बुधवार, 12 मार्च 2014

सिवनी के लिए अनजाना चेहरा हैं हिना कांवरे

सिवनी के लिए अनजाना चेहरा हैं हिना कांवरे

(पीयूष भार्गव)

सिवनी (साई)। प्रदेश शासन के वन एवं परिवहन मंत्री रहे स्व.लिखीराम कांवरे की पुत्री हिना कांवरे को कांग्रेस द्वारा बालाघाट क्षेत्र के लिए कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है, किन्तु हिना कांवरे को सिवनी के लिए अनजाना चेहरा ही माना जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि रविवार को जारी कांग्रेस की सूची में बालाघाट संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस की ओर से विधायक हिना कांवरे को उम्मीदवार बनाया गया है। हिना कांवरे के पिता स्व.लिखीराम कांवरे, बालाघाट के किरनापुर विधानसभा सीट से 1990, 1993, 1998 में और उनकी माता श्रीमति पुष्पलता कांवरे भी 2000, 2004 में विधायक रहीं और २०१३ के विधानसभा चुनाव में उनकी पुत्री हिना कांवरे भी 31,000 से अधिक वोटों से चुनाव जीत कर विधायक बनीं।
हिना कांवरे पहली ही बार विधायक बनीं हैं। इसके पहले वे सिवनी की सियासी फिजां से अनजान ही मानी जा सकती हैं, क्योंकि सिवनी जिले में न तो उनका दौरा ही कभी हुआ है और न ही वे सार्वजनिक मंच पर ही कभी दिखाई दी हैं। कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्रीय क्षत्रपों के सिवनी आगमन पर भी उन्होंने मंच साझा नहीं किया है। इस लिहाज से सिवनी जिला उनसे अनजान ही माना जा सकता है।
उल्लेखनीय होगा कि परिसीमन में सिवनी लोकसभा के अवसान के उपरांत जिले में पांच में से चार विधानसभाएं ही बची हैं। इनमें से सिवनी और बरघाट विधान सभा को बालाघाट संसदीय क्षेत्र और लखनादौन तथा केवलारी विधानसभा को मण्डला संसदीय क्षेत्र में शामिल कर दिया गया है।

पिछली बार बालाघाट संसदीय क्षेत्र से बालाघाट के निवासी के.डी.देशमुख ने बालाघाट संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। पिछली लोकसभा में सिवनी जिले की समस्याओं के बजाए बालाघाट की समस्याओं को के.डी.देशमुख द्वारा अपेक्षाकृत वजनदारी से उठाया गया था। इस लिहाज से समझा जा रहा था कि इस बार कांग्रेस या भाजपा द्वारा सिवनी के ही निवासी को इस सीट से मैदान में उतारा जाएगा। वस्तुतः ऐसा हुआ नहीं।

त्यागपत्र ‘स्वैच्छिक‘ या ‘दबाव के चलते‘!

0 क्यों दिया प्रतीक मेहतो ने त्यागपत्र!

त्यागपत्र स्वैच्छिकया दबाव के चलते‘!

(अय्यूब कुरैशी)


सिवनी (साई)। जिला पंचायत कार्यालय में बी.आर.जी.एफ. योजना में पदस्थ सहायक परियोजना अधिकारी प्रतीक मेहतो के स्वैच्छिक त्यागपत्र को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्मा गया है। कोई प्रतीक मेहतो के द्वारा वित्त्ीय अनियमितता की बात कह रहा है तो कोई जिला पंचायत को बदनामी से बचाने के लिए इसे मांगा गया बता रहा है।
ज्ञातव्य है कि जिला पंचायत के मीडिया अधिकारी राहुल सक्सेना द्वारा जारी पत्र विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रतीक मेहतो के द्वारा स्वेच्छा से संविदा सेवा से त्याग पत्र देने के उपरांत दस अप्रैल के पूर्वान्ह से संविदा सेवा समाप्त की जाकर कार्यमुक्त कर दिया गया है। प्रतीक मेहतो, सहा.परि.अधिकारी, (संविदा) बी.आर.जी.एफ. जिला पंचायत सिवनी का प्रभार ओमेगा पाल इफ्राईम, परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत को सौंपा गया है।
कहा जा रहा है कि बीआरजीएफ योजना के अंतर्गत एपीओ के पद पर प्रतीक मेहतो लगभग तीन सालों से पदस्थ थे। प्रतीक मेहतो पर अनेंक गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप भी बताए जा रहे हैं। जिला पंचायत के सूत्रों का दावा है कि जब वित्तीय अनियमितताएं सीईओ श्रीमति प्रियंका दास के संज्ञान में आईं तो उन्होंने प्रतीक मेहतो को ताकीद किया।
सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि प्रतीक मेहतो द्वारा स्वेच्छा से नौकरी नहीं छोड़ी गई है। उनसे बलात ही स्वैच्छिकत्यागपत्र लिया गया है। सूत्रों ने आगे बताया कि जब मामला सिर के ऊपर पहुंचा तब प्रतीक मेहतो को जिला पंचायत के आला अधिकारियों ने बुला भेजा।

सूत्रों की मानें तो जिला पंचायत में इस तरह की गंभीर वित्तीय अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की खबरों पर एक एपीओ को निलंबित किए जाने से अच्छा संदेश नहीं जाएगा। इसी बात के मद्देनजर प्रतीक मेहतो से स्वैच्छिक त्यागपत्र लिखवाया गया है। इस मामले में अनेक अनछुए पहलुओं का भी खुलासा होने की उम्मीद की जा रही है।

नहीं मिले सहायक यंत्री मर्सकोले

नहीं मिले सहायक यंत्री मर्सकोले

पहले रूपेश कोहरू बाद में फिरोज पंडित को शामिल करने हुई कवायद

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बनाई गई मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मीडिया मानीटरिंग कमेटी में शामिल दूरसंचार विभाग के सहायक यंत्री पी.एल.मर्सकोले का पता नहीं चल सका है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से इस समिति में एक सदस्य के लिए जाने की बात भी प्रकाश में आ रही है।
जिला जनसंपर्क कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि दूरसंचार विभाग के कथित सहायक यंत्री पी.एल.मर्सकोले का नाम एमसीएमसी के लिए किसने सुझाया है, यह पता नहीं चल सका है। इसके उपरांत इसमें इनका नाम विलोपित कर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से नाम समावेश किए जाने की कवायद की गई।

सूत्रों के अनुसार एमसीएमसी कमेटी में पी.एल.मर्सकोले के नाम पर विवाद खड़ा होते ही प्रशासन हरकत में आया और उसने आनन-फानन इसमें सुधार की पहल आरंभ कर दी। इसमें सबसे पहले तो ईटीवी के रूपेश कोहरू के नाम पर सहमति बन गई थी। सूत्रों की मानें तो उनके नाम पर उच्चाधिकारियों ने मुहर भी लगा दी थी। बाद में पता नहीं कैसे उनका नाम हटाकर इसमें फिरोज पंडित के नाम पर अंतिम मोहर लगा दी गई है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक इस समिति में सुधार कर आदेश जारी नहीं किए गए थे।

भागवत बोले, नमो-नमो करना हमारा काम नहीं

भागवत बोले, नमो-नमो करना हमारा काम नहीं

(मोदस्सिर कादरी)

नई दिल्ली (साई)। भारतीय जनता पार्टी के नेता भले ही इन दिनों नमो-नमो का जाप कर रहे हों, लेकिन आरएसएस यानी संघ नहीं चाहता कि उसके स्वयंसेवक नमो-नमो करते रहें। संघ प्रमुख सर संघसंचालक मोहन भागवत ने रविवार को बेंगलुरू में हुए संघ के प्रतिनिधि सभा में अपना संदेश साफ कर दिया। स्वंयसेवकों को बेहद साफ लफ्जों में उन्होंने संदेश दे दिया।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मोहन भागवत ने कहा कि हम राजनीति में नहीं हैं। हमारा काम नमो-नमो करना नहीं है। हमें अपने लक्ष्य के लिए काम करना है। अखबार के मुताबिक भागवत ने स्वयंसेवकों से कहा कि बीजेपी के लिए काम करते वक्त स्वयंसेवकों को अपनी मर्यादा नहीं लांघनी चाहिए।

यही नहीं, भागवत ने यहां तक कहा कि उन्हें किसी शख्सियत को ध्यान में रखकर अभियान चलाने से दूर रहना चाहिए। एक स्वयंसेवक ने जब भागवत को ये सलाह दी कि संघ और बीजेपी की भूमिका चाणक्य और चंद्रगुप्त की तरह होनी चाहिए तो भागवत का जवाब था कि हमारी अपनी मर्यादा है। हमें मर्यादा नहीं तोड़नी है। बेंगलुरू में हुई इस प्रतिनिधि सभा में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और आरएसएस की तरफ से बीजेपी के महासचिव बनाए गए प्रचारक रामलाल भी मौजूद थे।

मतदान के लिए मिलेंगे नौ के बजाय दस घंटे

मतदान के लिए मिलेंगे नौ के बजाय दस घंटे

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। लोकसभा चुनाव-2014 के लिए होने वाले मतदान में मतदाताओं को नौ के बजाय दस घंटे मिलेंगे। चुनाव आयोग हालिया चुनावों में बड़ी संख्या में पोलिंग स्टेशन तक पहुंचे मतदताओं को ध्यान में रखते हुए मतदान के घंटे बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।
फिलहाल मतदान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक ही होता है, जबकि पूर्वाेत्तर और पहाड़ी इलाकों में मतदान 7 बजे शुरू हो जाता है। मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत और चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा व नसीम जैदी के पूर्ण आयोग ने शीर्ष चुनाव अधिकारियों से मतदान के घंटे बढ़ाने के मसले पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि पूर्ण आयोग ने योजना पर आगे बढ़ने को लेकर हरी झंडी दे दी है। सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर एक-दो दिन में फैसला ले लिया जाएगा।

तिरंगे पर आयोग ने किया आगाह
आयोग के मुताबिक, चूंकि इस बार गर्मियों में मतदान होने हैं। लिहाजा, ज्यादातर मतदाता शाम को मतदान केंद्र पहुंचेंगे। इससे बूथों पर लंबी-लंबी कतारें लग जाएंगी। उम्मीद की जा रही है कि इस बार 81.4 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए घरों से निकलेंगे।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों का हमला, 15 जवान शहीद

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों का हमला, 15 जवान शहीद


(अभय नायक)

रायपुर (साई)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया है। हमले में 15 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं तथा एक ग्रामीण भी मारा गया है। हमले में तीन जवान घायल हुए हैं।
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के तोंगपाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत तकबाड़ा गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला कर दिया है, जिसमें 15 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। शहीदों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 80 वीं बटालियन के 11 जवान और चार छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान शामिल हैं। वहीं इस दौरान एक ग्रामीण की भी मृत्यु हो गई है।
हालांकि राज्य के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर के विज ने पहले स्थानीय अधिकारियों के हवाले से 20 पुलिसकर्मियों के शहीद होने की सूचना दी थी। लेकिन बाद में मिली पुष्ट सूचना के अनुसार शहीदों की संख्या 15 बतायी जा रही है।
उन्होंने बताया कि जिले के तोंगपाल और झीरम गांव के करीब सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। सड़क की सुरक्षा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जिला बल के लगभग 50 जवानों को वहां तैनात किया गया था। जवान जब सड़क की सुरक्षा कर रहे थे, तब 150 से ज्यादा नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों की गोलीबारी के बाद सुरक्षा बल ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि घटना में कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी खबर है, जिन्हें वहां से बाहर निकालने के लिए जगदलपुर और रायपुर से कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ के जवानों को लेकर दो हेलीकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना किए गए हैं। यह इलाका नक्सल गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यह जीरम घाटीके निकट है, जहां पिछले साल मई में माओवादियों ने कांग्रेस के कई नेताओं का सफाया कर दिया था।

गौरतलब है कि यह वारदात उसी जगह हुई, जहां नक्सलियों ने अप्रैल 2010 में 76 पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। सीआरपीएफ के 30 कर्मियों और राज्य पुलिस के 14 कर्मियों सहित कुल 44 सुरक्षा जवानों का दस्ता अभियान पर जा रहा था कि नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट किया और उसके बाद अंधाधुंध फायरिंग कर दी।

बिग बी हुए अस्वस्थ्य, आराम की सलाह

बिग बी हुए अस्वस्थ्य, आराम की सलाह

(निधि गुप्ता)

मुंबई (साई)। बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन की तबीयत अचानक खराब हो गई है. अमिताभ ने ट्वीट किया कि मेरा सीटी स्कैन कराया गया, जिसमें कुछ नहीं निकला है लेकिन काफी दर्द है.
बिग बी को डॉक्टरों ने आराम करने की हिदायत दी है. उन्होंने बताया कि वो पल-पल की जानकारी ट्विटर के जरिए देते रहेंगे. बालीवुड डिंपल गर्ल दीपिका पादुकोण एक बार फिर से सिल्वर स्क्रीन पर महानायक अमिताभ बच्चन की बेटी का किरदार निभाती नजर आएंगी. बालीवुड जाने माने निर्देशक शुजीत सरकार ष्पीकुष् नामक एक फिल्म बनाने जा रहे है.

फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन, इरफान खान का चयन किया गया है. पहले इस फिल्म में अमिताभ बच्चन की बेटी के किरदार के लिए परिणीती चोपड़ा का चयन किया गया था लेकिन डेट्स प्रॉब्लम के कारण उन्होंने अब फिल्म में काम करने से मना कर दिया है. चर्चा है कि दीपिका पादुकोण अब अमिताभ की बेटी का किरदार निभाती नजर आएंगी. बताया जाता है कि पीकू पिता और पुत्री के बीच संबंध पर आधारित फिल्म होगी. इस फिल्म की शूटिंग जुलाई से शुरू हो सकती है. उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व प्रकाश झा की फिल्म आरक्षण में भी दीपिका ने अमिताभ की बेटी का किरदार निभाया था.

आपदा से लाट साहेब द्रवित, नहीं मनाएंगे होली


आपदा से लाट साहेब द्रवित, नहीं मनाएंगे होली

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। राज्यपाल राम नरेश यादव ने प्रदेश में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से किसानों को पहुँचे नुक्सान को दृष्टिगत रखते हुए इस बार होली का त्यौहार नहीं मनाने का निर्णय लिया है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष राजभवन में मनाया जाने वाला होली और रंगपंचमी मिलन समारोह रद्द कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल यादव ने प्रदेश में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि की घटनाओं का समाचार मिलते ही मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपना एक महीने का वेतन दिया था।
राज्यपाल श्री यादव ने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में पूरा प्रदेश किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को संकट की घड़ी में हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है। वे हौसला रखें, प्रदेश की जनता उनकी हर संभव मदद करने के लिए भागीदार रहेगी।
राज्यपाल श्री यादव ने प्रदेश में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रदेश के अधिकांश जिलों में सोयाबीन,गेहूँ तथा चना की खेती को भारी नुकसान हुआ है। बड़ी संख्या में मवेशी भी मारे गये हैं। राज्यपाल ने कहा कि किसानों को पहुँचे भारी नुकसान और पीड़ा की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं। इसी कारण राजभवन में इस बार होली और रंगपंचमी मिलन समारोह नहीं मनाया जायेगा।
श्री यादव ने व्यापारियों, उद्योगपतियों, समाज के संपन्न लोगों और प्रदेश की जनता से किसानों को राहत पहुँचाने के लिए मुक्त्त हस्त से आर्थिक मदद करने की अपील की है।

प्रचार सामग्री के प्रकाशन के संबंध में मुद्रक बरतें सावधानी


प्रचार सामग्री के प्रकाशन के संबंध में मुद्रक बरतें सावधानी
(सोनल सूर्यवंशी)
भोपाल (साई)। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार सामग्री के मुद्रण के संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आज एक बैठक में प्रिंटिंग प्रेस मालिकों को आवश्यक निर्देश दिये गये।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी जयदीप गोविंद ने प्रिंटिंग प्रेस मालिकों से कहा कि वे प्रचार सामग्री के मुद्रण के दौरान सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि प्रचार-प्रसार की सामग्री के प्रकाशन के दौरान लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 127-क के अनुसार कार्रवाई की जाना होती है। उन्होंने बैठक में कॉपी राईट कानून की भी जानकारी दी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि प्रचार सामग्री के प्रकाशन के दौरान प्रिंट लाईन में मुद्रक और प्रकाशक के नाम एवं पते स्पष्ट प्रकाशित किये जाना चाहिये। सामग्री के प्रकाशन के बाद तीन दिन के भीतर सामग्री की चार प्रतियाँ और प्रकाशक का घोषणा पत्र निर्वाचन अधिकारी को जमा करवाया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति प्रचार सामग्री मुद्रण के लिये आता है उसके द्वारा वचन-पत्र के साथ 2 व्यक्तियों के नाम, पते एवं उनके परिचय-पत्र की प्रति भी ली जाना चाहिये। मुद्रण सामग्री में प्रसार की संख्या का अनिवार्य रूप से उल्लेख किया जाना चाहिये।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एस.एस.बंसल ने चुनाव आयोग के निर्देशों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने प्लास्टिक प्रसार सामग्री को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई प्रिंटिंग प्रेस मालिक लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 धारा 127 का उल्लंघन करता है तो उसके विरूध्द 6 माह के कारावास एवं 2 हजार रूपये तक का अर्थदंड किया जा सकता है।
प्रिंटिंग प्रेस मालिकों की बैठक में यह बताया गया कि चुनाव प्रचार सामग्री के मुद्रण से संबंधित कार्य सीईओ ऑफिस में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी इच्छित गढ़पाले द्वारा किया जा रहा है। इस संबंध में अन्य जानकारी उनके मोबाईल नम्बर 9826071047 एवं उनके सहायक जावेद जमील से उनके मोबाईल नम्बर 9424446505 पर भी प्राप्त की जा सकती है। प्रिंटिंग प्रेस मालिकों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई आदर्श आचरण संहिता के बारे में भी जानकारी दी गई।