कहां से वसूलकर दूंगा दस हजार!: तांडेकर
(जितेश अवधवाल)
सिवनी (साई)। सिवनी को पिछले साल झंडा
दिवस पर सर्वाधिक संग्रहण के लिए महामहिम राज्यपाल द्वारा पुरूस्कृत किए जाने के
बाद जिला कलेक्टर भरत यादव द्वारा जिले के अधिकारियों से झंडा दिवस पर अधिक से
अधिक जनसहयोग लेकर राशि के एकत्रीकरण के निर्देश दिए गए हैं।
सिवनी में जिला कलेक्टर के निर्देशों की
आड़ में दबंगई के साथ दो रूपए के झंडे के पांच सौ, दो सौ या एक सौ रूपए वसूल किए जा रहे
हैं। गत दिवस नेशनल हाईवे पर वाहनों को रोक रोक कर झंडा टिकाकर वसूली करने की
शिकायत प्राप्त हुई थी तो आज शहर के पॉश इलाके बारापत्थर में दुकानदारों से दबंगई
के साथ झंडा टिकाकर वसूली करने की शिकायतें मिलीं हैं।
एक दुकानदार ने नाम उजागर ना करने की
शर्त पर कहा कि पिछले शनिवार को गुमाश्ता विभाग द्वारा उनका पांच सौ का चालान
बनाया गया था। आज जब उक्त दुकान में जिला पंचायत सिवनी में पदस्थ परियोजना अधिकारी
डॉ.वाय.के.टांडेकर पहुंचे और उन्होंने उक्त दुकानदार से सीधे पूछा कि चालान जमा कर
दिया है!
दुकानदार ने सोचा कि वे चालान वसूलने आए
हैं, अतः उक्त दुकानदार ने सहमते हुए कहा कि अभी नहीं जमा हुआ है। इसके साथ
ही साथ उसने पांच सौ रूपयों का नोट आगे बढ़ा दिया। डॉ.टांडेकर ने पांच सौ रूपए लिए
और एक रजिस्टर में दस्तखत करवाकर उन्हें कुछ झंडे टिका दिए।
यह वाक्या उक्त दुकानदार को समझ में
नहीं आया। तब डॉ.टांडेकर ने कहा कि यह राशि झंडा दिवस की वसूली की है। इसके साथ ही
साथ बारापत्थर के अनेक दुकानदारों से सौ दो सौ रूपयों में झंडे दुकानदारों को बलात
टिकाए गए। जब इसकी जानकारी हिन्द गजट को लगी और हिन्द गजट के कार्यालय के सामने से
यह दल गुजरा तो इस दल से पूछताछ की गई।
डॉ.टांडेकर ने हिन्द गजट कार्यालय में
आकर बताया कि उन्हें दस हजार रूपए के झंडे टिका दिए गए हैं, वे आखिर दस हजार रूपए कहां से देंगे।
उन्होंने कहा कि उनके पास गुमाश्ता का प्रभार है अतः वे दुकानदारों को झंडा दे रहे
हैं। जब उनसे कहा गया कि इसके पूर्व में गत दिवस नेशनल हाईवे पर झंडे की वसूली की जा
रही है, तो उन्होंने इस काम को गलत करार दिया।
जब उनसे एक दुकानदार से पांच सौ, एक से दो सौ, एक से सौ रूपए वसूली की बात कही गई तो
उन्होंने कहा कि दस हजार के झंडे वे कहां और किसको दें?