शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

शालेय शिक्षकों की बढ़ेगी सेवानिवृत्ति उम्रसीमा


शालेय शिक्षकों की बढ़ेगी सेवानिवृत्ति उम्रसीमा

(प्रतिभा सिंह)

पटना (साई)। राज्य के प्राथमिक से लेकर उच्चतर माध्यमिक तक के शिक्षकों की सेवानिवृत्ति उम्रसीमा बढ़ेगी। राज्य सरकार जल्द इस पर निर्णय लेगी। शिक्षा मंत्री पीके शाही ने गुरुवार को प्रधानाध्यापकों की बैठक में कहा कि विभाग इसका प्रयास कर रहा है। विश्वविद्यालय व डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों की सेवानिवृत्ति उम्र बढ़ायी गयी है।
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि यह लाभ स्कूली शिक्षकों को भी मिलना चाहिए। उम्मीद है कि इसमें सरकार को कोई समस्या नहीं आयेगी। इससे शिक्षकों की कमी की समस्या भी काफी हद तक दूर होगी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं कहा सेवानिवृत्ति उम्रसीमा 60 वर्ष से बढ़ा कर कितनी की जायेगी।
लेकिन, पूर्व में विभाग का जो प्रस्ताव था, उसमें शिक्षकों की उम्रसीमा 62 वर्ष किये जाने की बात थी। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवा विद्यालयों में लिये जाने को लेकर नयी नीति बनेगी। विभाग के सभागार में गुरुवार को राज्य के बेहतर 70 माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को विभाग में बुलाया गया था।
उन्होंने कहा कि मुख्यालय, जिला व प्रखंडों में कार्यरत पदाधिकारी विद्यालयों के भ्रमण पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, सिर्फ कार्यालयों में संचिका के निबटारे में सारा समय लगा रहे हैं। उनका निर्देश है कि नियमित रूप से विद्यालयों का भ्रमण पदाधिकारी करें। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा पर केंद्र सरकार का ध्यान नहीं है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान में केंद्र ने वर्ष 2011-12 में राशि नहीं दी।
वर्ष 2012-13 में यह योजना स्वीकृत ही नहीं हुई। राज्य सरकार को अपने बूते माध्यमिक विद्यालय व उच्चतर विद्यालयों को सदृढ़ करना है। बच्चों की संख्या को देखते हुए विद्यालयों में आधारभूत संरचना व शिक्षकों की कमी है। चरणबद्ध तरीके से इसे दूर किया जायेगा। बैठक में विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा समेत माध्यमिक शिक्षा के तमाम पदाधिकारी उपस्थित थे।

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