मंगलवार, 24 जुलाई 2012

मनराखनलाल हैं हामिद भाई


मनराखनलाल हैं हामिद भाई

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। जो सभी का मन रख ले सभी के हिसाब से काम करे और खुश कर दे उसे कहा जाता है मनराखनलाल। देश के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी मनराखनलाल से कम नहीं हैं। हामिद अंसारी पूंजीपतियों के विरोधी वामदलों के दुलारे हैं तो राहुल के उतने ही प्यारे। साथ ही देश के अमीर अंबानी घराने में भी उनकी मार पकड़ का जवाब नहीं है। उद्योग जगत से अंसारी का नाता आज का नहीं पुराना है।
अंसारी के करीबी सूत्रों का कहना है कि जब अंसारी साउदी अरब से भारतीय एम्बेसेडर के बतौर सेवानिवृत हुए थे, तभी से उनकी एंट्री रिलायंस समूह में हो गई थी। उस वक्त अंबानीज़ द्वारा हादिम अंसारी को अपने साथ जोड़कर उनके जिम्मे कच्चे तेल के आयात पर निगरानी रखने का महत्वपूर्ण काम सौंप दिया था।
रिलायंस से जुड़े आब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के लिए अंसारी आधिकारिक तौर पर काम किया करते थे। दरअसल, कच्चा तेल रिलायंस की रिफाईनरी के लिए आयात होता था। वहां काम करते हुए हामिद अंसारी की उद्योगपति मुकेश अंबानी से गहरी छनने लगी, और वे मुकेश के नौरत्नों में स्थान पा गए।
इसके बाद उनकी किस्मत ने पलटा खाया और वाम दलों की बैसाखी पर हामिद अंसारी को उपराष्ट्रपति का पद मिल गया। उपराष्ट्रपति बनते ही हामिद अंसारी ने अपना जलवा दिखाया और जल्द ही वे कांग्रेस की नजरों में भविष्य के वज़ीरे आज़म राहुल गांधी के करीब आ गए।
राहुल गांधी के करीबी सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी को हामिद अंसारी बेहद भाते हैं। कांग्रेस के युवराज राहुल चाहते थे कि रायसीना हिल्स पर प्रणव मुखर्जी के बजाए हामिद अंसारी ही काबिज हों। संभवतः यही दवाब था कि सोनिया गांधी ने त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ चर्चा के दौरान उन्हें दो नाम सुझाए थे, जिसमें हामिद भाई का नाम प्रणव मुखर्जी के उपर था।
उधर, उपराष्ट्रपति आवास के सूत्रों का यह भी कहना है कि राष्ट्रपति की दौड़ से बाहर होने के बाद हामिद अंसारी बुरी तरह आहत थे, और उन्हें लगने लगा था कि उन्हें उपराष्ट्रपति के लिए भी कोई पूछने वाला नहीं बचा है। इसी निराशा के दौर में दो ज्योतिषी जिनका सियासी गलियारों में इकबाल काफी बुलंद है ने यह कहकर हामिद भाई को हौसला दिया कि उन्हें दोबारा उपराष्ट्रपति बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
सूत्रों के अनुसार नोएडा में रहने वाले एक ज्योतिषी के साथ हामिद अंसारी ने घंटों तक बैठकर चर्चा की और ज्योतिष विज्ञान में हर दृष्टिकोण से अपने आपको परखा। इसके साथ ही साथ केंद्रीय उर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे की किचिन कैबनेट में शामिल मुंबई के एक ज्योतिष का नाम भी हामिद भाई को सुझाया गया।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई वाले ज्योतिषाचार्य को भी हामिद अंसारी ने बुला भेजा और उनसे भी घंटों तक विमर्श किया। मुंबई वाले पंडितजी ने भी हामिद अंसारी से यही कहा कि उनकी ग्रह दशा के अनुसार उन्हें दुबारा उपराष्ट्रपति बनने से कोई नहीं रोक सकता है। बस फिर क्या था निराश हामिद अंसारी की आस बंध ही गई।

कोई टिप्पणी नहीं: