बुधवार, 12 मई 2010

congress and jail singh

कांग्रेस मीरा का कार्ड खेल सकती है बिहार में

कांग्रेस मीरा का कार्ड खेल सकती है बिहार में
 
कांग्रेस को डर कहीं मीरा पीएम की कुर्सी न मांग लें
 
(लिमटी खरे)

नई दिल्ली 01 मई। बिहार में सत्ता हासिल करने के लिए सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस द्वारा चुनावों में भारत गणराज्य की पहली लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को बतौर मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया जा सकता है। कांग्रेस किसी भी कीमत पर बिहार में सत्ता पाने को आतुर दिखाई पड रही है। कांग्रेस के मैनेजरों ने दलित एजेंडे को आगे बढाने के लिए कांग्रेस की राजमाता श्रीमति सोनिया गांधी को इस तरह का मशविरा दे दिया है।
 
कांग्रेस की सत्ता और शक्ति के शीर्ष केंद्र 10 जनपथ (श्रीमति सोनिया गांधी का सरकारी आवास) के भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव, राम विलास पासवान जैसी ताकतों को काबू करने के लिए कांग्रेस का बिहार पर काबिज होना अत्यावश्यक है। यही कारण है कि पिछली मर्तबा विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के इक्कीसवीं सदी के चाणक्य माने जाने वाले राजा दिग्विजय सिंह को बिहार के मामलों में सर्वेसर्वा बनाकर भेजा गया था।
 
कांग्रेस की सुप्रीमो श्रीमति सोनिया गांधी और युवराज दोनों ही को दलित एजेंडे को आगे करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बरसों से दलितों की सुध भूल चुकी काग्रेस को अचानक ही दलितों की याद आई और फिर राहुल गांधी ने दलितों के घरों पर रात रूककर खाना खाकर उन्हें कांग्रेस से जोडने की कवायद आरंभ की है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार आदि सूबों में राहुल गांधी ने दलितों को गले लगाकर नई इबारत लिखी है।
 
उधर कांग्रेस के चाणक्यों ने लोकसभा अध्यक्ष पद पर दलित पुत्री मीरा कुमार की ताजपोशी करवाकर एक तीर से दो निशाने साधे हैं। एक तो कांग्रेस ने महिलाओं के हिमायती होने का प्रहसन किया तो दूसरी ओर राहुल गांधी के दलित एजेंडे पर मोहर लगाई है। राहुल गांधी द्वारा बाबू जगजीवन राम को दलित आईकान के तौर पर एक बार फिर स्थापित करने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस भूल जाती है कि उसने बाबू जगजीवन राम को बाहर का रास्ता इसलिए दिखाया था क्योंकि बाबू जी के मन में प्रधानमंत्री पद पाने की महात्वाकांक्षा जाग उठी थी।
 
अब दिल्ली आकर बस चुकीं उनकी पुत्री मीरा कुमार को लोकसभा अध्यक्ष बनवा दिया गया है। बताया जाता है कि मीरा कुमार के मन में भी अब 7 रेसकोर्स रोड (प्रधानमंत्री का सरकारी आवास) को आशियाना बनाने की महात्वाकांक्षाएं कुलांचे मार रहीं हैं। जैसे ही इसकी भनक कांग्रेस के मैनेजरों को लगी उन्होंने तत्काल एक तीर से कई निशाने साधने के लिए मीरा कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करने की कवायद आरंभ कर दी है। कांग्रेस के सूत्रों का मानना है कि मीरा कुमार के बहाने कांग्रेस उत्तर प्रदेश के दलितों को भी साधने का प्रयास करने से नहीं चूकने वाली।