शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

अखिलेश की नजर अब यमुना की सफाई पर


अखिलेश की नजर अब यमुना की सफाई पर

(शिवी कुमारी)

नोएडा (साई)। यूपी सरकार ने यमुना नदी की सफाई का अभियान छेड़ने का ऐलान किया है। अभियान के तहत सबसे ज्यादा जोर दिल्ली और यूपी के बीच बहने वाली यमुना नदी की सफाई पर दिया जाएगा। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री पवन कुमार बंसल के साथ बैठक के सिलसिले में गुरुवार को दिल्ली आए यूपी के सिंचाई और पीडब्लूडी मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने यह जानकारी दी।
शिवपाल सिंह यादव ने बताया कि दो दशक पहले तक ओखला बैराज में इतनी क्षमता थी कि यहां पर पीछे से सप्लाई न मिलने के बाद सात दिन तक का पानी रिजर्व किया जा सकता था। पर अब क्षमता घटकर केवल दो दिन तक रह गई है। इसके चलते अगर कभी पीछे से वॉटर सप्लाई में दिक्कत हुई तो दिल्ली और आगरा - मथुरा क्षेत्र के लोग पानी के लिए तरस सकते हैं। अब प्रदेश सरकार यमुना का सौंदर्यीकरण अभियान चलाएगी।
इसके लिए यमुना की सफाई करके उसमें से गाद निकाली जाएगी और उसमें फैली जलकुंभियों को हटया जाएगा। साथ ही दिल्ली सरकार से बात करके यमुना में गिर रहे गंदे नालों के पास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट ( एसटीपी ) लगवाने की कोशिश की जाएगी। इसके लिए यूपी सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसमें कामयाबी मिली तो दिल्ली - यूपी का भूजल स्तर सुधरेगा बल्कि ग्रीनरी भी बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि सरकार मायावती सरकार की ओर से शुरू किए गए गंगा एक्सप्रेस - वे प्रॉजेक्ट की जांच करा रही है। अगर इस प्रॉजेक्ट में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। प्रदेश में सिंचाई विभाग की जमीन पर हो चुके अतिक्रमणों की जांच का भी आदेश दिया गया है। इसके अलावा डीएम एम . के . एस सुंदरम और एसएसपी को हिंडन और यमुना किनारे हो रहे अतिक्रमण की जांच करने और कार्रवाई के लिए रणनीति बनानेे का निर्देश दिया गया है। नोएडा एक्सटेंशन में बिल्डरों को आवंटित जमीन और भट्टा पारसौल में किसानों पर दर्ज हुए मामलों की भी जांच जारी है। जांच रिपोर्ट आते ही प्रदेश सरकार एक्शन लेना शुरू करेगी।

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