गुरुवार, 19 जुलाई 2012

क्रिकेट कामेंटेटर सरैया की आवाज हुई खामोश


क्रिकेट कामेंटेटर सरैया की आवाज हुई खामोश

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। गुजरे जमाने में रेडियो के माध्यम से अंग्रेजी में क्रिकेट कमेन्ट्री के लिए सुरेश सरैया की जानीमानी आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई। कल दिल के दौरे के बाद दक्षिण मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। वे ७६ वर्ष के थे। साठ और सत्तर के दशक में उन्होंने रेडियो के लिए सौ से अधिक क्रिकेट मैचों की कमेन्ट्री की।
१९७६ में वे पहले भारतीय कमेन्टेटर बने जिन्होंने रेडियो न्यूजीलैंड से सीधा प्रसारण किया। उनका अंतिम संस्कार कल किया जाएगा। उनकी एक बेटी है जो पेरिस में रहती है। टेलीविजन के जमाने से पहले 1960 और 1970 के दशक में जब रेडियो कमेंट्री अपने चरम पर थी तब सरैया को अंग्रेजी के चोटी के कमेंटेटरों में शुमार किया किया जाता था।
सरैया के साथी कमेंटेटर राजू भारतन के अनुसार सरैया ने कमेंटेटर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत साठ के दशक के आखिरी वर्षों में बिल लारी की अगुवाई वाली आस्ट्रेलियाई टीम और भारत के बीच खेले गये मैचों से की। उन्होंने 1976 में भारतीय टीम के न्यूजीलैंड दौरे में रेडियो न्यूजीलैंड के लिए भी कमेंट्री की थी। सरैया का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा।

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