रविवार, 24 मार्च 2013

पंजाब हरियाणा में तेज हवाएं


पंजाब हरियाणा में तेज हवाएं

(विक्की आनंद)

चंडीगढ़ (साई)। पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में कल रात और आज तड़के तेज हवाएं चली और गरज के साथ छींटे पड़े। कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी खबर है। कई स्थानों पर अब भी बादल छाए हैं और वर्षा होने की संभावना है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि तेज हवाओं के कारण गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचा है, क्योंकि उसकी कटाई नजदीक है। कृषि विशेषज्ञों का मनाना है कि बिना मौसम की बरसात से रबी की फसल पर बुरा असर पड़ सकता है।
देखा जाए तो इस बेमौसमी बरसात ने पंजाब हरियाणा के किसानों को परेशानी में डाल दिया है। रात की तेज हवाओं और कहीं-कहीं हुई ओलावृष्टि से फसल को नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के कारण गेंहू की फसल गिर गई है और जिससे फसल के उत्पादन में कमी आ सकती है। फसल का नुकसान होने से राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन में भी कमी होने का डर रहता है। क्योंकि गेंहू भंडारण में सबसे अधिक गेंहू पंजाब व हरियाणा से ही की जाती है।

भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में होगा संशोधन


भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में होगा संशोधन

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। सरकार रिश्वत देने वालों को दंडित करने के लिए भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में संशोधन करेगी। फिलहाल, इस कानून में केवल रिश्वत लेने वालों के लिए सजा का प्रावधान है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय संपादक सम्मेलन में कहा कि उनके मंत्रालय ने कर्मचारियों पर मुकदमा चलाने की मंजूरी के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि ईमानदार कर्मचारियों को संरक्षण देने की जरूरत है। श्री नारायणसामी ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए सरकार अब, सरकारी कर्मचारियों में नैतिक मूल्यों पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र ने आरोपित कर्मचारियों की जांच के निपटारे की समय-सीमा भी कम कर दी है।
श्री नारायणसामी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच अब एक निश्चित समय-सीमा के भीतर ही की जाती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र, सरकारी कर्मचारियों के काम-काज का मूल्यांकन करेगा और जिनका काम-काज संतोषजनक नहीं पाया जाएगा, उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
श्री नारायणसामी ने कहा कि भ्रष्टाचार की शुरुआत लोक सेवा प्रदायगी व्यवस्था से होती है और लोक सेवा प्रदायगी विधेयक संसद में पारित होते ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सेवाएं एक निश्चित समय-सीमा के भीतर उपलब्ध हों। ई-गवर्नेन्स कार्यक्रम के बारे में श्री नारायणसामी ने कहा कि सरकार अपने कार्यालयों को पूरी तरह कम्प्यूटर चालित बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार इस कार्यक्रम के लाभ से अवगत कराने के लिए संगोष्ठियों और सम्मेलनों का आयोजन कर रही है।
श्री नारायणसामी ने देश में एक हजार से ज्यादा सिविल सेवा अधिकारियों की कमी का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के ७० प्रतिशत से अधिक अधिकारियों की तैनाती राज्यों की सेवा के लिए हुई है। उन्होंने प्रशासन में पारर्शिता को बढ़ावा देने के लिए अच्छे अधिकारियों की आवश्यकता पर बल दिया। 

पीएम कल जाएंगे डरबन


पीएम कल जाएंगे डरबन

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कल दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो रहे हैं जहां वे इस महीने की २६ और २७ तारीख को डरबन में होने वाले पांचवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। डॉ. सिंह की यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब ज$ुमा के आमंत्रण पर हो रही है।
डॉ. सिंह डरबन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति षी चिन फिंग और ब्राजील के राष्ट्रपति दिलमा राऊसेफ से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री इसी सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका को ब्रिक्स की अध्यक्षता भी सौपेंगे।
प्रधानमंत्री के साथ वित्तमंत्री पी चिदम्बरम, वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन सहित एक उच्च स्तरीय व्यापारिक शिष्टमंडल भी डर्बन जा रहा है। चार दिन की इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री विभिन्न अफ्रीकी देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ आपसी मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे। 

कांजीरंगा में गैडों की जनगणना


कांजीरंगा में गैडों की जनगणना

(पुरबाली हजारिका)

गुवहाटी (साई)। असम में काजीरंगा नेशनल पार्क में गैंडो की गणना की जा रही है। दो दिन के इस अभियान में वन्य जीव विशेषज्ञ और कुछ गैर सरकारी संगठन शामिल हैं। गणना के दौरान पार्क को आगन्तुकों के लिए बंद कर दिया गया है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि काजीरंगा पार्क में यह ११वीं गणना है।
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि काजीरंगा के विभिन्न इलाको में गणना दल के सदस्यों को तैनात किया गया हैं। जो अपनी अपनी जगहों से रिर्पाट देंगे। १९६६ में यहां गेंदो की गिनती का काम पहली बार किया गया था। पिछली बार की गणना में यहा दो हजार दो सौ नब्बे गैंडे पाए गए थे। सारे सरकारी प्रयासो के बावजूद पिछले साल से अब तक यहा पच्चीस गैंडों को तश्करियों ने मारा है। जबकि अठाइस गैंडे बाढ़ की वजह से मारे गए है। काजीरंगा राष्ट्रीय उधान गेंदो की गिनती के दौरान आज और कल लोगो के लिए बंद रहेगा।