासी प्लेटफार्म पर गुडविल भी है, जिसका लाभ उन्हें मिलेगा ही। सियासी हल्कों में यह बात भी जोर पकड़ रही है कि केवल प्रणव मुखर्जी ही इकलौते शख्स हैं जिनके पास गर्त में जाते यूपीए और कांग्रेस को इस भंवर से बाहर निकालने का माद्दा है।

(क्रमशः जारी)

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