बुधवार, 21 दिसंबर 2011

महिला एवं बाल विकास विभाग करेगा जीपीएस से निगरानी


महिला एवं बाल विकास विभाग करेगा जीपीएस से निगरानी

(नंद किशोर)

भोपाल (साई)। महिला एवं बाल विकास विभाग अपने अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) लगाकर योजनाओं के क्रियान्वयन पर निगरानी रखेगा। इस व्यवस्था से उनके द्वारा किये जाने वाले भ्रमण और निरीक्षण दौरे की जानकारी विभाग को सीधे प्राप्त होगी। महिला-बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती रंजना बघेल ने अधिकारियों के वाहनों में जीपीएस लगाये जाने के निर्देश दिये हैं।
श्रीमती रंजना बघेल के अनुसार जीपीएस से न सिर्फ अधिकारियों की लोकेशन मिल सकेगी बल्कि योजनाओं के बेहतर संचालन में भी मदद मिलेगी। जीपीएस महिला-बाल विकास विभाग के सभी 10 संभागीय संयुक्त संचालकों, 50-50 जिला कार्यक्रम अधिकारियों व जिला महिला-बाल विकास अधिकारियों तथा 453 परियोजना अधिकारियों के वाहनों में लगाया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अटल बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन की गतिविधियों के लिए अब तक जन-सहयोग से जुटाए गये चार वाहनों में भी जीपीएस लगाये जा चुके हैं। जिन जिलों के ये वाहन हैं, उनमें उज्जैन, रतलाम, देवास, शाजापुर शामिल हैं। नीमच और मंदसौर जिले के लिए उपलब्ध कराये जा रहे वाहनों में चालू दिसम्बर माह में ही जीपीएस लग जायेगा।
श्रीमती बघेल ने बताया कि योजनाओं की निगरानी एवं मूल्यांकन तथा जानकारी प्राप्त करने के लिए एम.आई.एस. (मैनेजमेंट इन्फॉरमेशन सिस्टम) को भी व्यवस्थित किया गया है। एमआईएस द्वारा विभागीय योजनाओं की समस्त जानकारी ऑनलाइन प्राप्त हो रही है। यह जानकारी योजनाओं के मूल्यांकन एवं विश्लेषण में सहायक सिद्ध हो रही है।
एमआईएस प्रक्रिया में विभागीय योजनाओं का समय-समय पर बैसलाइन सर्वे, मिडटर्म इवेल्यूशन, इम्पेक्ट एसेसमेंट, एक्शन रिसर्च एण्ड स्टडी, डिजी ट्रेकिंग तथा सोशल ऑडिट आदि कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मॉनीटरिंग की इस पुख्ता व्यवस्था से विभागीय गतिविधियों एवं सेवाओं के इनपुट, प्रोसेस, आउटपुट एवं आउटकम इंडिकेटर्स की मॉनीटरिंग की गुणवत्ता में सुधार दिखा है। एस.आई.एस. और जीपीएस आदि के लिए इस साल बजट में दो करोड़ की राशि का प्रावधान भी रखा गया है।

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