मंगलवार, 3 जनवरी 2012

अनाज सड़ने पर भड़के जोगी


अनाज सड़ने पर भड़के जोगी

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। राज्य में अन्न के उचित भण्डारण न होने पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छग की रमन सिंह सरकार को आड़े हाथों लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी ने कहा है कि राज्य में पिछले दो तीन दिनों हो रही बारिश के कारण सोसायटियों और अन्य स्थानों  पर खुले आसमान में पड़ा हुआ किसानों का धान अंकुरित होने और सड़ जाने की स्थिति में आ गया है, जिससे अरबों रूपयों के नुकसान की आशंका है।
श्री जोगी ने इसके लिए राज्य सरकार की कमजोर प्रशासनिक पकड़ को जिम्मेदार बताया है। आज रायपुर में जारी एक विज्ञप्ति में श्री जोगी ने कहा है कि प्रशासनिक लचरता के कारण खुले में रखे हुए किसानों के धान की सुरक्षा का प्रबंध नहीं हो पाया है। जब से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी प्रारंभ हुई है तब से लेकर अब तक धान खरीदी के दौरान होने वाली यह सबसे अधिक हानि है। 
श्री जोगी ने मांग की है कि राज्य सरकार किसानों को बारिश से धान को हुए नुकसान का पूरा मुआवजा दे क्योंकि इसमें किसानों का कोई दोष नहीं है।   उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री नंदकुमार पटेल और नेता प्रतिपक्ष श्री रविन्द्र चौबे ने धान खरीदी में नमी का स्वीकृत पच्चीस प्रतिशत तक बढ़ाए जाने, साथ में उन्होंने धान खरीदी की तारीख अठ्ठाईस फरवरी तक बढ़ाए जाने की मांग की है।
उधर, मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा है कि प्रदेश के समस्त उपार्जन और संग्रहण केन्द्रों में किसानों से खरीदे जा चुके धान की बोरियों के रख-रखाव की समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में धान बेचने के लिए आए जिन किसानों का धान अभी तक खरीदा नहीं जा सका है, उनका गीला धान भी उनके द्वारा सुखाए जाने के बाद खरीदा जाएगा। 
मुख्यमंत्री ने रायपुर में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर राज्य की सहकारी समितियों के उपार्जन केन्द्रों में समर्थन मूल्य नीति के तहत चल रही धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में डॉक्टर सिंह ने बेमौसम बारिश के फलस्वरूप जिन केन्द्रों में धान गीला होने की समस्या आई है, वहां गीले धान को सुखाने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि किसानों को तत्काल चेक भुगतान के लिए विपणन संघ द्वारा अग्रिम दो दिनों की राशि भी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों को उपलब्ध करा दी जाए।

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