बुधवार, 28 सितंबर 2011

नागपुर को संवारा जा रहा है गड़करी के लिए


नागपुर को संवारा जा रहा है गड़करी के लिए

लोकसभा में ओरंजसिटी से अजमाएंगे नितिन किस्मत

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गड़करी ने पिछले दरवाजे के बजाए जनता का सामना कर नेतागिरी करने का साहस जुटा लिया है। वे 2014 में होने वाले आम चुनाव में अपनी सक्रिय हिस्सेदारी करने वाले हैं। वे अपने जीवन का पहला लोकसभा चुनाव नागपुर से लड़ने के इच्छुक बातए जा रहे हैं।

भाजपा निजाम नितिन गड़करी के करीबी सूत्रों ने कहा कि जब वे भाजपाध्यक्ष बनाए गए थे तभी उन्हें मशविरा दिया गया था कि वे बरास्ता राज्यसभा संसद में पहुंच जाएं। इसके लिए उन्होंने सैद्धांतिक सहमति भी दे दी थी किन्तु उस वक्त उनके सामने लाल कृष्ण आड़वाणी और सुषमा स्वराज जैसे नेता थे जो लोकसभा से थे। अगर गड़करी राज्य सभा से जाते हैं तो दोनों ही नेता उन पर भारी पड़ने लगेंगे। इसलिए वक्त की मांग थी कि गड़करी या तो लोकसभा से जाएं या फिर चुनाव ही न लड़ें। गड़करी की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि वे पहली मर्तबा ही राष्ट्रीय स्तर पर कोई मुकाबले में उतरेंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नितिन गड़करी आज तक कोई चुनाव नहीं जीता है। इससे पहले चुनाव के मामले में उन्हें कभी भी सफलता नहीं मिली है। 1985 में उन्होंने नागपुर पश्चिम से एकमात्र विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी हार हुई थी। हालांकि वे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे हैं। वे 1994 से 1999 के बीच भाजपा-शिवसेना की सरकार में लोकनिर्माण मंत्री भी थे। वैसे तो गडकरी ने लोकसभा चुनाव के बारे में आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन भाजपा सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि गड़करी के द्वारा अपने प्रस्तावित निर्वाचन क्षेत्र के बारे में जानकारी जुटाने, समय देने से लगने लगा है कि वे लोकसभा महासमर में उतरने की तैयारी में हैं।

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