बुधवार, 12 सितंबर 2012

विदेशी मीडिया के निशाने पर देसी हुक्मरान


विदेशी मीडिया के निशाने पर देसी हुक्मरान

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के बाद अब कांग्रेस की नजर में भविष्य के वजीरे आजम राहुल गांधी विदेश मीडिया के निशाने पर है। पीएम को अंडर एचीवर कहने के बाद अब राहुल गांधी को समस्या ही करार दिया है। मीडिया से दूर भागने के आरोप लगाते हुए विदेशी मीडिया ने राहुल की तबियत से खिंचाई की है।
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को सरकार और संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की चर्चा है, वहीं दूसरी ओर विदेशी मीडिया उनकी शख्सियत पर ही सवाल उठा रहा है। कांग्रेसी नेता उन्हें समाधान के रूप में देखते हैं, लेकिन अंग्रेजी पत्रिका द इकोनॉमिस्ट के एक लेख में राहुल को समस्या बताया गया है।
द राहुल प्रॉब्लम शीर्षक से प्रकाशित आलेख में राहुल पर जमकर निशाना साधा गया है। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी को खुद नहीं मालूम कि यदि उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां (जिसकी अभी पार्टी में जोरशोर से चर्चा है) मिल जाएं तो वे क्या करेंगे। राहुल गांधी को वर्ष 2014 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के संभावित दावेदार हैं।
उन्हें पार्टी में उपाध्यक्ष पद (सोनिया के बाद नंबर दो) मिलने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं या फिर वे सरकार में भी बड़ी जिम्मेदारी निभा सकते हैं। कांग्रेस के छोटे-बड़े नेता आए दिन उन्हें बड़ी जिम्मेदारी निभाने की अपील करते दिखते हैं वहीं खुद प्रधानमंत्री उन्हें मंत्रिमंडिल में शामिल होने का न्योता दे चुके हैं।
द इकोनॉमिस्ट के लेख में कहा गया है कि वे जिम्मेदारियों से बचते हैं। उन्हें 2014 का चुनाव प्रचार शुरू होने से पहले खुद को साबित करना चाहिए। इसमें राहुल की लीडरशिप क्वालिटी पर भी सवाल उठाया गया है। इसके तर्क में कहा गया है कि वे उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में असफल साबित हुए हैं। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी मीडिया से दूर भागते हैं या फिर पत्रकारों से बातचीत को लेकर अनिच्छुक दिखाई देते हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी विदेशी मीडिया के निशाने पर रह चुके हैं।
पीएमओ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि केंद्र सरकार में ही शामिल कोई ना कोई लाल बत्तीधारी विदेशी मीडिया को मैनेज कर इस तरह की खबरें प्लांट करवा रहा है। पीएमओ के बाद अब राहुल गांधी के करीबी भी केंद्रीय मंत्रियों के अमरीकि कनेक्शन खोजने में जुट गए हैं।

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