शुक्रवार, 22 मार्च 2013

कैथल : बुजुर्ग महिलाओं से हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में पूरा किराया वसूला गया


बुजुर्ग महिलाओं से हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में पूरा किराया वसूला गया

(राजकुमार अग्रवाल)

कैथल (साई)। प्रदेश की जनता के लिए चलाई गई सुविधाओं का फायदा सरकार की ही लापरवाही के कारण जनता नहीं उठा सकती। इसका पता उस समय चला जब क्षेत्र की बुजुर्ग महिलाओं से हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में पूरा किराया वसूला गया, जबकि सरकार द्वारा 60 साल या अधिक की उमर की महिलाओं से आधा किराया वसूलने की थोथी घोषणाएं कर रही है। ग्रामीण महिला दर्शना देवी, भतेरी, विद्या, बोहती, महेंद्रो आदि ने बताया कि उनकी उम्र 60 साल से भी बहुत अधिक है। परन्तु जब वे बसों में यात्रा करती है तो उनसे पूरा किराया वसूला जाता है। उन्होंने बताया कि उधर तो सरकार दिन रात घोषणा कर रही है कि महिलाओं को आधा किराये पर यात्रा करने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। परन्तु ये सुविधा की घोषणा मात्र थोथी सिद्ध हुई है। क्या ऐसी घोषणाओं की मुनियादी पिटा कर सरकार वोट बटोरना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार महिलाओं को यह सुविधा उपलब्ध करवाती है तो सरकार को चाहिए कि इन घोषणाओं को पूरी तरह अमल में जा जाएं। उन्होंने यह भी बताया कि जब वे बसों में परिचालकों को राशन कार्ड या फिर वोट कार्ड दिखाती है तो वे उनके साथ बहुदी हरकत करते है। उन्होंने कहा कि वे कहते है कि सरकार द्वारा दिए गए इन राशन कार्डों व वोट कार्डों तथा आधार कार्डों की कोई कीमत नहीं। अगर तुम्हें इस सुविधा का फायदा उठाना है तो तुमकों सिनियर सिटीजन का कार्ड बनवाना होगा। अब ग्रामीण महिलाएं क्या जाने कि  यह सिनियर सिटीजन क्या होता है। उधर ग्रामीण सत्यवान, राजेश, रमेश आदि ने यह भी बताया कि जब वे महिलाओं का यह कार्ड बनवाने के लिए जिला समाज कल्याण कार्यालय में जाते है तो उनको कहा जाता है कि यह कार्ड तभी बनेगा जब महिला की उम्र का यानि की दसवीं का प्रमाण पत्र लाना होगा। अब बेचारी गरीब महिलाएं जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है लगभग अनपढ़ ही होती है। तो फिर ये बेचारी अपनी उम्र का यह प्रमाण पत्र कहां से लाएं। महिलाओं ने मांग की है कि जब सरकार द्वारा राशन कार्ड, वोट कार्ड व आधार कार्ड बनाए जा रहे है जिसमें महिलाओं की उम्र साफ लिखी होती है तो फिर राज्य परिवहन वाले इस उम्र को क्यों नहीं मानते और समाज कल्याण अधिकारी को भी इन्हीं कार्डों के आधार पर महिलाओं के सिनियर सिटीजन के कार्ड भी बनाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब देश के सबसे बड़े कानून के तहत वे इस के आधार पर वोट डाल सकते है व अन्य कार्य कर सकते है तो फिर यात्रा क्यों नहीं। हरियाणा सरकार द्वारा इन कार्डों पर भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए।

सिर्फ सिनियर सिटीजन कार्ड पर ही मिलती है सुविधा : जीएम
इस बारे में रोडवेज जीएम कैथल रामकुमार ने बताया कि बेशक से सरकार द्वारा राशन कार्ड, वोट कार्ड व आधार कार्ड आदि बनाए गए है परन्तु उनके नियमों के तहत बसों में इन कार्डों में दर्शाई गई उम्र मान्य नहीं है। महिलाओं को सिनियर सिटीजन कार्ड बनवाकर ही इस सुविधा का फायदा उठाना चाहिए।

इस बारे में लगाएंगे पतारू परिवहन निदेशक
इस बारे में फोन पर चंडीगढ़ मुख्यालय पर स्थित परिवहन निदेशक अरूण कुमार ने बताया कि वे जल्दी ही यह पता लगाएंगे कि क्या महिलाएं वोट कार्ड, राशन कार्ड व आधार कार्ड पर भी इस सुविधा का फायदा उठा सकती है। यदि ऐसा है तो सभी जिलों के जीएम को आदेश भेज दिए जाएंगे।

इस बारे में मुझे भी नहीं है पता : जडौला
इस बारे में परिवहन विभाग के संसदीय सचिव सुलतान सिंह जडौला ने बताया कि उन्हें यह तो पता है कि 60 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए आधी टिकट पर हरियाणा परिवहन की बसों में यात्रा करने की सुविधा दी हुई है। परन्तु इस बारे में उनको नहीं पता है कि यह यात्रा सिनियर सिटीजन कार्ड पर है या फिर राशन कार्ड, वोट कार्ड व आधार कार्ड पर। वे इस बारे में मुख्यमंत्री से विचार विमर्श करेंगे।

बिना प्रमाण पत्र के नहीं बनाए जा सकते सिनियर सिटीजन कार्ड : ढिल्लो
इस बारे में जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिल्लो ने बताया कि सिनियर सिटीजन कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड, वोट कार्ड तथा दसवीं का प्रमाण पत्र फार्म के साथ लगाना अनिवार्य है। जिला समाज कल्याण विभाग राशन कार्ड व वोट कार्ड आदि में दर्शाई गई उम्र के हिसाब से ये कार्ड नहीं बनाती। यदि किसी के पास यह प्रमाण पत्र नहीं है तो उनको चाहिए कि वे सरकारी डाक्टर से अपनी उम्र तसदीक करवाकर अपना कार्ड बनवाएं। 

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