बुधवार, 4 जनवरी 2012

पौने पांच लाख मतदाताओं की तादाद बढ़ी उत्तराखण्ड में


पौने पांच लाख मतदाताओं की तादाद बढ़ी उत्तराखण्ड में

(ऋषिना)

देहरादून (साई)। प्रदेष में पिछले दो वर्षों में मतदाताओं की संख्या में करीब चार लााख इकहत्तर हजार की बढ़ोतरी हो गई है। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी के अनुसार समूचे राज्य में तिरसठ लाख तिरसठ हजार नौ सौ चौदह मतदाता अब तक पंजीकृत किए गए हैं, जिनमें एक लाख तीन सौ बीस सर्विस मतदाता हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में मतदाताओं की संख्या अठावन लाख सतासी हजार सात सौ चौबीस थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार प्रदेष में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाषन कर दिया गया है और जिला निर्वाचन अधिकारियों को जनता के सूचनार्थ चस्पा करने को कहा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां जारी मतदाता सूची के अनुसार राज्य में सामान्य मतदाताओं की संख्या बासठ लाख तिरसठ हजार पांच सौ चौरानवें है, जिनमें बत्तीस लाख सतहत्तर हजार आठ सौ उनतीस पुरुष और उनतीस लाख पचासी हजार सात सौ पैंसठ महिला मतदाता हैं। राज्य में सर्वाधिक दस लाख छियासी हजार चार सौ सत्तर मतदाता हरिद्वार में हैं, जबकि सबसे कम एक लाख इकसठ हजार चार सौ पचहत्तर रुद्रप्रयाग जिले में हैं। 
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, श्रीमती राधा रतूड़ी ने विधान सभा चुनाव को देखते हुए प्रिटिंग प्रेसों को आवश्यक दिषा-निर्देष दिये हैं। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्वाचन आयोग से प्राप्त दिषा-निर्देषों से प्रिटिंग प्रेसों को अवगत कराने के निर्देश भी दिए। जिसके अंतर्गत चुनाव प्रचार से संबंधित सभी प्रकार की प्रचार सामग्रियों को मुद्रित करते समय उस पर प्रंट लाईन देना अवष्यक है।
साथ ही प्रत्याषी द्वारा प्रचार साहित्य के प्रकाषन से पूर्व एक घोषणा पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी अथवा मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने बताया कि चुनावी प्रचार में प्रयोग होने वाले पम्पलैट, हैण्डबिल, प्ले कार्ड और अन्य प्रचार सामग्री पर आने वाले खर्च को प्रत्याषी के प्रचार खर्चे में षामिल किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इन दिषा-निर्देषों का उल्लंघन करने पर प्रत्याषी को छह माह की कैद अथवा दो हजार रुपये जुर्माना या दोनो दण्ड दिये जा सकते है।
उधर, देहरादून के जिला निर्वाचन अधिकारी दिलीप जावलकर ने निर्वाचन के दौरान विभिन्न व्यवस्थाओं खासकर मतदान, मतगणना और अन्य अवसरों पर संचार व्यवस्थाके समुचित व प्रभावी अनुपालन के लिए बीएसएनएल के उप महाप्रबंधक (वाणिज्यिक) अनिल शर्मा को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया है।
उन्होंने बताया कि प्रभारीअधिकारी निर्वाचन आयोग के प्रेक्षकों के प्रवास के दौरान उनके ठहरने के स्थानों पर दूरभाष और इंटरनेट ब्रॉडबैंड की सुचारू व्यवस्था सुनिष्चित करेंगे। इसके अलावा मतगणना केन्द्र पर दूरभाष व इंटरनेट ब्रॉडबैंड की सुचारू व्यवस्था के साथ ही सभी मतदेय स्थलों पर संचार व्यवस्था सुचारू बनाए रखने की व्यवस्था करेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी टीके पंत को सहायक प्रभारी अधिकारी, आदर्श आचार संहिता के स्थान पर मदिरा प्रबंधन प्रकोष्ठ का प्रभारी नियुक्त किया है। उन्होंने श्री पंत को निर्देश दिए हैं कि वे प्रतिदिन जिले में मदिरा प्रबंधन की रिपोर्ट आयोग निर्धारित प्रारूप में जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
ऊधमसिंह नगर से सांई ब्यूरो ने बताया कि यहां के जिला निर्वाचन अधिकारी पीएस जंगपांगी ने राजनीतिक दलों से निष्पक्ष एवं स्वतन्त्र निर्वाचन सम्पन्न कराने में सहयोग की अपील है। रुद्रपुर में आयोजित बैठक में उन्होंने बताया कि विधान सभा क्षेत्रवार मतदाता सूची का प्रकाषन कर दिया गया है, जो बीएलओ के अलावा उप जिलाधिकारी, तहसीलदार के कार्यालय में अवलोकनार्थ उपलब्ध है।
इसके अलावा जिला निर्वाचन कार्यालय से भी इसकी प्रति प्राप्त की जा सकती है। श्री जंगपांगी ने बताया कि कल तक मतदाता सूची  में नाम शामिल करने अथवा हटाने के लिये आवेदन किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर भी व्यय पर नजर रखने के लिये सहायक व्यय प्रेक्षक के अलावा, लेखा टीम, वीडियो टीम तथा स्टेटिक टीम तैनात की गयी है। उधर, उप जिला निर्वाचन अधिकारी रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि विज्ञापन तथा पेड न्यूज पर नजर रखने के लिये उनकी अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है।
साई ब्यूरो ने हय भी बताया कि पौड़ी जनपद की छह विधानसभाओं में मतदाताओं की संख्या पिछले चुनावों सें अठारह हजार चार सौ पचपन कम हो गई है। वर्ष दो हजार सात के विधानसभा चुनाव में पांच लाख एक हजार तीन सौ अठारह मतदाता थे, जो अब घटकर चार लाख बयासी हजार आठ सौ तिरेसठ रह गए हैं।
इस बार सबसे अधिक मतदाता श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र में हैं, जिनकी संख्या 89290 है। सबसे कम मतदाता लैंसडौन विधानसभा सीट हैं, जहां कुल मतदाताओं की संख्या इकहत्तर हजार दो सौ पचासी है। जबकि यमकेष्वर में चौहत्तर हजार पांच सौ उनतीस, चौबट्टाखाल में अस्सी हजार सात सौ इक्कीस, पौड़ी में बयासी हजार चार सौ अठाईस तथा कोटद्वार में चौरासी हजार छह सौ दस मतदाता हैं।
चम्पावत से साई ब्यूरो ने खबर दी है कि चम्पावत जिले में मतदान कार्मिकों की तैनाती की सूची राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से प्रति हस्ताक्षरित कर वरीयता के आधार पर जारी कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी आषीष जोषी के अनुसार जिले की दोनो विधानसभा क्षेत्रों में लगभग सोलह सौ कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों में चार सौ सैंतालीस पीठासीन, इतने ही मतदान प्रथम व छह सौ चौसठ मतदान द्वितीय अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। श्री जोषी ने बताया कि नौ और दस जनवरी को इन मतदान कर्मियों को ईवीएम व चुनाव संबंधी प्रषिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी राजनीतिक दलों व स्थानीय लोगों को ईवीएमसंबंधी जानकारी जगह-जगह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि पोलिंग पार्टियों के रूट चार्ट और वाहनों का अधिग्रहण कर लिया गया है।

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