रविवार, 12 फ़रवरी 2012

जनसेवकों की उदासीनता के चलते छात्र शक्ति हुई सक्रिय


जनसेवकों की उदासीनता के चलते छात्र शक्ति हुई सक्रिय

सोमवार से आठ दिवसीय चरण बद्ध आंदोलन की घोषणा



(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। सिवनी जिले के सांसद विधायकों की उदासीनता और निहित स्वार्थ में उलझे होने के चलते अब छात्र शक्ति को आगे आने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जिले की बदहाली पर आंसू बहाते हुए छात्रशक्ति मंत्र ने अपनी छः सूत्रीय मांगों के साथ विज्ञप्ति जारी कर जिले के हित में खुद को सक्रिय होने का प्रमाण दिया है।
युवा छात्रशक्ति मंच के समन्वयक द्वारा आज यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि सिवनी जिले की विभिन्न मांगों को लेकर जनमंच सहित अनेक संगठनों ने समय समय पर आंदोलन किए किन्तु राजनैतिक दूरदर्शिता एवं जनमानस के आपेक्षित सहयोग के न मिल पाने आज जिला अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ने पर मजबूर हो गया है।
इसके फलस्वरूप युवा छात्रशक्ति मंच सिवनी की विभिन्न मांगों को लेकर देश के महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, भूतल परिवहन मंत्री, पर्यावरण मंत्री, प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने पर मजबूर हो गई है। गौरतलब है कि विद्यार्थियों का समूचा ध्यान अपने पठन पाठन में ही होता है। विद्यार्थियों को राजनीति से दूर दूर तक लेना देना नहीं होता है। किन्तु जब जिले की दुर्दशा होती वे खुद अपनी आंखों से देख रहे हों तब उन्हें पठन पाठन से इतर इस तरह की गतिविधियों में कूदना पड़ रहा है जो जिले के भाजपा के सांसद के.डी.देशमुख विधायक श्रीमति नीता पटेरिया, कमल मस्कोले, श्रीमति शशि ठाकुर, कांग्रेस के क्षेत्रीय सांसद बसोरी सिंह मसराम एवं सिवनी जिले के हितचिंतक माने जाने वाले केवलारी विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर के मुंह पर करारा तमाचा ही है।
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि बड़ी रेल लाईन के लिए 2012 - 13 के रेल बजट जो कि 14 मार्च को आएगा में सिवनी से होकर गुजरने वाली छोटी रेल लाईन के अमान परिवर्तन के लिए राशि सुनिश्चित की जाए। दूसरी मांग के तौर पर युवा छात्रशक्ति ने कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार फोर लेन मार्ग के अविवादित हिस्से में कार्य आरंभ करवाया जाए।
इसके साथ ही साथ बद से बदतर हो चुकी एनएच 7 जो अब एनएचएआई के फोरलेन में तब्दील हो चुकी है में सुकतरा से खवासा और सिवनी शहर से नगझर और शीला देही तक बायपास को जोड़ने वाले मार्ग का सड़क सुधार तत्काल प्रारंभ कराया जाए। युवा छात्र शक्ति ने अपनी चौथी मांग के रूप में सिवनी को अधोसंरचना के अनुरूप बालाघाट और छिंदवाड़ा के मध्य स्थित होने के कारण विश्वविद्यालय का दर्जा या विश्वविद्यालय स्थापित किया जाए।
युवा छात्र शक्ति का कहना है कि चार सौ बिस्तरों वाले जिला अस्पताल को एक मिनी मेडीकल कालेज बनाकर उससे जोड़ा जाए। इस कालेज में आयुर्विज्ञान, दंत और आयुर्वेदिक की पढ़ाई के कोर्स संचालित किए जाने अधोसंरचना और कार्यवृत्त को मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया को प्रेषित किया जाए।
अंतिम मांग के बतौर युवा छात्रशक्ति ने कहा है कि सिवनी का संसदीय क्षेत्र इसे पुनः वापस किया जाए एवं भौगोलिक दृष्टि से उपयुक्त संभागीय मुख्यालय सिवनी में ही बनाया जाए। युवा छात्र शक्ति इसके लिए सोमवार 13 फरवरी से 20 फरवरी तक चरण बद्ध आंदोलन आरंभ कर रही है।

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