शुक्रवार, 22 मार्च 2013

सिवनी : यात्री सुविधाओं से लेना देना नहीं है रेल्वे को


0 सिवनी से नहीं चल पाएगी पेंच व्हेली ट्रेन . . . 20

यात्री सुविधाओं से लेना देना नहीं है रेल्वे को

(संजीव प्रताप सिंह)

सिवनी (साई)। सिवनी में चलने वाली नेरोगेज रेलगाड़ी जिसे बाहर से आने वाले टॉय ट्रेन भी कहते हैं में सुविधाओं के प्रति ना तो रेल्वे प्रशासन संजीदा है और ना ही लोकसभा में सिवनी जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख एवं कांग्रेस के बसोरी सिंह मसराम! मजे की बात तो यह है कि रेल्वे की सलाहकार समिति के सदस्य भी इस दिशा में कोई प्रयास करते नजर नहीं आते हैं।
नेरोगेज रेल लाईन में सिवनी जिले में डेढ़ दर्जन से ज्यादा स्टापेज हैं, जिसमें जिला मुख्यालय सिवनी का रेल्वे स्टेशन प्रमुख है। सिवनी के रेल्वे स्टेशन पर ना तो ठण्डे पानी की कोई व्यवस्था है और ना ही हवा के लिए पर्याप्त पंखे। रेल्वे पुलिस के अभाव में देर रात असमाजिक तत्वों का रेल्वे स्टेशन पर डेरा ही बना रहता है। रेल्वे स्टेशन के सामने दो तालाब हैं जो गंदगी से बजबजा रहे हैं।
इतना ही नहीं रेल्वे स्टेशन पर महज एक ही प्लेटफार्म है। दूसरी ओर ना तो कोई बांउंड्रीवाल है और ना ही सुरक्षा के कोई इंतजाम, जिससे असमाजिक तत्वों के साथ ही साथ मवेशी भी बेखटके रेल्वे स्टेशन में विचरण करते रहते हैं। सिवनी के रेल्वे स्टेशन को सुधारने की दिशा में जो प्रयास कर सकते हैं वे इस दिशा में मौन ही साधे हुए हैं।
रेल्वे चूंकि सीधे सीधे केंद्र सरकार के अधीन है, इसलिए सांसदों का इसमें हस्ताक्षेप इसकी दशा और दिशा सुधार सकता है। विडम्बना ही कही जाएगी कि पूर्व और वर्तमान के संसद सदस्यों को भारतीय रेल के सिवनी स्टेशन की दशा या दिशा से कोई लेना देना नहीं है। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि सिवनी रेल्वे स्टेशन के संबंध में वर्तमान और पूर्व सांसदों ने अब तक कोई भी बात सदन अथवा रेल मंत्री के ध्यान में नहीं लाई गई है।

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