बुधवार, 28 सितंबर 2011

नप सकते हैं प्रफुल्ल पटेल



नप सकते हैं प्रफुल्ल पटेल

कैग की रिपोर्ट में लगे पटेल पर गंभीर आरोप

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली। महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पर अगर गौर फरमाया गया और सरकार ने गठबंधन धर्मसे उपर राष्ट्र धर्म को समझा तो पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल का आशियाना आदिमत्थू राजा, सुरेश कलमाड़ी जैसे दिग्गजों के साथ तिहाड़ में बन सकता है। पटेल पर आरोप है कि उन्होने एविएशन मिनिस्टर रहते हुए अपने चाहने वालों को तबियत से फायदा पहुंचाया है।

कहा जा रहा है कि बतौर नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने एयर इंडिया और इंडियन एयर लाईंस का बट्टा बिठाने में कोई कसर नहीं रख छोड़ी। पटेल की नीतियों के चलते अंतरदेशीय और समुद्रपारीय दोनों ही सरकारी विमान सेवाओं का वित्तीय प्रबंधन धाराशायी हो गया। इस मामले की अगर निष्पक्ष जांच हो जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। जांच में साफ हो जाएगा कि एवीएशन विभाग द्वारा किस तरह एयर इंडिया और इंडियन एयरलाईंस को दरकिनार कर निजी एयर लाईंस को बढ़ावा देने की गरज से मार्गों को खोला था।

अनेक राज्यों में सड़क परिवहन निगम की यात्री बसों के समानांतर निजी यात्री बसों को अवैध तरीके से संचालित करने से निगम बंद हो चुके हैं या तालाबंदी की ओर अग्रसर हैं। मध्य प्रदेश में राज्य परिवहन निगम में तो ताला ही लग गया है। सूबे में अवैध बस संचालन पूरे शबाब पर है। कमोबेश इसी तर्ज पर पटेल ने निजी एयरलाईंस के लिए आकर्षक और लाभ वाले मार्ग पूरी तरह खोल दिए थे। इतना ही नहीं पटेल के कार्यकाल में 111 नए बोईंग विमान खरीदने का आदेश भी विवादों में ही है। चर्चा है कि जिस कंपनी से पटेल ने सौदा किया वह पटेल की ही कंपनी के नाम से जानी जाती है। इसके अलावा पटेल के अन्य सांसद या मंत्री मित्र भी वायूयानों में खासी दिलचस्पी रखते हैं।

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