गुरुवार, 21 जून 2012

क्यों डर रही है कार्यवाही से कांग्रेस!

क्यों डर रही है कार्यवाही से कांग्रेस!

कांग्रेस में खदबदा रहा असंतोष का लावा

कांग्रेस में बढ़ सकती है ब्लेकमेल की प्रवृति!

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। सिवनी जिले में अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की दुगर्ति आजाद भारत के इतिहास में इतनी कभी नहीं हुई जितनी कि इक्कीसवीं सदी के दूसरे दशक मेें हो रही है। जिले के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी चुनाव के दरम्यान कांग्रेस अपने प्रत्याशी के लिए वोट नहीं मांग पा रही हो। इसके लिए जवाबदेह कौन है यह तो शोध का विषय है किन्तु एक निर्दलीय प्रत्याशी ने बेहद ही चतुराई से देश पर आधी सदी से ज्यादा राज करने वाली कांग्रेस को घुटनों पर खड़ा होने मजबूर कर दिया हैै।
ज्ञातव्य है कि नगर पंचायत के चुनावों में जिले की लखनादौन नगर पंचायत में अध्यक्ष पद का चुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न इसलिए बन गया था क्योंकि इस विधानसभा लखनादौन के तहसील मुख्यालय लखनादौन की नगर पंचायत में पिछली बार निर्दलीय के बतौर दिनेश राय मुनमुन ने अपना जलवा दिखाया था। गौरतलब है कि आजादी के उपरांत पचास सालों तक लखनादौन विधानसभा कांग्रेस में एक ही परिवार का गढ़ रहा है। ठाकुर परिवार की तीन पीढियां सिंह दीप सिंह ठाकुर के बाद उनके पुत्र सत्येंद्र सिंह ठाकुर फिर रणधीर सिंह ठाकुर यहां से विधानसभा में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते आए हैं।
पिछले एक दशक से यह विधानसभा क्षेत्र भाजपा की श्रीमति शशि ठाकुर के कब्जे में है। इस बार भी इस नगर पंचायत में कांग्रेस और भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। इसी बीच कांग्रेस के प्रत्याशी द्वारा नामांकन वापस लेकर सभी को चौंका दिया। कहा जा रहा है कि नाम वापस लेने के तीन दिन पूर्व ही उक्त प्रत्याशी ने जिला कांग्रेस कमेटी को आवगत करा दिया था कि वह चुनाव लड़ने में अक्षम है।
बावजूद इसके कांग्रेस द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया, परिणाम स्वरूप कांग्रेस की ओर से दूसरे डमी प्रत्याशी ने भी अपना नाम वापस ले लिया। कांग्रेस के लिए सबसे अधिक शर्मसार करने वाली बात यह सामने आ रही है कि चुनावों की घोषणा के साथ ही पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सिवनी से विधानसभा चुनाव लड़कर कांग्रेस की जमानत जप्त कराने वाले दिनेश राय की माता जी के लिए चुनाव जीतने की भविष्यवाणियां की जा रहीं थीं।
क्षेत्र में व्याप्त चर्चाओं के अनुसार एसा इसलिए हो रहा था क्योंकि दिनेश राय और कांग्रेस के बीच गुप्त समझौता हो चुका था। कहा जा रहा है कि कलार बाहुल्य केवलारी विधानसभा से पूर्व में दिनेश राय द्वारा चुनाव लड़ने की घोषणा से कांग्रेस के क्षत्रप एवं मध्य प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह घबरा गए थे। बताया जाता है कि बाद में दिनेश राय को सिवनी से मदद का वायदा कर सिवनी विधानसभा के लिए पयालन करवाया गया था।
उधर, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सूत्रों का कहना है कि अध्यक्ष को यह बताकर भरमाया गया है कि हर विधानसभा उपचुनाव में मुंह की खाने के बाद अब कांग्रेस द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन कर भाजपा को हरवाकर भाजपा के गाल पर एक करारा तमाचा जड़ा जाएगा। जबकि इसके पीछे हकीकत कुछ ओर बयां हो रही है। क्षेत्र में इस बात को लेकर लोग तरह तरह की बातें करते नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अपनी गल्ति को छिपाने के लिए निर्दलीय का सहारा लेने का बहाना करने से कांग्रेस का असली चेहरा उजागर हो रहा है।
लखनादौन में कांग्रेस के कद्दवर नेताओं की फौज है। ये कद्दावर नेता वैसे भी कांग्रेस के जिले के इकलौते विधायक हरवंश् सिंह ठाकुर के अंधभक्त माने जाते हैं, बावजूद इसके कांग्रेस के प्रत्याशी द्वारा कांग्रेस की रीति नीति को ठेंगा दिखाकर सबके सामने रणछोड़दास बनना आश्चर्य जनक ही है। आज 72 घंटे बीत जाने के बाद भी कांग्रेस द्वारा फार्म वापस उठाने वाले प्रत्याशी के खिलाफ निलंबन तो छोड़ अनुशासनात्मक कार्यवाही ना किया जाना आश्चर्यनजक ही माना जा रहा है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी को यह अच्छे से पता था कि अध्यक्ष पद की उम्मीदवार अपना नाम निर्धारित रणनीति के तहत वापस ले लेगी। अब अगर संगठन द्वारा उस पर अनुशासन का डंडा चलाया जाता है तो वह भी अपना मुंह अवश्य खोलेगी। और बात निकली है तो दूर तलक जाएगी की तर्ज पर कांग्रेस के सारे पत्ते खुलने का भय भी संगठन को सता रहा है।
उक्त नेता ने कहा कि यह वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस द्वारा महज एक विधानसभा सीट पर दिनेश राय की ‘संभावित‘ दखलंदाजी के डर से एक निर्दलीय के सामने घुटने टेके जाएं। इससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का ना केवल मनोबल गिरेगा वरन कांग्रेस के अंदर भी ब्लेक मेल की प्रवृति को बढ़ावा मिलेगा। उक्त नेता ने कहा के इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तीन दिन से बची चुप्पी भी कार्यकर्ताओं के मनोबल को गिरा रही है। हालात देखकर यह लगने लगा है कि मानो जिला कांग्रेस कमेटी का संचालन दिनेश राय द्वारा किया जा रहा हो!

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