सोमवार, 16 जुलाई 2012

अब मुंबई हमले पर संलिप्तता पर पाक को अविश्वास!


अब मुंबई हमले पर संलिप्तता पर पाक को अविश्वास!

(शिवेश नामदेव)

नई दिल्ली (साई)। भारत गणराज्य की अघोषित आर्थिक राजधानी मुंबई पर अब तक के हुए सबसे बड़े आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के बारे में पुख्ता सबूत देने के बाद भी पाकिस्तान को इस बात पर हैरानी है कि वह इस हमले में कहीं से कहीं तक भागीदार है।
भारत में पाकिस्तान के नए राजदूत सलमान बशीर ने कहा कि उनके देश की संस्थाओं पर मुंबई हमलों में शामिल रहने का आरोप लगाना अविश्वसनीयऔर अस्वीकार्य है। कुछ दिन पहले ही भारत ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अबू जुंदाल के खुलासों के बाद घटना के संबंध में आगे कार्रवाई की मांग की थी। बशीर ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों के लिए नया मार्ग देख रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत इसमें शामिल होगा।
बशीर ने एक टीवी शो में कहा कि जब हमारे अपने सैन्य मुख्यालय पर हमला होता है, आईएसआई दफ्तरों पर हमला होता है तो मुझे लगता है कि यह आरोप लगाना अविश्वसनीय है कि इसमें (मुंबई हमलों में) पाकिस्तान के सरकारी संस्थान शामिल रहे हैं। हम अपने खुद के राष्ट्रीय हित में बहुत तटस्थता से हालात को देखना चाहेंगे।  विशेष तौर पर जुंदाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में भारत के साथ नए सिरे से शांति प्रक्रिया को लेकर इस्लामाबाद की प्रतिबद्धता पर किसी तरह के सवालिया निशान पर सफाई देते हुए बशीर ने कहा कि पाकिस्तान के नेतृत्व, सरकारी संस्थाओं और लोगों ने माना है कि अच्छे रिश्ते रखना राष्ट्रीय हित में है।

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