गुरुवार, 12 जनवरी 2012

खून जमाने वाली ठण्ड का कहर


खून जमाने वाली ठण्ड का कहर



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। हाड़ गलाने और खून को जमाने वाली ठण्ड से संभवतः पहली मर्तबा देशवासी रूबरू हो रहे हैं। आलम यह है कि चढ़ती दोपहर में भी लोग घरों में ही दुबके रहने को मजबूर हैं। देश के अनेक सूबों में तो शासन प्रशासन ने शालाओं के अवकाश घोषित कर दिए हैं, किन्तु मध्य प्रदेश में सुबह आठ नौ बजे ठिठुरन और गलन भरी सर्दी में दुधमुंहे बच्चे स्कूल जाने पर मजबूर हैं।
सर्द हवाओं के आगे धूप की एक न चली। पूरा उत्तार भारत बुधवार को भी कड़ाके की ठंड की चपेट में रहा। शिमला सहित हिमाचल में कई स्थानों पर फिर बर्फबारी हो गई। वादी कश्मीर में तो सर्दी का आलम यह है कि मगाम क्षेत्र की सखनाग दरिया जम गई है। अधिकांश क्षेत्र में न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे गिरा रहा। राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में मौसम जस का तस तेवर अख्तियार किए रहेगा।
घाटी और वादी वाले कश्मीर में बुधवार को भी ठंड से लोगों को कोई राहत नहीं मिली। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट से नदी-नाले जम गए हैं। मगाम के निकट सखनाग दरिया जहां बहती है, वहां बुधवार को बच्चे खेलते-मौज मस्ती करते नजर। नदी पूरी तरह जम गई है। डल झील और झेलम दरिया के ऊपर पर बर्फ की पतली परत कांच की तरह पसर गई है। दिनभर घाटी में बर्फीली हवाओं का राज रहा, बादल छाए रहे।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क ही रहेगा। बर्फबारी और फिसलन के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने से जम्मू बस स्टैंड में फंसे पांच सौ यात्रियों को लगातार छठे दिन भी मुश्किलों से दो-चार होना पड़ा। यात्री दिन भर यहां-वहां घूम फिर कर समय व्यतीत करते रहे, जबकि बच्चों व महिलाओं ने बस स्टैंड होटल की छत पर बैठकर दिन गुजारा।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार दोपहर बाद मौसम ने फिर करवट लेते हुए मिजाज बदला और बर्फबारी शुरू हो गई। इससे प्रशासन द्वारा बमुश्किल खोले मार्ग फिर से बाधित हो गए। शिमला, कुफरी और नारकंडा में अचानक हुई तेज बर्फबारी से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। चंबा के खजियार, कालाटोप और डैणकुंड की पहाड़ियों पर बर्फ के फाहे गिरते देखे गए। मनाली में शाम होते ही ऊचे क्षेत्रों में बारिश व बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया। कुल्लू, मंडी, हमीरपुर बिलासपुर व ऊना में लोगों ने दिनभर धूप का आनंद उठाया।
शिमला से साई ब्यूरो ने खबर दी है कि चांशल घाटी में भारी हिमपात के चलते अति दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार का संपर्क एक सप्ताह से संपर्क कटा हुआ है। बनी हुई है पारे में गिरावट। उत्ताराखंड में बर्फबारी और बारिश से लोगों को निजात मिल गई है, लेकिन पारे में गिरावट अभी भी बनी हुई है। बुधवार को पूरे प्रदेश में आसमान साफ रहा, लेकिन ठंडी हवा चलने से लोग परेशान रहे। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अब 15 जनवरी को बारिश और बर्फबारी होगी। वहीं, बर्फबारी और बारिश से बंद कई मार्ग अभी भी अवरुद्ध हैं।
मध्य प्रदेश से साई ब्यूरो नंद किशोर जाधव ने कहा कि  मौसम केंद्र भोपाल ने अगले छत्तीस घंटों के दौरान प्रदेश के रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, ग्वालियर और चम्बल संभागों में कहीं-कहीं शीत-लहर चलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इन संभागों में कहीं-कहीं न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहने की चेतावनी दी गई है। पिछले चौबीस घंटों के दौरान
प्रदेश में नौगॉंव में सबसे कम न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, उमरिया में भी न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जिले के धवईझर गॉंव में कड़ाके की ठंड से कई पशुओं की मौत होने की खबर है। राजधानी भोपाल में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है और यहॉं न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस से भी कम हो गया है। उधर, शिवपुरी में आज धूप निकलने से लोगों को ठंड से कुछ राहत मिली।
वहीं महाकौशल अंचल में ठण्ड से बुरे हाल हो रहे हैं। रात का पारा नौ डिग्री से भी नीचे जा रहा है। तो दिन में थोड़ी धूप निकलने से राहत महससू की जा रही है। बालाघाट से साई ब्यूरो महेंद्र देशमुख ने खबर दी है कि वहां बैहर तहसील में ठण्ड सबसे ज्यादा सितम ढा रही है। साई ब्यूरो सिवनी से शिवेश नामदेव ने बताया कि यहां शाम ढलते ही बाजार सूने हो जाते हैं। लोगों ने प्रशासन से ठण्ड के चलते शालेय अवकाश देने की मांग की है।
देहरादून साई ब्यूरो अर्जुन कुमार ने बताया कि बर्फबारी के चलते पौड़ी जिले के एक सौ छत्तीस मतदान केंद्र पूरी तरह बर्फ से ढक गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी एमसी उप्रेती ने चुनावों में लगे अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई। उन्होंने बैठक में अधीक्षण अभियंता को बर्फ हटाने वाली मषीनों की जानकारी लेने के साथ ही जो मार्ग बर्फ से अवरुद्ध हो गए हैं।
उनको खुलवाने की व्यवस्था करने के निर्देष दिए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने आषंका व्यक्त की है कि चुनावों के दौरान या चुनाव से पहले बर्फ गिरती है, तो जिले के तीन सौ से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदान पार्टियों का पहंुचना मुष्किल हो जाएगा। उधर, चमोली जिले में इस समय एक सौ बावन मतदान केंद्र बर्फ से ढके हुए हैं, जिसमें बदरीनाथ विधानसभा के अंतर्गत बहत्तर मतदान केंद्र शामिल हैं।
इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी रंजीत सिन्हा ने बताया कि जिले में पूर्व से ही पैंसठ मतदान केंद्रों को हिमाच्छादित केंद्रों के रूप में चिन्हित किया गया था, लेकिन बीते तीन दिनों से हुई बर्फबरी के कारण अब एक सौ बावन मतदान केंद्र बर्फबारी की चपेट में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग को सूचित कर दिया गया है।
वहीं देहरादून साई ब्यूरो से दिशा कुमारी ने बताया कि शीत लहर के चलते उत्तरांचल उच्च न्यायालय में आज से शीतकालीन अवकाष घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में रजिस्ट्रार जनरल राम सिंह ने बताया कि शीतकालीन अवकाष के बाद इक्कीस फरवरी से उच्च न्यायालय में कामकाज शुरु हो जाएगा। शीतकालीन अवकाष के दौरान भी एक न्यायाधीष आवष्यक मामलों की सुनवाई करेंगे।
उधर, नैनीताल-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग गत दिन दिनों की बर्फबारी के कारण बन्द पड़ा था, जिसे प्रषासन द्वारा आज प्रातः खोल दिया गया है। इस मार्ग के बन्द होने से पर्यटकों को नैनीताल पहंुचने के लिए चार किलोमीटर पैदल चलकर यात्रा पूरी करनी पड़ रही थी। मार्ग खुल जाने से पर्यटकों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है। पर्यटक नैनीताल में बर्फबारी का आनन्द ले रहे। पर्यटकों की भारी संख्या देखते हुए व्यावसायी भी खुष हैं।
शिमला से साई ब्यूरो स्वाति सिंह ने बताया कि  प्रदेश के अनेक भागों में बर्फबारी के कारण बाधित हुई यातायात व्यवस्था, विद्युत जल तथा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए किए गए प्रबंधों की मुख्य सचिव राजवंत संधु ने शिमला में एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की। बैठक में बताया कि चौपाल के लिए कल पावंटा साहिब होते हुए एक बस भेजी गई जबकि रामपुर तथा किन्नौर के लिए वाया धामी बसें भेजी जा रही हैं। कुल्लू जिले के पतलीकुहल तक सड़क पर यातायात बहाल कर दिया गया है। जबकि शाम तक मनाली तक यातायात बहाल कर दिया गया।
प्रदेश में बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद अभी भी जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। विभिन्न क्षेत्रों मंे यातायात व संचार सुविधाएं अभी भी बाधित हैं। राजधानी शिमला के कई इलाकों मे अभी भी बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है। शिमला के उपरी इलाकों में अभी भी बस सेवाएं शुरू नहीं हो पाई हैं और कुफरी, नारकण्डा, सराहन तथा सांगला शेष राज्य से कटे हैं।
वहीं कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले के अनेक क्षेत्रों का संपर्क भी देश के अन्य भागों से कटा हुआ है। हालांकि राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में आज दिन की शुरूआत खिली धूप से हुई है जिससे जनजीवन के सामान्य होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य में मौसम आमतौर पर साफ रहेगा।
जयपुर साई ब्यूरो से शैलेन्द्र ने खबर दी है कि पाकिस्तान से सटी अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल का ऑपरेशन अलर्ट सर्द हवा बुधवार से शुरू हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार तेज ठण्ड और कोहरे के कारण सीमा पर संभावित तस्करी और घुसपैठ की गविविधियों को रोकने के लिए बल के जवानों को अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। 
प्रदेशभर में कड़ाके की सर्दी जारी है। कुछ स्थानों पर आज भी न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दू से नीचे है। आज सबसे कम न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में माइनस 1 दशमलव 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। साई संवाददाता ने बताया  कि कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ है।माउण्ट आबू और चूरू में आज पारा जमाव बिन्दू पर रहा। सवाईमाधोपुर वनस्थली और पिलानी में दो, चित्तौड़गढ़ में तीन, राजधानी जयपुर, उदयपुर और बीकानेर में चार तथा फलौदी में पांच डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। बूंदी में भी स्कूलों में आज से दो दिन का अवकाश है। तेज ठंड के कारण अलवर के अजबगढ़ गांव में ड्यूटी के दौरान सहायक वनपाल की मौत हो गई।

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