सिवनी के लिए अनजाना चेहरा हैं हिना
कांवरे
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। प्रदेश शासन के वन एवं
परिवहन मंत्री रहे स्व.लिखीराम कांवरे की पुत्री हिना कांवरे को कांग्रेस द्वारा
बालाघाट क्षेत्र के लिए कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है, किन्तु हिना कांवरे को सिवनी के लिए अनजाना चेहरा ही माना जा
रहा है।
ज्ञातव्य है कि रविवार को जारी
कांग्रेस की सूची में बालाघाट संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस की ओर से विधायक
हिना कांवरे को उम्मीदवार बनाया गया है। हिना कांवरे के पिता स्व.लिखीराम कांवरे, बालाघाट के किरनापुर विधानसभा सीट से 1990, 1993, 1998 में और उनकी माता श्रीमति पुष्पलता कांवरे भी 2000, 2004 में विधायक रहीं और २०१३ के विधानसभा चुनाव में उनकी पुत्री
हिना कांवरे भी 31,000 से अधिक वोटों से चुनाव जीत कर
विधायक बनीं।
हिना कांवरे पहली ही बार विधायक बनीं
हैं। इसके पहले वे सिवनी की सियासी फिजां से अनजान ही मानी जा सकती हैं, क्योंकि सिवनी जिले में न तो उनका दौरा ही कभी हुआ है और न ही
वे सार्वजनिक मंच पर ही कभी दिखाई दी हैं। कांग्रेस के प्रदेश और राष्ट्रीय
क्षत्रपों के सिवनी आगमन पर भी उन्होंने मंच साझा नहीं किया है। इस लिहाज से सिवनी
जिला उनसे अनजान ही माना जा सकता है।
उल्लेखनीय होगा कि परिसीमन में सिवनी
लोकसभा के अवसान के उपरांत जिले में पांच में से चार विधानसभाएं ही बची हैं। इनमें
से सिवनी और बरघाट विधान सभा को बालाघाट संसदीय क्षेत्र और लखनादौन तथा केवलारी
विधानसभा को मण्डला संसदीय क्षेत्र में शामिल कर दिया गया है।
पिछली बार बालाघाट संसदीय क्षेत्र से
बालाघाट के निवासी के.डी.देशमुख ने बालाघाट संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया
था। पिछली लोकसभा में सिवनी जिले की समस्याओं के बजाए बालाघाट की समस्याओं को
के.डी.देशमुख द्वारा अपेक्षाकृत वजनदारी से उठाया गया था। इस लिहाज से समझा जा रहा
था कि इस बार कांग्रेस या भाजपा द्वारा सिवनी के ही निवासी को इस सीट से मैदान में
उतारा जाएगा। वस्तुतः ऐसा हुआ नहीं।