मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013

जनता को भरमा रहे शिवराज: वर्मा


जनता को भरमा रहे शिवराज: वर्मा

(ब्यूरो कार्यालय)

सिवनी (साई)। देश के पूर्व प्रधानमंत्री के नाम पर चलाया जा रहा अटल ज्योति अभियान प्रदेश की जनता के साथ छलावा हैं। प्रजातंत्र में राजनैतिक दलों के घोषणा पत्र पवित्रग्रंथ के समान होते हैं। सौ दिन में चौबीस घंटे बिजली देने का वायदा करके सत्ता में आने वाली भाजपा ने इसका अपमान किया हैं।  प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 2003 के चुनाव के दौरान ही कहा था कि कोई माई का लाल 2013 के पहले चौबीस घंटे बिजली नहीं दे सकता और 2013 में देने से रोक नहीं सकता। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी साल में खोखले अभियान चला कर सस्ती लोकप्रियता बटोरने का प्रयास कर रहें हैं जिसे प्रदेश की जनता बखूबी समझ रही हैं। उक्ताशय के विचार वरिष्ठ इंका नेता आशुतोष वर्मा ने प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में व्यक्त किये हैं।
इंका नेता आशुतोष वर्मा ने आगे कहा हैं कि साध्वी उमा भारती की अगुवायी में लड़े गये 2003 के विस चुनाव में भाजपा ने सड़क,बिजली और पानी के मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने चुनाव में वायदा किया था कि यदि उसकी सरकार बनी तो जनता को 100 दिन में चौबीस घंटे बिजली देगी। इस वायदे पर भरोसा करके प्रदेश की जनता ने भारी बहुमत से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनायी थी। लेकिन सत्ता में आने बाद भाजपा अपना वायदा भूल गयी। अब दस साल बाद 2013 के विधानसभा चुनाव के चंद महीनों पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री पं. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अटल ज्योति अभियान चला कर एक बार फिर जनता की आंख में धूल झोंकने का प्रयास कर रही हैं। बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान ने समारोह पूर्वक जबलपुर और फिर हाल ही में मंड़ला में इस अभियान की शुरूआत की हैं। जिसके प्रचार प्रसार के लाखों रुपयों के विज्ञापन भी जारी किये। लेकिन मंड़ला में इस अभियान की शुरूआत के दौरान की यह समाचार अखबारों की सुर्खियां बन गया था कि जबलपुर में नागरिकों को चौबीस घंटे बिजली नहीं मिल रही हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि भाजपा एक और खोखला अभियान चलाकर ना सिर्फ देश के पूर्व प्रधानमंत्री के नाम के साथ मजाक कर रही है वरन चुनावी लाभ लेने के लिये जनता के साथ छल कपट कर वोट बटोरने के प्रयास में लगी हुयी हैं।
इंका नेता वर्मा ने विज्ञप्ति में यह भी उल्लेख किया है कि प्रजातंत्र में किसी भी राजनैतिक दल के घोषणा पत्र की मान्यता एक धार्मिक ग्रंथ के समान होती हैं। इस पर भरोसा करके ही जनता अपना वोट देकर सरकार चुनती हैं। घोषणा पत्र में किये गये वायदे से मुकरना प्रजातांत्रिक पाप होता हैं। धर्म कर्म और पाप पुण्य की राजनीति करने वाली भाजपा बेशर्मी से प्रदेश की जनता के साथ समारोह पूर्वक प्रजातांत्रिक पाप कर रही हैं। जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी।  
विज्ञप्ति में इंका नेता आशुतोष वर्मा ने आगे कहा है कि प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चुनावी नफे नुकसान की परवाह किये बिना साफ साफ कहा था कि 2013 के पहले कोई भी माई का लाल प्रदेश में चौबीस घंटे बिजली दे नहीं सकता। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि प्रदेश में 2013 तक इतनी बिजली हो जायेगी कि कोई भी चौबीस घंटे बिजली देने से रोक भी नहीं पायेगा। लेकिन दस सालों में प्रदेश भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से ऐसा संभव नहीं हो पाया। इसलिये अब नाटकीय अभियान चला कर प्रदेश सरकार लोगों का मन बहला रही हैं। 
इंका नेता वर्मा ने आरोप लगाते हुये कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुनावी साल में ऐसे खोखले अभियान चलाकर सस्ती लोकप्रियता बटोरने के प्रयास कर रहें है लेकिन प्रदेश की जनता इस हथकंड़े को बखूबी समझ रही हैं। कभी कोयले की कमी तो तभी केन्द्र सरकार प्रदेश के हिस्से की बिजली में कटोती के झूठे आरोप लगाकर अपनी सरकार चलाने वाले शिवराज सिंह चौहान को इस बात का जवाब जनता की अदालत में देना ही होगा कि उनकी पार्टी और सरकार ने सौ दिन में बिजली देने का वायदा पूरा क्यों नहीं किया?

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