बुधवार, 12 सितंबर 2012

कैग मामले में कमल नाथ सिंधिया आमने सामने


कैग मामले में कमल नाथ सिंधिया आमने सामने

(प्रतिभा सिंह)

पटना (साई)। मध्य प्रदेश के दो क्षत्रप कमल नाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच रार दिखने लगी है। भारत के महालेखापरीक्षक के मामले में केंद्रीय मंत्री कमल नाथ का कहना है कि कैग सही काम कर रहा है वहीं दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि कैग का अनुमान गलत है।
केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि कोल ब्लॉक आवंटन मामले में कैग का 186 लाख करोड रुपये का अनुमान गलत है। सिंधिया ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- कोल ब्लॉक आवंटन मामले में कैग ने निजी कंपनियों को 186 लाख करोड़ रुपये के मुनाफे और सरकारी खजाने को चोट का अनुमान लगाया है, जो गलत है। यह अनुमान आगामी 35 वर्ष के आकलन के आधार पर लगाया है और वह भी कोयले की बिक्री को लेक।
उन्होंने कहा कि कंपनियों को कोल ब्लॉक खुले बाजार में कोयला की बिक्री के लिए नहीं बल्कि ऊर्जा उत्पादन करने के लिए दिया गया। कोयला ब्लॉक के मूल्य का आकलन भी नहीं किया गया है। इसलिए नुकसान का आकलन सही नहीं है। कोल ब्लॉक आवंटन में शर्त थी कि कंपनियां कोयले की बिक्री नहीं करेंगी। इसलिए घाटे को बाजार मूल्य से जोड़ना अतार्किक है। कई कोल ब्लॉक में खनन भी शुरू नहीं हुआ है।
कैग की साठ-गांठ बीजेपी के साथ होने के आरोप के संबंध में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा- कैग एक संस्था है और उसका कामकाज का अपना तरीका है। मैं इस प्रकार के आरोप से सहमत नहीं हूं। हालांकि उन्होंने बीजेपी को आडे हाथ लेते हुए कहा- जब अरुण शौरी विनिवेश मंत्री थे उस समय बीजेपी ने कैग रिपोर्ट को पूरी तरह बकवास (कंपलिटली इडियोटिक) करार दिया था।

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