मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

इधर बचाव पर चर्चा उधर, धधक रहे थे जंगल


इधर बचाव पर चर्चा उधर, धधक रहे थे जंगल
(अर्जुन कुमार)
देहरादून (साई)। पृथ्वी दिवस के अवसर पर रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में जहां एक ओर पृथ्वी को बचाने पर गोष्ठी आदि कार्यक्रम चल रहे हैं, वहीं इन जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में जंगल आग से धधक रहे थे। रुद्रप्रयाग में पर्यावरण को पॉलीथीन प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया, लेकिन पृथ्वी को बचाने के लिए वनाग्नि पर कोई चिंतन नहीं किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में अब तक लगभग पच्चीस हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में जंगल आग की चपेट में आए हैं, जिससे वन सम्पदा तो नष्ट हुई है, साथ ही वन्य जन्तुओं का अस्तित्व भी संकट में है। उधर, चमोली जिले में इन दिनों जंगलों में जगह-जगह आग लगी हुई है, जिससे करोड़ो रुपए की वन सम्पदा नष्ट हो रही है। हालांकि वन विभाग आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहा है, पर प्रयास सफल होते दिखाई नहीं पड़ रहे हैं। आग लगने से घाटी में धंुध भी भर गई है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।

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