गुरुवार, 27 सितंबर 2012

सुरक्षित स्थान की तलाश में गड़करी


सुरक्षित स्थान की तलाश में गड़करी

(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। 2014 या उससे पहले होने वाले आम चुनावों में भाजपा अपने सहयोगी राजद के भरोसे सत्ता में वापसी का स्वप्न देखने लगी है। भापजा को उम्मीद है कि कांग्रेसनीत संप्रग के घपले, घोटाले, मंहगाई, भ्रष्टाचार, एफडीआई आदि के अस्त्रों से वह रसातल में चली जाएगी और राजग की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है। इसी के मद्देनजर भाजपा निजाम नितिन गड़करी द्वारा अब सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र खोजा जा रहा है ताकि वे अगले वजीरे आजम बन सकें।
नितिन गड़करी के करीबी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि संप्रग सरकार के कारानामों और भाजपा की स्थिति पर जो सर्वेक्षण भाजपा द्वारा करवाया गया है, वह गड़करी के लिए उत्साहवर्धक है। कहा जा रहा है कि मनमोहन सिंह को बिना रीढ़ का प्रधानमंत्री इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि उन्होंने एक भी चुनाव नहीं जीता है। इसी बात को आधार बनाकर नितिन गड़करी अब सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र की तलाश में जुट गए हैं।
देखा जाए तो महाराष्ट्र की संस्कारधानी नागपुर गड़करी का गृह नगर है, बावजूद इसके नागपुर पर भरोसा करने का साहस गड़करी नहीं जुटा पा रहे हैं। इस सीट पर 1996 में कांग्रेस से भाजपा में आए भंवर लाल पुरोहित के अलावा कभी भाजपा का परचम नहीं लहरा पाना सबसे बड़ा कारक माना जा रहा है। संघ का गढ़ होने के बाद नागपुर में भाजपा की हालत सदा ही पतली रही है।
सूत्रों ने इस बात के संकेत दिए हैं कि गड़करी का दिल अब नागपुर से लगे चंद्रपुर और बालाघाट संसदीय क्षेत्र पर आ रहा है। बालाघाट मध्य प्रदेश का हिस्सा है, जिसमें बालाघाट और सिवनी जिले दोनों का समावेश है। बालाघाट और सिवनी नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण गड़करी इस संसदीय क्षेत्र में ज्यादा रूचि नहीं दिखा रहे हैं, क्योंकि बालाघाट के नक्सल गतिविधियों के केंद्र अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में वे भारी भरकम सुरक्षा कवच के साथ जाएंगे जो उनकी छवि को प्रभावित करेगा।
इसके अलावा चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र गड़करी के लिए मुफीद बैठ रहा है। वैसे भी चंद्रपुर जिला संघ प्रमुख मोहन भागवत का गृह नगर है। संघ के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को संकेत दिए कि गड़करी और मोहन भागवत के बीच संबंध काफी प्रगाढ़ हैं। संघ प्रमुख के इशारों पर चंद्रपुर में उनके लिए उपजाउ माहौल प्रशस्त करना आरंभ कर दिया है। संघ के जमीनी कार्यकर्ताओं ने चंद्रपुर में आमद दे दी है, और वे गड़करी के लिए राजनैतिक बिसात बिछा रहे हैं।
चंद्रपुर से चार बार विधायक रहे प्रदेश भाजपा के निजाम सुधीर भी गड़करी के यस मेन ही माने जाते हैं। सुधीर को भी गड़करी की कृपा दृष्टि से ही महत्वपूर्ण जवाबदेही मिली है। चंद्रपुर के भाजपा सांसद हंसराज अहीर ही गड़करी की राह का रोड़ा हैं। बताते हैं कि उन्हें भी राज्य सभा का लालीपाप देकर मना लिया गया है। इस तरह गड़करी ने 7, रेसकोर्स रोड़ (भारत गणराज्य के वजीरे आजम का सरकारी आवास) पहुंचने के अपने सारे पुख्ता इंतजामात कर लिए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: