ममता का रेल बजट
मध्य प्रदेश के लिए नहीं फैला ममता का आंचल
एमपी से होकर गुजरेंगी आठ नई एक्सप्रेस और एक पैसेंजर ट्रेन
सात रेलगाडियों के बढ़ेंगे फेरे
दमोह भोपाल नई इंटरसिटी की पेशकश
पत्रकारों के परिवार को साल में दो बार यात्रा की पात्रता
(लिमटी खरे)
नई दिल्ली 25 फरवरी। पश्चिम बंगाल के रायटर बिल्डिंग पर कब्जा जमाने की जुगत में बैठी रेल मंत्री ममता बनर्जी ने आज तीसरी बार रेल बजट पेश किया। इसमें मध्य प्रदेश की झोली में कुछ खास डालने में वे सफल नहीं रहीं। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमल नाथ के संसदीय क्षेत्र से चलने वाली दो रेलगाडियों को दिल्ली तक बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही साथ रतलाम और सिवनी जिलों को अमान परिवर्तन का पुराना झुनझुना फिर पकड़ा दिया गया है।
आज पेश बजट में रेल मंत्री ममता बनर्जी ने ज्यादा लुभाया नहीं जा सका। पश्चिम बंगाल के चुनावों के मद्देनजर उन्होंने मीडिया को अवश्य ही आकर्षित करने का प्रयास किया। अब संवाददाताओं को अब परिवार के साथ पचास प्रतिशत यात्री किराए की रियायत के साथ साल में एक के बजाए दो मर्तबा यात्रा की सुविधा प्रस्तावित की गई है।
ममता ने 56 नई रेल गाडियां चलाना प्रस्तावित किया है। इनमें से जो रेलगाडी मध्य प्रदेश से होकर गुजरेंगी उनमें इंदौर से बरास्ता रूथियाई कोटा इंटरसिटी दैनिक, बरास्ता रतलाम उदयपुर से बांद्रा जाने वाली रेल सप्ताह में तीन दिन, नागपुर से इटारसी खण्डवा के रास्ते भुसावल जाने वाली एक्सप्रेस सप्ताह में तीन दिन, वाराणसी सिंगरोली इंटरसिटी रोजाना, लखनउ भोपाल एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन, जबलपुर इंदौर इंटरसिटी बीना गुना के रास्ते सप्ताह में तीन दिन, फैजाबाद, कानपुर, भोपाल के रास्ते गोरखपुर से यशवंतपुर जाने वाली एक्सप्रेस साप्ताहिक ओर कटनी कोटा के रास्ते शालीमार से उदयपुर एक्सप्रेस साप्ताहिक होगी।
राज्यों की राजधानियों को महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ने के लिए नई रानी एक्सप्रेस रेल गाडियां चलाने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें दमोह से भोपाल इंटरसिटी का प्रावधान दैनिक किया गया है। इसके अलावा तेरह नई पैसंेजर रेल गाडियों में एक रेल बिलासपुर से कटनी के लिए भी रोज चलना प्रस्तावित किया गया है।
रेलमंत्री ने 33 रेल गाडियों के परिचालन क्षेत्र में विस्तार किया है। इसमें (11101/11102) छिंदवाड़ा ग्वालियर को दिल्ली तक, (11103/11104) छिंदवाड़ा झांसी को दिल्ली तक, (12965/12966) उदयपुर ग्वालियर को खजुराहो तक, (12159/12160) जबलपुर नागपुर को अमरावती तक, (19655/19656) इंदौर अजमेर को जयपुर तक, (12183/12184) भोपाल लखनउ को प्रतापगढ़ तक एवं (59802/59803) नागदा कोटा पैसेंजर को रतलाम तक बढ़ाया गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि 25 नई रेल परियोजनाओं में रतलाम बांसवाड़ा को शामिल किया गया है। 22 नई डीजल इंजन मल्टीपल यूनिट को आरंभ करना प्रस्तावित है जिसमें रतलाम नीमच के नामों का शुमार किया गया है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 10 - 11 में अमान परिवर्तन के आठ सौ किलोमीटर के लक्ष्य को या तो पूरा कर लिया गया है या फिर मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। ममता बनर्जी ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में 1075 किलोमीटर नए रेल खण्ड का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें मध्य प्रदेश के खाते में ललितपुर खजुराहो सतना, खजुराहो महोबा एवं रीवा सिंगरोली का हिस्सा शामिल कर लिया गया है। उन्हांेने कहा कि भोपाल, नागपुर, चंडीगढ़ आदि में अतिरिक्त मैकेनाईज्ड लाउंड्री क्लीनिक यूनिट की स्थापना प्रस्तावित है।
पिछले बजट में 251 नए सर्वेक्षण की घोषणा की गई थी। ममता बनर्जी ने का कि इनमें से 190 का काम पूरा हो गया है या फिर इस वित्तीय वर्ष में अर्थात 31 मार्च 2011 तक पूरा हो जाएगा। इसमें मध्य प्रदेश की तीन परियोजनाओं का समावेश किया गया है। इसमें 73 नंबर पर रतलाम बांसवाड़ा डूंगरपुर, 90 नंबर पर छिंदवाड़ा, सिवनी, नैनपुर, मण्डला फोर्ट और 124 नंबर पर जगतगुरू शकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद स्वरस्वती के श्री धाम गोटेगांव से पूर्व प्रधानमंत्री स्व.नरसिंहराव के संसदीय क्षेत्र रामटेक तक बारास्ता सिवनी को स्थान दिया गया है। ममता बनर्जी का कहना है कि इस परियोजना में बारहवीं पंचवर्षीय परियोजना में काम आरंभ हो जाएगा।
रामगंज मण्डी नीमच, दमोह हातानगर खजुराहो, रतलाम इंदौर परियोजना के साथ ही साथ फतेहाबाद चंद्रावती रेल परियोजना, छिंदवाड़ा सागर, जबलपुर उदयपुरा सागर, बालाघाट के कटंगी तिरोड़ी को नए सर्वेक्षण में शामिल किया गया है।
यहां उल्लेखनीय होगा कि राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके मोगली की कर्मभूमि सिवनी जिले से होकर गुजरने वाले अति प्राचीन नेशनल हाईवे को यहां से अन्यत्र ले जाने का षणयंत्र रचा जा रहा है, इतना ही नहीं सालों साल से नेरोगेज की छुक छुक में सफर करने वाले सिवनी वासियों को ब्राडगेज के नाम पर छला जा रहा है। सिवनी जिले के दक्षिण पश्चिम में स्थित छिंदवाड़ा, दक्षिण में नागपुर, पूर्व में बालाघाट, उत्तर मंे जबलपुर जिला तो उत्तर पश्चिम में नरसिंहपुर जिलों में ब्राडगेज की सुविधा है, किन्तु इनके मध्य वाले सिवनी जिले को नेतृत्व विहीन होने का दण्ड हमेशा मिलता आया है और यहां से एक एक कर सौगातों को छीना ही जा रहा है।
रेल बजट की मुख्य विशेषताएं
वरिष्ठ नागरियों की रियायत तीस से बढ़ाकर चालीस फीसदी।
महिलाओं को 58 साल में ही सीनियर सिटीजन की रियायत की पात्रता।
शारीरिक विकलांग के लिए अब राजधानी और शताब्दी में भी रियायत की पात्रता।
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