मंगलवार, 20 मार्च 2012

बजट के बाद कांग्रेस करेगी लोगों की जेब खाली


बजट के बाद कांग्रेस करेगी लोगों की जेब खाली



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव निपट जाने के बाद अब सरकार डीजल और रसोई गैस के दाम बढ़ाने की तैयारी में है। जल्द ही कोई चुनाव न होने का फायदा उठाकर बजट सत्र के एन बाद ही सरकार इसमें बढ़ोत्तरी की घोषणा कर सकती है। इन दोनों ही चीजों की कीमतों के बढ़ने का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने संकेत दिए हैं कि बजट सत्र के बाद डीजल-रसोई गैस के दाम बढ़ सकते हैं। मुखर्जी ने कहा कि इस मसले पर राजनीतिक सहमति बनाने की जरूरत होगी। बजट सत्र के बाद वे इस पर विभिन्न राज्यों की सरकारों और राजनीतिक दलों के नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे। सरकार पेट्रोल के दाम जून 2010 में नियंत्रणमुक्त कर चुकी है जबकि डीजल और घरेलू रसोई गैस को वह रियायती दाम पर बेच रही है।
प्रणव मुखर्जी ने बताया कि तेल कंपनियों को पेट्रोल की बिक्री पर पांच रुपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है। जबकि डीजल पर 14.73 रुपए लीटर, केरोसीन पर 30.10 रुपए प्रति लीटर और घरेलू रसोई गैस पर 439.50 रुपए प्रति सिलेंडर का नुकसान हो रहा है। डीजल महंगा होने से जहां बाहर के राज्यों से आयात किया जाने वाला लगभग हर सामान महंगा हो जाएगा, वहीं रसोई गैस भी किचन का बजट बिगाड़ेगी।

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