बुधवार, 18 जनवरी 2012

पावर प्लांट के प्रदूषण में पीसीबी का कोई रोल नहीं: शुक्ला


0 घंसौर को झुलसाने की तैयारी पूरी . . .  52

पावर प्लांट के प्रदूषण में पीसीबी का कोई रोल नहीं: शुक्ला

सारी जवाबदेही जिला कलेक्टर सिवनी पर आहूत: शुक्ला



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। ‘‘देश के मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड द्वारा मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखण्ड घंसौर में लगने वाले 1200 मेगावाट के कोल आधारित पावर प्लांट के द्वारा प्रदूषण फैलेगा यह बात संयंत्र की स्थापना के उपरांत ही पता चल पाएगी, रही बात लोकसुनवाई की तो मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल महज जिला प्रशासन के लिए असिस्टेंट की भूमिका ही निभाता है।‘‘ उक्ताशय की बात मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अध्यक्ष एन.पी.शुक्ला ने गत दिवस दूरभाष पर चर्चा के दौरान कही।
श्री शुक्ला ने कहा कि यह सच है कि लोक सुनवाई मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मण्डल द्वारा आहूत की जाती है, किन्तु इस तरह की लोकसुनवाई में पीसीबी के अधिकारियों की भूमिका महज सहयोगी की ही होती है। सारा काम जिला प्रशासन सिवनी द्वारा किया जाता है। पीसीबी तो महज वहां व्यवस्था के लिए ही होती है।
पीसीबी के चेयरमेन श्री शुक्ला ने आगे कहा कि लोक सुनवाई का कार्यवाही विवरण भी जिला प्रशासन द्वारा ही तैयार करवाया जाता है। प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारियों की उपस्थिति और भूमिका के प्रश्न पर श्री शुक्ला ने कहा कि मौके पर लोगों की आपत्तियों को सुनने के लिए संबंधित जिले का जिला प्रशासन मौजूद रहता है। वह जो भी प्रतिवेदन या कार्यवाही विवरण बनाकर देता है उसे ही मूलतः क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से मुख्यालय भोपाल भेजा जाता है जहां से इसे वन एवं पर्यावरण मंत्रालय को प्रेषित कर दिया जाता है।
जब श्री शुक्ला के संज्ञान में 22 अगस्त 2008 और 22 नवंबर 2011 को मे.झाबुआ पावर लिमिटेड के घंसौर में दो चरणों में लगने वाले पावर प्लांट की लोकसुनवाई में हुई अनियमितताओं को लाया गया तो उन्होनें इससे अनिभिज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि वे इसका पता लगवाते हैं। गौरतलब है कि संयंत्र प्रबंधन को पहले चरण में संयंत्र लगाने की अनुमति केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा प्रदान की जा चुकी है।

(क्रमशः जारी)

ममता खड़ी कर सकतीं हैं मुसीबतों का पहाड़


बजट तक शायद चलें मनमोहन. . . 74

ममता खड़ी कर सकतीं हैं मुसीबतों का पहाड़

बंगाल में कांग्रेस कोटे के मंत्री ने सुनाई ममता को खरी खोटी



(लिमटी खरे)

नई दिल्ली (साई)। कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की अभिन्न अंग त्रणमूल कांग्रेस और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बीच रिश्तों में बेहद तल्खी आ चुकी है। कांग्रेस और त्रणमूल दोनों ही अब आर पार का खेल खेलने का दिखावा करने को आतुर दिख रहे हैं। केंद्र पर दवाब बनाने के लिए त्रणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी अब ज्यादा उग्र नजर आ रही हैं। हाल ही में कांग्रेस कोटे के एक मंत्री का विभाग बदलकर उन्होंने कांग्रेस को संदेश देने का प्रयास किया है।
उधर, ममता के रवैए से क्षुब्ध कांग्रेस कोटे के राज्य मंत्री मनोज चक्रवर्ती ने महत्वपूर्ण विभाग उनसे लेकर उन्हें महत्वहीन विभाग देने पर ममता बनर्जी पर तानाशाह होने का तगमा जड़ दिया है। ममता बनर्जी के घुर विरोधी सांसद अधीर रंजन चौधरी के करीबी समझे जाने वाले चक्रवर्ती के पास लघु और कुटीर उद्योग विभाग था जो उनसे छीन लिया गया है।
कोलकता के रायटर बिल्डिंग पर अपना त्यागपत्र लहराते हुए मीडिया से रूबरू श्री चक्रवर्ती ने कहा कि इस त्यागपत्र में महज तारीख भरना शेष है। विभाग वापस लेने से श्री चक्रवर्ती बुरी तरह भड़के नजर आ रहे हैं। श्री चक्रवर्ती ने कांग्रेस विधायक दल के नेता तथा राज्य सरकार में मंत्री मानस भुइयां पर भी जमकर भड़ास निकाली। उन्हें दोहरे चरित्र वाला नेता करार दिया। चक्रवर्ती ने कहा कि वह ममता मंत्रिमंडल में अब नहीं रहना चाहते।
दिल्ली में कंपकंपी के बीच मनोज चक्रवर्ती प्रकरण ने एक बार सियासी हल्कों में गर्माहट ला दी है। कहा जा रहा है कि इसके पहले की ममता बनर्जी प्रेशर टेक्टिस का इस्तेमाल करें, कांग्रेस के एक गुट ने उन पर वार करके उन्हें ही बैकफुट पर जाने को मजबूर कर दिया है। इस हमले से बौखलाई ममता बनर्जी के अगले कदम का सियासी हल्कों में इंतजार किया जा रहा है।

(क्रमशः जारी)

कड़ाके की सर्दी ने जमाया उत्तर भारत


कड़ाके की सर्दी ने जमाया उत्तर भारत



(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। बारिश और बर्फबारी से उत्तर भारत में फिर कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। दिल्ली में कल रात कोहरा छाया रहा। कड़ाके की ठंड से लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बर्फीली हवाओं ने दिल्ली में ठंड को और बढ़ा दिया है। पारा गिरने से राजधानी कोहरे की चपेट में है और दृश्यता पचास मीटर तक रह गई है।
ौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन में तापतान और गिरने की आशंका है और न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हिमाचल प्रदेश में बादल छाये रहने से दिन के तापमान में मामूलीबढ़ोतरी होने के बावजूद कड़ाके की ठंड जारी है। उत्तराखंड में कड़ाके की सर्दी से जनजीवन अस्त व्यस्त है।
प्राप्त सूचना के अनुसार सीमांत जिलों उत्तर काशी, पिथौरागढ़ और चमौली के करीब पांच सौ गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क कट गया है। इन गांवों में बिजली पानी के अलावा आवश्यक सामानों की आपूर्ति भी बाधित हो गई है। उत्तरकाशी में गंगोतरी, यमनोतरी राजमार्ग के अलावा कुछ अन्य सड़के बर्फबारी और बारिश के कारण अवरूद्ध हैं। उधर चमौली जिलें में गोपीश्वर, उखीमठ और जोशीमठ नीति मार्ग के अलावा कई संपर्क मार्ग बंद हैं। खराब मौसम की वजह से उम्मीदवारों की मुसीबतें बढ़ गई हैं और उन्हें प्रचार कार्यों व जनसंपर्क के काम में बाधा आ रही है। कश्मीर घाटी में दुबारा हिमपात नहीं हुआ है और २९४ किलोमीटर लम्बा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग कल रात एक तरफ से खोल दिया गया। पंजाब में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। राजस्थान में भी सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है।
एक बार फिर पूरा उत्तर भारत शीतलहर और कोहरे की चपेट में आ गया है। बारिश और बर्फबारी के कारण न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि बेअसर रही। पर्वतांचल में करीब साठ घंटे बाद बर्फबारी मंगलवार को तकरीबन थमी रही। राजधानी दिल्ली में सुबह कोहरे के कारण दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही।
मौसम विभाग के मुताबिक, देश के उत्तर पश्चिमी व उससे लगे मध्य पूर्वी हिस्से घने कोहरे में लिपटे रहेंगे। अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में कुछेक स्थानों पर बर्फ गिर सकती है। पूर्वी हिस्से में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। न्यूनतम तापमान में 2-5 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की जा सकती है। अगले दो-तीन दिनों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, नतीजतन दिन में ठिठुरन से तनिक निजात मिलेगी।
लगातार साठ घंटों तक कश्मीर बर्फबारी के बाद मंगलवार सुबह मौसम में कुछ सुधार नजर आया। बर्फबारी थमने के बाद सूरज भी निकला, लेकिन बर्फीले तूफान का खतरा अभी टला नहीं। जम्मू-श्रीनगर हाइवे काजीगुंड से लेकर जवाहर सुरंग तक सड़क पर पांच से सात फीट बर्फ जमी है। जवाहर सुरंग के पार शैतानी नाले के पास सुबह बर्फीले तूफान से रास्ता फिर बंद हो गया। डिगडोल, पंथियाल, केला मोड़ में भूस्खलन व पत्नीटाप व बटोत के बीच बर्फ ने सड़क पर वाहनों का रास्ता रोक रखा है। नतीजतन हजारों लोग और वाहन जहां-तहां फंसे हुए हैं।
राहत की बात यह भी रही कि दो दिन बाद श्रीनगर के लिए हवाई सेवा बहाल हो गई। स्थगित माता वैष्णो देवी की यात्रा भी शुरू हो गई है। आइजीपी ट्रैफिक हेमंत लोहिया ने उम्मीद जताई कि बुधवार सुबह मौसम साफ रहने पर हाइवे खोला जा सकता है। हिमाचल प्रदेश में पटरी से उतरा जनजीवन अभी सामान्य नहीं हो पाया है। इतनी गनीमत जरूर रही कि मंगलवार को निचले कुछ इलाकों में धूप खिली, जिससे लोगों ने कुछ राहत महसूस की। शिमला, मनाली व रोहतांग सहित ऊंचे क्षेत्रों में रुक-रुककर हिमपात होता रहा। बर्फबारी की वजह से विभिन्न रूटों पर हिमाचल पथ परिवहन निगम की करीब 140 बसें फंसी हुई हैं।
खराब मौसम की वजह से केवल शिमला जिले में ही करीब 70 बसें रास्तों में अटकी है। कुल्लू में बीस मार्ग अवरुद्ध हैं। शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्र, कुल्लू और किन्नौर के दुर्गम क्षेत्रों में बिजली व पानी की व्यवस्था ठप पड़ चुकी है। उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश का दौर अभी नहीं थम पाया है। मंगलवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बर्फबारी और बारिश हुई, जबकि कहीं ओले पड़े। कुछ स्थानों पर धूप-छांव का खेली चलता रहा। हालांकि सिस्टम कमजोर जरूर पड़ा है, लेकिन अभी भी बर्फबारी और बारिश फिर हो सकती है।
मेरठ से साई ब्यूरो अनमोल कौशल ने बताया कि हाड़ कंपाने वाली सर्दी फिर लौट आई है। कड़ाके की ठंड से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जनजीवन बेहाल है। स्कूली बच्चों से लेकर बड़े तक मंगलवार को कंपकंपाते नजर आए। बरेली, मुरादाबाद और आगरा में सुबह घना कोहरा भी छाया रहा। दोपहर बाद धूप के दर्शन हुए, लेकिन बर्फीली हवाओं के तेवर नरम नहीं पड़े।
मेरठ और आसपास के जिलों में पिछले 48 घंटे में धूप के दर्शन नहीं हुए हैं। दिनभर तेज हवाओं ने लोगों को परेशान किया। मुरादाबाद में सुबह कोहरा छाया रहा। दोपहर में हल्की धूप निकली, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली। बरेली में सुबह जबरदस्त कोहरा छाया रहा। जिस कारण तापमान में और गिरावट दर्ज की गयी। दोपहर बाद धूप खिली तो लोगों ने कुछ राहत महसूस की।
मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि इस मौसम में गिरने वाली ओस व कोहरा गेहूं की फसल के लिए खासा लाभप्रद है। अलीगढ़ में पिछले पांच दिन में मंगलवार सबसे ठंडा दिन रहा। अधिकतम तापमान में 2.6 और न्यूनतम में 3.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आगरा में मंगलवार को बूंदाबांदी से तो राहत मिली, लेकिन दोपहर तक कोहरा छाया रहा। पूरे मंडल में कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल है। दोपहर बारह बजे करीब सूर्यदेव के दर्शन हुए।
उधर जम्मू से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो कार्यालय ने खबर दी है कि दो दिन लगातार हुई बारिश के कारण अस्त-व्यस्त हुआ जनजीवन मंगलवार को धूप निकले के बाद पटरी पर लौट आया। बारिश के कारण दो दिनों से घरों में दुबके लोग बाहर निकले, जिससे बाजारों में भी रौनक दिखी। स्कूल-कॉलेजों में भी बच्चों की हाजिरी पिछले दो दिनों के मुकाबले बेहतर रही।
सुबह से ही मौसम साफ रहने पर दिन के अधिकतम तापमान में करीब आठ डिग्री का उछाल दर्ज हुआ। सोमवार जहां साल का सबसे ठंडा दिन रहा, वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान एक बार फिर 18 डिग्री के पार पहुंच गया। अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जबकि सोमवार को अधिकतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई और जो 4.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
इस बीच मौसम में सुधार को देखते हुए एयर इंडिया ने बुधवार को लेह के लिए अतिरिक्त फ्लाइट की घोषणा की है। जम्मू एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर संजीव मिश्री के मुताबिक लेह से यह अतिरिक्त फ्लाइट एआई-4449 सुबह साढे़ नौ बजे जम्मू पहुंचेगी जबकि जम्मू से लेह के लिए अतिरिक्त फ्लाइट एआई-4450 सुबह दस बजे जाएगी। एयर इंडिया ने रद हुई फ्लाइट एआई-450 के सभी यात्रियों से अपील की है कि वह सुबह आठ बजे तक एयरपोर्ट पहुंचे।
जम्मू साई ब्यूरो के अनुसार जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने से लगातार तेरहवें दिन भी फंसे सैकड़ों यात्री बस स्टैंड में परेशानियों से दो-चार होते रहे। मजबूर व बेबस इन यात्रियों ने अपना रोष व्यक्त करने के लिए एकजुट होकर सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। यह यात्री मंगलवार को मौसम के थोड़ा साफ होते ही सरकार से एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहे थे।
जम्मू के मुख्य बस स्टैंड में फंसे करीब तीन सौ यात्रियों ने बार-बार एकत्र होने नारेबाजी की। और तो और हाल-चाल जानने पहुंचे उपमुख्यमंत्री तारा चंद के समक्ष भी यात्री नारेबाजी करने से नहीं चूके। हालांकि प्रशासन ने इन यात्रियों के लिए जहां लंगर की व्यवस्था करने के साथ चिकित्सा और सोने के लिए जेडीए के होटल के हाल भी निशुल्क खोल दिए हैं। चूंकि मौसम खराब होने के कारण राजमार्ग नहीं खुला जिससे कोई भी वाहन नहीं जा पा रहा। वहीं जम्मू में पहुंच रहे घाटी व जम्मू डिवीजन के दूरदराज क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है। बस स्टैंड में जगह-जगह यात्री बैठे हुए हैं। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग बस स्टैंड में फंसे बेबसी के आंसू रो रहे हैं। हालत यह है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद यात्री बस स्टैंड में मरीज को रखकर सर्दी के बीच बैठे हुए हैं।
देहरादून से साई ब्यूरो अर्जुन कुमार का कहना है कि प्रदेश में कड़ाके की ठण्ड जारी है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले हिस्सों में कहीं-कहीं बारिष की संभावना व्यक्त की है। हमारे संवाददाता ने बताया है किदेहरादून में हालांकि, आज दिन में धूप निकली थी, लेकिन अपराह्न में एक बार फिर बादल छा गए, जिसके साथ ही तेज ठण्डी हवाओं से ठण्ड का प्रकोप बढ़ गया है।
जयपुर साई ब्यूरो से शैलेन्द्र का कहना था कि प्रदेश में सर्दी का असर फिर बढ़ गया हैं। अधिकांश जिलों में न्यूतनतम तापमान में फिर गिरावट हुई है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार माउंट आबू में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। साई ब्यूरो ने बताया कि कई दिनों तक जमाव बिन्दु पर टिके रहने के बाद पारे की इस बढोतरी से सैलानियों को राहत मिली है। मैदानी इलाको मंे सीकर में चार दशमलव पांच, पिलानी में चार दशमलव आठ, बीकानेर में पांच, चूरु में पांच दशमलव पांच, फलौदी और जयपुर में छह डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। कोहरे के कारण रेल और सड़क यातायात प्रभावित हो रहा है।
रायपुर से साई ब्यूरो आंचल झा ने कहा कि राजधानी सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में कड़कड़ाती ठण्ड का आलम है। राज्य के कई क्षेत्रों में अभी भी शीतलहर की स्थिति बनी हुई है। जिससे स्कूली बच्चों सहित आम जन-जीवन प्रभावित है। बीते चौबीस घण्टों के दौरान बस्तर संभाग के कुछ भागों में शीतलहर चली।  हालाकि रायपुर और बिलासपुर संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान में वृध्दि हुई। प्रदेश में न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस जगदलपुर में रहा। अगले चौबीस घण्टों के दौरान राज्य के सभी संभागों का मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा।
शिमला साई ब्यूरो से स्वाति सिंह ने बताया कि पिछले 2 दिनों से बर्फबारी और वर्षा होने के बाद आज प्रदेश के अधिकांश भागों में बादल छाए रहे, परन्तु प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। प्रदेश के कुछ स्थानों से हल्की वर्षा और बर्फबारी का भी समाचार है। राजधानी शिमला में सुबह की शुरूआत हालांकि हल्की धूप से हुई परंतु दिन चढ़ने के साथ ही आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर बाद तक हल्का हिमपात हुआ। शहर का न्यूनतम तापमान शन्य के आसपास रहा जबकि प्रदेश में सबसे अधिक सर्दी पड़ रहे जनजातीय जिला लाहौल स्पिति जिले के मुख्यालय केलंग में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे सात दशमलव छः डिग्री चला गया है।
मनाली में न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री सैलसियस रिकॉर्ड किया गया। किन्नौर, लाहौल स्पिति तथा कुछ अन्य क्षेत्रों में लोग अभी भी पानी, बिजली तथा यातायात की समस्या से जूझ रहे हैं। इस बीच बर्फबारी व वर्षा से विभिन्न क्षेत्रों में अस्त-व्यस्त हुए जनजीवन को सामान्य बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। किन्नौर जिले के मुख्यालय रिकांगपिओ में बर्फ को हटाने का काम जोरों से चल रहा है मगर शहर में पानी, बिजली व संचार व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हैं।
दिल्ली से शिमला तथा मनाली के बीच वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चल रही है, परन्तु उपरी शिमला के क्षेत्र रोहडू, ठियोग, खड़ापत्थर और चौपाल के लिए यातायात अवरूद्ध है और जुब्बल, रोहडू और चौपाल के लिए वाया पांवटा साहिब तथा रामपुर क्षेत्र के लिए बसंतपुर-किंगल मार्ग से बस सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।  
 खराब मौसम के चलते जनजातीय क्षेत्रों के लिए आज प्रस्तावित हैलीकॉप्टर की दो उड़ाने नहीं हो सकी। अब इन उड़ानों का कल 18 जनवरी को भरे जाने का कार्यक्रम है। पहले से निर्धािर्रत कार्यक्रम के अनुसार पहली उडान भुन्तर- तांदी-डाईट-रावा जबकि दूसरी उड़ान भुन्तर से स्टींगरी के बीच भरी जाएगी। मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों के दौरान कहीं-कहंीं वर्षा होने और उंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई है। इस बीच शिमला जिला मैजीस्ट्रेट ओंकार शर्मा ने नागरिक आपूर्ति निगम को जिले के बर्फबारी वाले क्षेत्रों में आवश्यक खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चत बनाए रखने को कहा है।

यूपी विधानसभा चुनावों में ताल ठोकेगी ब्रज विकास पार्टी


यूपी विधानसभा चुनावों में ताल ठोकेगी ब्रज विकास पार्टी

(विनीत श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)।उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में नवगठित ब्रज विकास पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है। प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी ने बेदाग छवि वाले उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है।
पार्टी ने उन्ही उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन्होंने अपने ऊपर आपराधिक व भरष्टाचार से सम्बंधित कोई भी मुकदमा नहीं होने का सपथ पत्र जमा किया है। श्री गुप्ता ने कहा कि ब्रज विकास पार्टी को बांसुरी चुनाव चिन्ह मिला है। चुनावी घोषणा पत्र जरी करते हए उन्होंने बेरोजगारों को हर माह 5 हज़ार रुपये नगद बेरोज़गारी भत्ता देने, बालिकाओं को स्नातक तक निः शुल्क पढाई की व्यवस्था सहित कई अन्य वादे किये हैं।
गौरतलब है की बुंदेलखंड और ब्रज प्रदेश के लिये जहाँ दो बड़ी राजनितिक पार्टियाँ मैदान में हैं वहीँ ब्रज विकास पार्टी 50 सीटों पर अपने उम्मीद्वार खड़ा कर राजनितिक दलों का खेल ख़राब करने के लिये कमर कस चुकी है। ब्रज विकास पार्टी के अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता पुराने कांग्रेसी ने कहा कि उनकी पार्टी का अहम् मुद्दा भ्रष्टाचार से मुक्ति और ब्रज प्रदेश का गठन करना है। उनका दावा है की उनके प्रत्याशी अन्ना की कसौटी पर खरे उतरते हैं। इस लिये अन्ना और उनकी टीम को ब्रज विकास पार्टी का खुल के समर्थन करना चाहिएद्य गुप्ता ने कहा की पार्टी ने अपनी मापक इकाई बहुत ही पारदर्शी और नियोजित बनाई है।

भारत चीन सीमा मसले पर समझौता


भारत चीन सीमा मसले पर समझौता

(प्रियंका श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। भारत और चीन ने दोनों देशों के बीच सीमा के मामलों पर तालमेल और मशविरे के लिए एक तंत्र बनाने का फैसला किया है। नई दिल्ली में दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की बैठक के अन्त में कल इस बारे में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव और चीन में महानिदेशक स्तर के एक अधिकारी इस व्यवस्था के प्रमुख होंगे।
 इसके तहत दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सैनिक प्रतिष्ठानों और कर्मचारियों के बीच सहयोग तथा आदान-प्रदान मजबूत करने के तरीकों का अध्ययन किया जायेगा। यह भी फैसला किया गया है कि इस तंत्र के सदस्य साल में एक-दो बार आपसी विचार-विमर्श करेंगे। इस बातचीत में भारत के विशेष प्रतिनिधि, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन और चीन की तरफ से स्टेट काउंसलर ताई बिंग गुओ शामिल हुए।
विदेश सचिव रंजन मथाई ने कल शाम पत्रकारों को बताया कि सीमा के प्रश्न के अलावा दोनों पक्षों ने कई मुद्दों पर चर्चा की।सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देश मुख्यरूप से प्रारूप तैयार करने पर राजी हो गए हैं। इसमें अब तक की प्रगति को दर्शाने का उल्लेख करने पर भी सहमति हुई है।

जन्मतिथि मसले पर केविएट


जन्मतिथि मसले पर केविएट

(यशवंत श्रीवास्तव)

नई दिल्ली (साई)। केन्द्र सरकार ने सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह की जन्मतिथि के मामले में उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका पर कैविएट दाखिल किया है ताकि न्यायालय, सरकार का पक्ष सुने बिना, इस मामले में एकतरफा फैसला न करे।
 इससे पहले, रक्षामंत्री ए० के० एंटनी ने, कल प्रधानमंत्री से मुलाकात की। जनरल सिंह ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर रक्षा मंत्रालय के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें उनकी जन्म तिथि १० मई १९५१ मानने से इंकार कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि जनरल ंिसंह की इस कार्रवाई के मद्देनजर रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को मलेशिया यात्रा से वापस बुला लिया गया है।

विदेशी विमानन कंपनियों के हवाले होगा उड़ान क्षेत्र


विदेशी विमानन कंपनियों के हवाले होगा उड़ान क्षेत्र

(रशिम सिन्हा)

नई दिल्ली (साई)। सरकार घरेलू विमानन कंपनियों की ४९ फीसदी हिस्सेदारी  विदेशी विमानन कंपनियों को देने की योजना बना रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री अजीत सिंह ने बताया कि इस बारे में एक कैबिनेट नोट तैयार किया जाएगा। श्री सिंह ने कल नई दिल्ली में इस मामले पर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
बैठक के बाद श्री अजित सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि विमानन उद्योग को बचाने के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जैसे विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के पुनर्गठन की योजना तैयार करने के लिए जल्द ही मंत्रिसमूह का गठन किया जाएगा।
विमान ईंधन का सीधे आयात करने की इजाजत देने से संबद्ध विमानन कंपनियों की मांग के बारे में श्री सिंह ने कहा कि सचिवों की एक समिति ने सिफारिश की है कि विमान ईंधन के प्रत्यक्ष आयात की इजाजत दी जा सकती है। ऐसी स्थिति में विमानन कंपनियों को बिक्री कर का भुगतान नहीं करना होगा। श्री सिंह ने कहा कि एयर इंडिया के पायलटों सहित कर्मचारियों के लंबित वेतन और भत्तों के कुछ हिस्सों का भुगतान करने के लिए सरकार ने १५० करोड़ रुपये तत्काल जारी करने का फैसला किया है।

श्रीश्री 20 से बिहार में


श्रीश्री 20 से बिहार में

(मंजू सिंह)

पटना (साई)। श्रीश्री रविशंकर का 20 जनवरी से प्रदेश का चार दिवसीय दौरा शुरू हो जायेगा। 22 जनवरी को उनका राजधानी में आगमन होगा। वे 22 और 23 को वेटेनरी कालेज मैदान में आयोजित समारोह में भाग लेंगे। यहां पर सत्संग एवं प्रवचन आदि होगा। 23 की सुबह वे रुद्राभिषेक करेंगे।
श्रीश्री रविशंकर के आगमन के संबंध में मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उनकी शिष्या इन्दू के अलावा सुभाष चन्द्र, स्वामी राकेश, राजेश ने कहा कि पांच वर्षाे बाद राजधानी में श्रीश्री रविशंकर का आगमन हो रहा है। पिछली बार वे गांधी मैदान में आये थे। इस बार उनका कार्यक्रम वेटेनरी कालेज मैदान में होगा।
राजधानी में होने वाले कार्यक्रम का नाम आशीर्वाद रखा गया है। श्रीश्री रविशंकर का कार्यक्रम 22 जनवरी को अपराह्न चार बजे होगा। आर्ट आफ लिविंग की ओर से आयोजित समारोह में राज्यभर से दस से बारह हजार लोगों को आने की उम्मीद है। 20 को वे बोधगया स्थित आश्रम का उद्घाटन करेंगे। 21 को उनका कार्यक्रम मदनपुर में होगा। मदनपुर में संस्था द्वारा बाल विवाह प्रथा समाप्त करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

बहस नहीं अब लेख के आधार पर होगा दाखिला


बहस नहीं अब लेख के आधार पर होगा दाखिला
(प्रतिभा सिंह)
रांची (साई)। छह नवसृजित आइआइएम में दाखिला लेने के लिए विद्यार्थियों को एक दूसरे के साथ बहस करने की जरूरत नहीं पडे़गी। किसी विषय को लेकर अपनी राय को एक पेपरशीट पर लिख कर जमा करना होगा। देश के छह नए आइआइएम के लिए इंटरव्यू की व्यवस्था कर रहे आइआइएम रांची ने दाखिले की प्रक्रिया में बदलाव किया है।
इस बार विद्यार्थियों को जीडी के स्थान पर लेख लिखना होगा। इसके पीछे आइआइएम रांची का तर्क है कि लेख में किसी भी विद्यार्थी के ज्ञान के बारे में आसानी से पता चल जाएगा। जबकि, जीडी में सिर्फ आपसी बहस होती रहती है, ऐसे में सही विद्यार्थी के चयन में कई बार गलती भी हो जाती है।
लेख की सीमा भी तय होगी। कोई भी लेख 1 हजार शब्द से लेकर 1500 के बीच ही होना चाहिए। तय समय सीमा में ही विद्यार्थियों को अपना लेख पूरा कर सौंपना होगा। वैट (रीटने एबलिटी टेस्ट ) में चयनित होने के बाद ही विद्यार्थियों का चयन साक्षात्कार के लिए किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत विद्यार्थियों द्वारा तय तारीखों के बीच अपनी मर्जी से साक्षात्कार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 21 फरवरी से शुरू हो रही इंटरव्यू प्रक्रिया 10 मार्च तक चलेगी। उसके बाद सभी कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

अग्निपथ में रोल नेगेटिव किन्तु दमदार: संजय दत्त


अग्निपथ में रोल नेगेटिव किन्तु दमदार: संजय दत्त



(नेहा घई पण्डित)

मुंबई (साई)। वर्ष 2012 अपनी पहली बड़ी फिल्म के प्रदर्शन होने के इंतजार में है। इस इंतजार को समाप्त करने के लिए फिल्म अग्निपथ 26 जनवरी को प्रदर्शन होने जा रही है और इसमें कांचा का किरदार निभा रहे संजय दत्त से नेहा घई पंडित ने की खास बातचीत:-

0 संजय अग्निपथ में काम करने का निर्णय आपने कैसे लिया ?

- मैंने धर्मा प्रोडक्शन के साथ काफी समय पहले गुमराह फिल्म की थी। उसके बहुत समय के बाद मुझे एक ऐसी फिल्म मिली जिसमें एक स्ट्रांग केरेक्टर है। रोल भले ही नेगेटिव है लेकिन है दमदार। धर्मा प्रोडक्शन के बैनर के साथ काम करने का अनुभव भी अपने आप में खास है। मैंने करण जौहर के पिता यश जौहर जी के साथ काम किया है

0 पुरानी और नई फिल्म में क्या-क्या समानताएं हैं ?

- पुरानी अग्निपथ से इस फिल्म की कहानी कुछ अलग है। लोग यह सोचकर फिल्म देखने ना जाएं कि यह पुरानी फिल्म की हू-ब-हू कॉपी है। फिल्म की कहानी और किरदार जरूर पुरानी अग्निपथ से प्रेरित है लेकिन इसका ट्रीटमेंट अलग है।

0 कांचा का किरदार पुरानी फिल्म में डैनी ने निभाया था...आपको लगता है लोग आपकी परफॉर्मेन्स की तुलना उनसे करेगें ?

- डैनी जी मेरे गुरू के समान हैं। उन्होने इस किरदार को इस कदर निभाया है कि लगता है वह खुद ही कांचा हैं। जब यह रोल स्वीकार किया था तभी से पता था कि लोग मेरी तुलना उनसे करेंगें। उनका अगर 10 प्रतिशत भी कर पाया तो यह मेरी नजरों में कामयाबी ही होगी। अगर इससे भी कम आंका गया तब भी कोई गम नहीं होगा। मैंने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की इस किरदार के साथ न्याय कर पाऊं।

0 अक्सर देखने में आया है कि फिल्मी कलाकार अपने लुक को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं क्या फिल्म के लिए गंजा होने का फैसला लेना कठिन था ?

- हां वो तो है..भला गंजा होना किसको अच्छा लगेगा...दरअसल पहले हमने मेक-अप से कोशिश की..उस गेटअप के लिए 2-3 घंटे मेकअप की सीटिंग लगती थी और एक-दो बार गर्मी के कारण मेक-अप खराब भी हुआ...फिर मुझे लगा कि टकला होना ही बेहतर है। इससे एक फायदा य़ह भी हुआ कि 24 घंटे कांचा का किरदार मेरे दिमाग में रहा और मेरी प्रस्तुति बेहतर हुई।

0 आपने हाल ही में टेलीविजन की ओर रूख किया है...बिग बॉस होस्ट करना कैसा अनुभव रहा?

- बिग बॉस करने में बहुत मजा आया मुझे। हालांकि शुरूआत में मैं कुछ नर्वस था लेकिन बाद में मैंने बहुत एंजाय किया। सलमान के साथ ने इस अनुभव को और भी यादगार बना दिया। आजकल सिनेमा और टेलीविजन का अंतर लगभग खत्म हो चला है। हर स्टार अब टीवी पर अपनी फिल्म प्रमोट करता है।

0 आपने राजनीति में कुछ रूझान दिखाया और फिर गायब हो गए ?

- फिलहाल मैं फिल्मों पर ही अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहता हूं। अपने स्तर पर जरूर कुछ सामाजिक कार्य करता हूँ पर उनका गुणगान करते रहना मुझे अच्छा नहीं लगता।

0 संजय आज कल रेव पार्टीयां और डिस्को में ड्रग्स मिलने के किस्से अक्सर देखने मिलते हैं...आप खुद ड्रग्स के चंगुल से निकले हैं...आज के युवा को आप क्या कहना चाहेंगे ?

- मुझे भी इस तरह की खबरें बहुत दुःखी करती हैं। आज के युवा और बच्चे हमारे देश का आने वाला कल है। अपने कल को इस तरह देखना भला किसे पसंद होगा। मैंने भी अपनी जिंदगी में नशे का सहारा लिया लेकिन जब समझ आया मैंने अपने के इस दलदल से निकाला और यही मैं अपने युवाओं से कहना चाहता हूं कि इससे दूर रहें...स्वस्थ रहें...। जिंदगी का नशा सबसे मजेदार है..इसे चखो..

(नेहा घई पंडित पेशे से पत्रकार, कापी व वेब कंटेंट एडीटर हैं,)

रत्ती: खूबसूरत बीजों वाला औषधिय पौधा


हर्बल खजाना ----------------- 10

रत्ती: खूबसूरत बीजों वाला औषधिय पौधा



(डॉ दीपक आचार्य)

अहमदाबाद। खूबसूरत से दिखने लाल-काले और सफ़ेद बीज वाली इस बेल को अक्सर घर के बाडों, खेत के किनारे और जंगलों में देखा जा सकता है। रत्ती का वानस्पतिक नाम एब्रस प्रिकेटोरियस है। इसके बीजों की सबसे बडी खासियत इन सबका वजन लगभग एक जैसा होता है और पुराने समय में सोना और चाँदी के वजन करने के लिये इन बीजों का उपयोग किया जाता था, वजन की उस इकाई को आज भी रत्ती के नाम से जाना जाता है।
बीज में अत्यंत जहरीले एमीनो एसिड पाए जाते है फ़िर भी आदिवासी हल्कों में इन बीजों की सब्जी बनायी जाती है। इसके लिये बीजों का शुद्धिकरण किया जाता है, जिससे ये एमीनो एसिड्स नष्ट हो जाते है, इस हेतु बीजों को दूध में और फ़िर पानी में उबाला जाता है और सुखाया जाता है।
पातालकोट के आदिवासियों का मानना है कि ये सब्जी शक्तिवर्धक होती है। पत्तियों की चाय बनाकर पीने से बुखार उतर जाता है, साथ ही सर्दी और खाँसी में भी राहत मिलती है। पत्तियों को पीसकर मुहाँसों पर लगाने से फ़ायदा होता है और यदि पत्तियों को चबाया जाए तो मुँह के छालों से राहत मिलती है।
इसकी जडों को पानी में डुबोकर रखा जाए और फ़िर इसे कुचल दिया जाए और उस पानी की कुछ बूँदों को नाक में डाला जाए तो माईग्रेन के रोगियों को फ़ायदा मिलता है। पत्तियों को घाव पर लगाने से घाव जल्दी सूखने लगता है।

(साई फीचर्स)