गुरुवार, 16 फ़रवरी 2012

राजस्थान ने किया शीतलहर पाला को प्राकृतिक आपदा घोषित


राजस्थान ने किया शीतलहर पाला को प्राकृतिक आपदा घोषित

(शैलेन्द्र)

नई दिल्ली। (साई)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में दूसरी हरित क्रांति का सूत्रपात करने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत प्रत्येक राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों और आवश्यकता के अनुसार विशेष योजनाएं बनाने का सुझाव दिया है। उन्होंने शीतलहर और पाला को प्राकृतिक आपदा घोषित कर किसानों को राहत देने की जरूरत बताई।
श्री गहलोत नई दिल्ली में कृषि मंे भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए नीतिगत उपायांे पर आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे। कार्यशाला का उद्घाटन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटील ने किया। कार्यशाला को प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और कृषि मंत्री शरद पवार ने भी संबोधित किया।
श्री गहलोत ने विश्वास व्यक्त किया कि राष्ट्रपति की पहल पर आयोजित यह कार्यशाला वर्षा सिंचित और शुष्क भूमि खेती को नया स्वरूप देगी और किसानों की सामाजिक आर्थिक स्थिति सुधारने में सहायक सिद्ध होगी । श्री गहलोत ने कहा कि यदि युवाओं को कृषि क्षेत्र से जोड़ने के प्रयास नहीं किए गए तो किसानों के पास अपने खेतों की जमीन बेचने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचेगा । उन्होंने यह राय भी दी कि फसलों के समर्थन मूल्यों को घोषणा बुवाई से पहले की जानी चाहिए ताकि किसानों में अपने उत्पादों की बिक्री का भरोसा बना रहे ।

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