शुक्रवार, 27 जुलाई 2012

लीजिए ग्रीन चैनल बैंकिग का आनंद


लीजिए ग्रीन चैनल बैंकिग का आनंद

अब मिनटों में जमा व निकासी

पेपरलेस बैंकिंग को बढ़ावा

(मेघना अर्गल)

अहमदाबाद (साई)। पहले और आज की बैंकिंग में काफी फर्क आ गया है। पहले पैसे निकालने या जमा करने के लिए घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था। राशि निकासी के लिए टोकन मिलता था। काफी इंतजार के बाद बारी आने के बाद आवाज दी जाती थी, तब वहां जाकर कैश लेना होता था। आज स्थिति उलट है।
यह काम मिनटों में होने लगा है। सबसे पहले तो एटीएम हैं, जहां से लोग स्वयं पैसे निकाल सकते हैं। वहीं शाखाओं में भी अब एटीएम सुविधा शुरू कर दी गयी है। इसे ग्रीन चौनल बैंकिंग कहा जाता है। इसमें लोग अपने एटीएम या डेबिट कार्ड के माध्यम से पैसे निकाल सकते हैं, जमा करा सकते हैं या अन्य ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
एसबीआई के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि ग्रीन चौनल बैंकिंग का कंसेप्ट पेपर बचाना है। इसके अलावा ग्राहकों के लिए भी यह काफी सुविधाजनक है। उन्हें लंबी लाइन में खड़ा नहीं रहना पड़ता है। ग्राहकों को कोई वाउचर आदि नहीं भरने पड़ते हैं।
अपने डेबिट कार्ड की मदद से वे काम कर सकते हैं। एटीएम में जहां पसंद के नोट नहीं मिलते हैं, शाखा में पसंद के नोट भी ले सकते हैं। वहीं बैंक को प्रोसेसिंग में लगनेवाला समय बचता है। इसके अलावा स्टेशनरी व इंफ्रास्ट्रक्चर में भी काफी बचत होती है। कई लोगों को एटीएम ट्रांजेक्शन में हिचक होती है। वे शाखा से पैसों की निकासी करते हैं। उनके लिए भी यह सुविधा अच्छी है।

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