सोमवार, 25 मार्च 2013

सिवनी : नगर पालिका अध्यक्ष त्रिवेदी के साथ कलेक्टर के किया शहर भ्रमण


नगर पालिका अध्यक्ष त्रिवेदी के साथ कलेक्टर के किया शहर भ्रमण

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के राज में उनके अफसर किस तरह मदमस्त हाथियों के मानिंद मस्ता रहे हैं इसकी एक बानगी सिवनी में जनसंपर्क विभाग द्वारा रविवार देर शाम जारी एक पत्र विज्ञप्ति में देखने को मिली है। पीआरओ सिवनी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कलेक्टर भरत यादव और पुलिस अधीक्षक मिथलेश शुक्ला को नगर पालिका अध्यक्ष के साथ शहर भ्रमण करने का समाचार प्रकाशन के लिए भेजा गया है।
जनसंपर्क द्वारा जारी समाचार के अनुसार कलेक्टर भरत यादव ने आज एस.पी. मिथलेश शुक्ला और नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी के साथ सिवनी शहर का सघन भ्रमण किया। उन्होंने पूरे शहर के प्रमुख केन्द्रों का भ्रमण कर शहर के विकास कार्याे का जायजा लिया। कलेक्टर यादव ने सर्वप्रथम फुटबाल स्टेडियम से अपना नगर भ्रमण प्रारंभ कर क्रमशः ज्यारत, सर्किल जेल, रेल्वे स्टेशन, नागपुर रोड स्थित कृषि विकास केन्द्र, दलसागर, भैरोगंज स्थित मोक्षधाम, महामाया मंदिर, बडी मस्जिद क्षेत्र का अवलोकन करते हुए नेहरू रोड होकर शुक्रवारी स्थित एस.डी.ओ.पी. सिवनी कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर ने सभी स्थानों पर स्थानीय नागरिकों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से चर्चा की और चल रहे विकास कार्याे की जानकारी हासिल की। इस दौरान एस.डी.एम. सिवनी शहरी चन्द्रशेखर शुक्ला, एस.डी.ओ.पी. बहुगुणा, टी.आई. कोतवाली सिवनी हरिओम शर्मा, नायब तहसीलदार सिवनी राजेश बोरासी, सी.एम.ओ. नगरपालिका मेश्राम, मनुचंद सोनी, अन्य अधिकारीगण व नागरिकगण उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान नपाध्यक्ष त्रिवेदी ने कलेक्टर यादव को नगरपालिका क्षेत्र में कराये जा रहे विविध निर्माण कार्याे की जानकारी दी। कलेक्टर ने दलसागर में चल रहे निर्माण कार्याे का भी जायजा लिया।
जानकारों का कहना है कि इस पत्र विज्ञप्ति को चूंकि सरकारी तौर पर जारी किया गया है अतः यह आधिकारिक ही मानी जाएगी। इसमें जिला कलेक्टर को नगर पालिका अध्यक्ष के साथ भ्रमण की बात कुछ लोगों के गले नहीं उतर रही है। एक सरकारी कर्मचारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया से कहा कि वस्तुतः इसकी इबारत कलेक्टर एसपी के नगर भ्रमण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी का उनके साथ होने का उल्लेख किया जाता तो उचित होता।
वहीं दूसरी ओर मौके पर अनेक पार्षद मौजूद थे, जिनकी सरेआम उपेक्षा करते हुए जिला जनसंपर्क अधिकारी ने सिर्फ और सिर्फ एक ही नाम मनुचंद सोनी का उल्लेख किया है जो पूर्व पार्षद हैं। इस संबंध में जब जिला जनसंपर्क अधिकारी कार्यालय से संपर्क किया गया तो वहां उपस्थित लिपिक ने कहा कि चूंकि वे फोटो खींच रहे थे अतः उन्हें ओबलाईज करना जरूरी था इसलिए नाम डाल दिया गया।
उधर, भाजपा संगठन के सूत्रों ने साई न्यूज को बताया कि इसके पहले नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा अनेक बाद संगठन में उपरी स्तर पर इस बात की शिकायत की है कि तत्कालीन कलेक्टर (निर्वतमान कलेक्टर अजीत कुमार) उनकी बात नहीं सुनते हैं और उनके काम में अड़ंगे लगाते हैं। इन शिकायतों के बारे में शहर में तरह तरह की चर्चाएं आम हो चुकी थीं।
वहीं दूसरी ओर एतिहासिक महत्व वाले दलसागर तालाब के मुहाने जिस स्थान पर हिंदू धर्मावलंबी जवारों का विसर्जन करते हैं उसके ठीक बाजू में बनने वाले सुलभ शौचालय का विरोध जमकर हो रहा है। इस संबंध में जिला कलेक्टर के पास एक मामला भी लंबित है, वाबजूद इसके उस विवादित स्थल का निरीक्षण और जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा इसकी फोटो भी जारी किया जाना आश्चर्य का ही विषय माना जा रहा है।

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