मंगलवार, 20 नवंबर 2012

नाली की रेत से होता है रोजी-रोटी का जुगाड़


नाली की रेत से होता है रोजी-रोटी का जुगाड़

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। नदी नालों की रेत से सोना निकालने वाले सोनझारी जाति के लोग अब शहरों की नालियों में दो वक्त की रोटी के लिए रेत छान रहे हैं। विगत कुछ दिनों से शहर में अन्य जिलों से आए सोनझारी जाति के लोग नालियों की रेत को छानते दिखाई दे रहे हैं।
सोना निकालने नाली के किनारे रेत छानते बैठे ये लोग आने जाने वाले लोगों के लिए आकर्षण बने हुए है। धमतरी जिले के सोनझारी जाति के लोग इन दिनों कांकेर में आए हुए हैं। इनके द्वारा शहर में घूम घूम कर सोनारों के दुकानों के सामने से गुजरी नालियों में घंटों मेहनत कर रेत को छान छान कर चुटकी भर महीन रेत निकाली जा रही है। इस चुटकी भर रेत सोनझारी जाति के लोग अपनी कमाई बताते हैं।

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