मंगलवार, 24 जुलाई 2012

एक तालाब ने बदल दी यहां की किस्मत

एक तालाब ने बदल दी यहां की किस्मत

(राजेश शर्मा)

भोपाल (साई)। एक गाँव जहाँ किसान ठीक से पूरे साल खेती नहीं कर पाते थे, वहाँ की बंजर पड़त भूमि पर आज फसलें लहलहा रही हैं और किसान पहले से लगभग दुगनी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। यह नजारा है जिला अशोकनगर के ईसागढ़ के ग्राम तिघरा का। यहाँ एक छोटे सिंचाई तालाब से लगभग 14 किसान लाभान्वित हो रहे हैं। ऐसे ही एक किसान दशरथ सिंह ने बताया कि उसकी कुल 2.20 हेक्टयर भूमि में 1.20 असिंचित तथा शेष पड़त भूमि है। पिछले साल किसान कल्याण एवं कृषि विकास के भू-संरक्षक ने गाँव में एक छोटा सिंचाई तालाब बनवाया। इस तालाब में जल भराव ज्यादा होने से गाँव के 14 किसान की 40 हेक्टयर भूमि सिंचित हुई। गाँव की पड़त भूमि भी खेती लायक हो गई।
दशरथ ने अपने खेतों में गेहूँ की बोनी की और तालाब से पाँच बार सिंचाई की। इस साल उसने 70 क्विंटल गेहूँ उगाया, जिससे 85 हजार की राशि प्राप्त हुई है। पहले तालाब नहीं होने से वह केवल 1.20 हेक्टयर भूमि पर ही गेहूँ की बोनी कर पाता था और केवल 15 क्विंटल पैदावार ही मिलती थी।
दशरथ की आमदनी आज दुगनी से ज्यादा हो गई है। वह पहले से बेहतर जीवन जी रहा है। एक तालाब ने दशरथ जैसे 14 परिवार का भाग्य ही बदल दिया। तालाब के बनने से गाँव का जल-स्तर भी ठीक हुआ है।
राज्य शासन द्वारा विद्यार्थियों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए महाविद्यालयों में प्रवेश की तिथि में वृद्धि की गई है। स्नातक तथा स्नातकोत्तर की कक्षाओं के लिए नवीन पंजीकरण एवं महाविद्यालयीन स्तर पर ऑन-लाईन प्रवेश के लिये पंजीयन 26 जुलाई 12 तक किया जा सकेगा। दस्तावेजों का सत्यापन भी 26 जुलाई 12 तक होगा।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा से विद्यार्थियों एवं विद्यार्थी संगठनों की ओर से प्रवेश की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया गया था क्योंकि बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले सके है। व्यापक विचार विमर्श के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश की तिथियां बढ़ाने के प्रस्ताव पर राज्यपाल की स्वीकृति प्राप्त कर आदेश जारी कर दिए है।

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