शनिवार, 28 जुलाई 2012

भीड कम होने से निराश हैं, टोपी झंडा बेचने वाले


भीड कम होने से निराश हैं, टोपी झंडा बेचने वाले

(जया श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। टीम अण्णा के अनशन में कम भीड़ से सरकार भले ही उत्साहित हो पर झंडे और अण्णा की टोपी बेचने वालों में निराशा की लहर है। पहले टीम अण्णा के पिछले साल के अनशन के वक्त दिल्ली सहित देश भर में बिके तिरंगे और मैं भी अण्णा तू भी अण्णा या अण्णा लिखी टोपियां जमकर बिकी थीं।
ज्ञातव्य है कि पिछले साल से वह अन्ना के हर अनशन पर लोगों के चेहरे पर तिरंगे लगाते हैं, पर इस बार निराश हैं क्योंकि उम्मीद के अनुसार कमाई नहीं हो रही है। सड़क पर दुकान लगाने वालों का कहना है कि पिछले साल अगस्त में लोगों में उत्साह था जो अब कम हुआ है। पिछले दिनों इन लोगों ने बमुश्किल से 100 रूपये कमाये हैं।

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