रविवार, 12 फ़रवरी 2012

जारी है मौसम का उतार चढ़ाव


जारी है मौसम का उतार चढ़ाव



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। देश भर में मौसम के उतार चढ़ाव का सिलसिला कायम है। पहाड़ी इलाके में हुई बर्फबारी का असर यहां की फिजा में साफ दिखाई दे रहा है। शनिवार को दिन के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में एक व तीन डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम व न्यूनतम तापमान 21.86.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं रविवार को दिनभर बादल छाए रहने तथा कहीं कहीं हल्की बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान 239 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का यह मिजाज अभी कम से कम एक सप्ताह तक जारी रहेगा। हालांकि गत बृहस्पतिवार को जिस तरह न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था, अब तापमान इतना नीचे जाने की कम संभावना है। कुछ दिनों तक सुबह के दौरान किसी किसी इलाके में आंशिक रुप से कोहरा भी छाया रहेगा।
उधर, मौसम में अचानक आए बदलाव से शनिवार को उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मैदानी और पर्वतीय इलाकों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया। दिल्ली में दोपहर बाद आसमान में बादल छा गए। वहीं कश्मीर में ठंड और बढ़ गई है। उत्तराखंड में भी मौसम ने लोगों को परेशान किया। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान में भी पारे ने खूब गोता लगाया।
दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सुबह थोड़ी धूप खिली, लेकिन दोपहर होते-होते आसमान में बादल छा गए। लोगों को ठंडी हवाओं ने भी परेशान किया। पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी कुछ ऐसा ही हाल रहा। कई स्थानों पर बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। नारनौल अपने न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान रहा। पंजाब में भी कमोवेश ऐसी ही स्थिति रही। अमृतसर में पारे ने 2.2 डिग्री तक का गोता लगाया। उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री के साथ आगरा सबसे ठंड स्थान रहा। ठंड का असर शनिवार को मध्य प्रदेश में भी खूब देखने को मिला। राज्य के कई हिस्से शीतलहर की चपेट में रहे। दतिया जिले में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। राजस्थान के चुरू में न्यूनतम तापमान 2.4 रिकॉर्ड किया गया।
श्रीनगर से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो विनोद नेगी ने बताया कि काश्मीर वादी में बीते कुछ दिनों से खुशगवार हो चुके मौसम ने शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से दोबारा करवट बदल ली। सूर्य देव घने बादलों के पीछे छुप गए और ठंडी हवा ने लोगों को फिर से ठंड का अहसास कराया। मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटे तक मौसम में सुधार की संभावना नहीं है। श्रीनगर का पारा गिरकर फिर -1.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। विदित हो कि वादी में बीते एक सप्ताह से धूप निकलने के कारण अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था औ न्यूनतम में भी थोड़ा सुधार हुआ था।
मौसम ने दोबारा करवट बदल ली। सुबह से ही आसमान बादलों से ढका रहा और ठंडी हवा चलती रही। शुक्रवार की तुलना में श्रीनगर में शनिवार को तीन डिग्री गिरावट के साथ अधिकतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इसी तरह न्यूनतम तापमान भी फिर से जमाव बिंदु पर आ गया है। गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान -9.5 डिग्री, पहलगाम में -5.5, काजीगुंड में -5.0, कोकरनाग में -4.4, कुपवाड़ा में -2.4, कारगिल में -18.1, जबकि लेह में -16.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे तक वादी में मौसम खराब रहेगा और इस बीच अधिकांश जगहों पर हल्की बर्फबारी तथा बारिश होने की संभावना है। विभाग के निदेशक सोनम लोट्स ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के फिर से सक्रिय होने से मौसम ने दोबारा करवट बदली है। उन्होंने कहा कि तापमान में और गिरावट आ सकती है।
देहरादून साई ब्यूरो से अर्जुन कुमार ने खबर दी है कि बर्फबारी और वर्षा के बाद मौसम खुला तो दो दिन तक शीतलहर का प्रकोप। अब शीत का प्रकोप कम हुआ तो मौसम ने फिर करवट बदली है। आसमान में बादल उमड़ आए हैं और इनके बरसने के आसार भी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को सूबे में चोटियों पर फिर बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में कहीं-कहीं वर्षा की संभावना है।
दो दिनों की शीतलहर के बाद शनिवार को मौसम खुशगवार रहा, लेकिन आसमान में उमड़े मेघों ने फिर से ठंडक के आसार बढ़ा दिए हैं। मौसम विभाग का भी पूर्वानुमान है कि बदरा बरसेंगे। राज्य मौसम केंद्र के निदेशक डॉ. आनंद शर्मा के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के चलते बादलों की आवक हुई है और रविवार से इसका असर दिखने लगेगा। रविवार को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर वर्षा व बर्फबारी के आसार हैं, जबकि अन्य क्षेत्रों में कहीं-कहीं वर्षा एवं गरज के साथ वर्षा की। राजधानी देहरादून में भी बदली छायी रहेगी और कुछ इलाकों में गर्जन वाले बादल विकसित होने की संभावना है।
जयपुर साई ब्यूरो शैलेन्द्र ने बताया कि राज्य के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान में बढोतरी होने से सर्दी का असर कम हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार आज सबसे कम तापमान चूरू में 5 दशमलव 8 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया। वहीं गंगानगर में 6, जोधपुर में 9, जयपुर, कोटा, बाडमेर में 10 तथा अजमेर और बीकानेर में 11 डिग्री सैल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश के बाकी हिस्सो में भी तापमान में बढोतरी दर्ज की गई है।
नैनीताल साई ब्यूरो कामना भार्गव ने बताया कि सरोवर नगरी नैनीताल की सैर पर आने वाले सैलानियों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। वर्ष 2011 में 8.34 लाख सैलानी पहुंचे जबकि वर्ष 2010 में यही आंकड़ा 7.86 लाख था। विदेशी सैलानियों का संख्या भी इस बार 10 हजार के करीब पहुंच गई है।
दैवीय आपदा के बावजूद यहां आने वाले सैलानियों का मोह कम नहीं हो पाया है। वर्ष 2010 की तुलना में वर्ष 2011 में 47 हजार सैलानी अधिक पहुंचे हैं। पर्यटन विभाग के सूचना अधिकारी बीसी त्रिवेदी के मुताबिक पिछले साल जून में सर्वाधिक सैलानी पहुंचे हैं। यह आंकड़ा 264318 रहा, जबकि सबसे कम सैलानी फरवरी माह में मात्र 26552 पहुंचे। जनवरी में 46262, मार्च 30468, अपै्रल 48862, मई 103789, जुलाई 77847, अगस्त 54091, सितंबर 50210, अक्टूबर 64018, नवम्बर 33010 तथा दिसंबर में 34978 सैलानी भ्रमण पर पहुंचे। इसी क्रम में सर्वाधिक विदेशी सैलानी अपै्रल माह में 1450 पहुंचे। सबसे कम अगस्त में मात्र 403 पहुंचे। पूरे वर्ष में कुल 9410 विदेशी सैलानी यहां आए। वर्ष 2010 की तुलना में 2288 विदेशी अधिक पहुंचे। इससे पूर्व वर्ष 2007 में यही आंकड़ा 9437 का था। वर्ष 2008 से 10 के बीच विदेशियों की आमद कम रही। त्रिवेदी के अनुसार साल दर साल 8 से 10 फीसदी पर्यटकों की आमद बढ़ रही है। वर्ष 2009 में 749556, वर्ष 08 में 615469, वर्ष 07 में 580079 और वर्ष 06 में 554527 सैलानी यहां पहुंचे। राज्य अलग होने के बाद से अभी तक सैलानियों के आमद की संख्या में खासा इजाफा रहा है।
उधर काश्मीर से साई ब्यूरो रचना सिंह ने बताया कि कश्मीर में बीते कुछ दिनों से खुशगवार हुए मौसम ने शनिवार को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से दोबारा करवट बदल ली। सूर्यदेव घने बादलों के पीछे छिप गए और ठंडी हवाएं चलीं। श्रीनगर में पारा गिरकर शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुंचा। कारगिल में न्यूनतम तापमान शून्य से 18.1 डिग्री नीचे दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी ठंड का दौर जारी रहेगा। बढ़ी ठंड से उत्तराखंड के लोग भी परेशान हुए। दिनभर बदली छाई रही। ठंडी हवाएं भी चलीं। उत्तरकाशी के कई गांव अभी बर्फ से ढंके हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्गाे से बर्फ नहीं हटाए जाने के कारण यातायात ठप है। यहां अल्मोड़ा में सबसे कम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में पार जमाव बिंदु से नीचे बना हुआ है। यहां केलंग में तापमान शून्य से 15 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया।
शिमला से साई ब्यूरो स्वाती सिंह ने सामचार दिया है कि प्रदेश मे कल से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार दिनों तक राज्य के ऊपरी हिस्सों मे बर्फबारी तथा निचले क्षेत्रों में वर्षा होगी जबकि कई क्षेत्रों में भारी हिमपात होने की संभावना है। इस बीच जनजातिय क्षेत्र लाहौल घाटी में इन दिनों पारा गिरकर माइनस 15 डिग्री सैल्सियस से माइनस 20 डिग्री सैल्सियस तक नीचे चल रहा है जिससे लोगों को कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय केलंग के नजदीक निर्मित चार सौ किलो वाट की बिलिंग पन विद्युत परियोजना को चलाना भी हिम ऊर्जा कर्मचारियों के लिए चुनौती बन गया है। कड़ाके की ठंड की वजह से इस परियोजना में पानी के जम जाने से इस प्रोजैक्ट की उत्पादकता घट कर 2 सौ किलोवाट हो रही है। इस बीच पिछले दिनों हुई बर्फबारी से लाहौल घाटी के लोगों को अभी भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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