शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

सिवनी में कर्फयू जारी


सिवनी में कर्फयू जारी

(अखिलेश दुबे)

सिवनी (साई)। जिला मुख्यालय सिवनी से लगभग 33 किलोमीटर दूर छपारा की संजय कालोनी निवासी मानसिक रूप से विक्षिप्त तीस वर्षीय सदाराम डहेरिया के साथ दो युवकों द्वारा किए गए अमानवीय कृत्य के उपरांत छः फरवरी को जिला मुख्यालय में दो गुटों के बीच हुई झड़प के उपरांत उपजी परिस्थितियां कभी काबू तो कभी बेकाबू होती रहीं। सात फरवरी की रात अचानक एक र्धालय में हुई घटना के बाद तनाव इस कदर बढ़ गया कि जिला प्रशासन को एहतियातन कफर््यू लगाना पड़ा।
गुरूवार की रात सुभाष वार्ड महावीर टाकीज के पास स्थित चित्रगुप्त मंदिर के समीप एक अन्य मंदिर में कुछ मांस जैसा टुकड़ा पड़े मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते युवाओं की भीड़ वहां एकत्र हो गई। मौके पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश श्रीवास्तव और नगर निरीक्षक हरीओम शर्मा द्वारा समझाईश देकर हालात को संभालने की कोशिश की गई, किन्तु युवाओं ने किसी की एक ना सुनी।
इसी बीच घटनास्थल पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी चंद्र शेखर शुक्ला भी मौके पर पहुंचे। बाद में जब युवाओं का आक्रोश बढ़ा तब युवाओं को वहां से हटाया गया। इसके उपरांत पुलिस वाहन पर लगे स्पीकर से कफर््यू की घोषणा की गई। इस घोषणा के बाद भी युवाओं का रोष नहीं थमा तब पुलिस को शुक्रवारी का इलाका खाली कराने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
रात में जगह जगह शादी के रिसेप्शन आयोजित थे, जिससे लोगों को आने जाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही साथ स्थानीय समाचार पत्रों को इस बात की चिंता सता रही थी कि कफर््यू के चलते सुबह उनके समाचार पत्रों का वितरण कैसे होगा। इस संबंध में अनेक पत्रकारों द्वारा जनसंपर्क विभाग के जिला प्रमुख श्री सिरसाम से संपर्क स्थापित किया गया। उन्होंने इसका हल निकलवाने का आश्वासन दिया गया।
सुबह जब लोगों के घरों में समाचार पत्र नहीं पहुंचे तो लोग हलाकान हुए। बताते हैं कि लोगों ने अखबारों के कार्यालय और पत्रकारों से इस बारे में पतासाजी आरंभ की, तब उन्हें ज्ञात हुआ कि शुक्रवार को सुबह का सूरज निकलने तक उन्हें प्रशासन द्वारा अखबार वितरण के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की गई थी।
इस संबंध में जब एक पत्रकार द्वारा जिला जनसंपर्क प्रमुख से दूरभाष पर चर्चा की गई तो उन्होंने अपने आप को असहाय ही बताते हुए कहा कि रात साढ़े बारह बजे तक उन्होंने जिला प्रशासन से पत्रकारों और हाकर्स को पास देने की बात कही थी किन्तु इस बारे में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका।
दोपहर दो बजे तक पत्रकार इसी हालत में हाथ पर हाथ रखे घरों में कैद रहे। उधर, दूसरी ओर शुक्रवार को लोगों के घरों के नलों में पानी ना आने से लोग परेशान रहे। बताया जाता है कि नगर पालिका परिषद के जो कर्मचारी नलों की चाबी खोलते हैं उन्हें भी पास मुहैया नहीं हो पाए थे अतः आज लोग अपने घरों में बिना पानी अखबार आदि के बैठे रहे।
इस संबंध में जब कांग्रेस के नेताओं से संपर्क किया गया तो कांग्रेस के नेताओं ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि उनकी बात कोई सुन ही नहीं रहा है। युवा कांग्रेसी नेता राजकुमार खुराना ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के संज्ञान में बात लाई गई है। गौरतलब है कि सिवनी जिले के केवलारी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक और मध्य प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर भी इस मसले में मौन ही साधे रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के प्रवक्ता जे.पी.एस.तिवारी भी कांग्रेस की एक बैठक में भाग लेकर लौटते समय पुलिस के लाठी चार्ज का शिकार हो गए।
उधर, भाजपा के नेताओं का कहना था कि इस बारे में वे हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक सिवनी में पत्रकारों को हालात का जायजा लेने के लिए अनुमति प्रदान नहीं की गई। शुक्रवार को कफर््यू के चलते शिक्षण संस्थाएं, एवं अन्य कार्यालयों में कामकाज ठप्प रहा।

सीएम तीर्थ दर्शन योजना ही अब पड़ने लगी भारी


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------ 50

सीएम तीर्थ दर्शन योजना ही अब पड़ने लगी भारी

(आकाश कुमार)

नई दिल्ली (साई)। इसे अफसरों का भाजपा से प्रति घटता मोह कहें या फिर कुछ और कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना ही अब भारतीय जनता पार्टी के लिए भारी पड़ने लगी है। भाजपा के खण्डवा इकाई के प्रवक्ता ने भी इसे भाजपा के खिलाफ साजिश ही निरूपित किया है।
मध्य प्रदेश सरकार द्वरा चलाई जा रही मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना खंडवा जिले में उस समय यात्रियों के लिए मुसीबत साबित हुई जब यात्रियों को करीब 16 घंटे रेल्वे स्टेशन पर ट्रेन का इन्तेजार करना पड़ा पूरी रात ठण्ड में करीब 750 तीर्थ यात्री रेल्वे स्टेशन पर परेशान होते रहे इस दौरान रात के अँधेरे में एक बुजुर्ग महिला तीर्थ यात्री भी फिसलने से घायल हो गई। रामेश्वरम के लिए रवाना होने वाली इस तीर्थ दर्शन यात्रा में खंडवा ,खरगोन बडवानी के बुजुर्ग यात्री शामिल थे।
खंडवा रेल्वे स्टेशन पर आज अलग ही नजारा था चारो तरफ अफरा -तफरी के बीच खचा खच भरे रेल्वे स्टेशन पर बुजर्ग यात्री करीब 16 घंटे से उस ट्रेन का इन्तेजार कर रहे थे जिसमे सवार होकर ये यात्री मध्य प्रदेश सरकार द्वरा चलाई जा रही तीर्थ दर्शन के तहत रामेश्वरम दर्शन जाने के लिए खंडवा जंक्सन पर इकट्ठा हुए थे बडवानी से आई तीर्थ यात्री रेखा शर्मा ने तेज़ न्यूज़ को बताया कि सर्दी के इस मौसम में इन बुजुर्ग यात्रियों ने रातभर ट्रेन का इन्तेजार किया, स्पेशल ट्रेन को भोपाल से खंडवा आने में करीब 5 घंटे लगते है लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ और ट्रेन करीब 16 घंटे देरी से खंडवा पहुंची।
तीर्थ यात्रियों के साथ लगा सरकारी अमला भी रातभर उनकी चौकीदारी और सेवा में परेशान होता रहा ट्रेन में खाने की व्यवस्था होने के कारण अधिकांश यात्री एक टाइम का खाना साथ लाये जो ट्रेन के इन्तेजार में ही ख़त्म हो गया था द्य तीर्थ यात्रा नोडल अधिकारी जी,एस बोथरा ने तेज़ न्यूज़ को बताया कि सरकारी अमले और सामाजिक संस्थाओ ने इन तीर्थ यात्रियों के खाने पीना की व्यवस्था की रेल्वे प्रशासन ने अधिकारियो को भी ट्रेन लेट होने की सही सुचना नहीं दी जिससे वह भी परेशान होते रहे।एक बुजुर्ग महिला तीर्थ यात्री को सिर में चोट लगने से यह परेशानी और बढ गई।
5 घंटे में भोपाल से खंडवा का सफ़र तय करने वाली स्पेशल ट्रेन 16 घंटे देरी से आई यह ट्रेन बुधवार रात में ही 11.15 पर भोपाल से निकल चुकी थी इस पुरे मामले में जब उप स्टेशन प्रबंधक अलोक चौरे से बात की गई तो उन्होंने इसकी सही जानकारी भोपाल से लेने कि बात कही। ट्रेन की इस लेटलतीफी पर भी राजनीति लोग अपने पक्ष में भुनाने से नहीं चुके जिला भाजपा प्रवक्ता सुनील जैन ने इसे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बढती लोकप्रियता को धूमिल करने के लिए कांग्रेस की सुनियोजित साजिश बताया।
ट्रेन की इस लेटलतीफी पर रेल्वे प्रबंधन की उन तमाम घोषणाओ की हकीकत सामने आ गई है जिसमे यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की बात कही जाती रही है इस मामले में भोपाल रेल मंडल और भारतीय रेल टूरिज्म कारपोरेशन के बीच समन्वय का अभाव साफ़ झलकता है।

श्रृमिक की मोत पावर प्रोजेक्ट का काम ठप्प!


श्रृमिक की मोत पावर प्रोजेक्ट का काम ठप्प!

(अभिषेक गीते)

खण्डवा (साई)। सिंगाजी ताप परियोजना में सोमवार को हुई एक श्रमिक की मौत के बाद एक बार फिर बुधवार परियोजना के निर्माण कार्य ठप्प हो गए। बुधवार सुबह निर्माण कंपनियों के अधिकारी कर्मचारी परियोजना स्थल तो पहुंचे किन्तु श्रमिको के नदारद रहने से वह निर्माण कार्य आरंभ नहीं करा सके। हालाकि परियोजना के मुख्य निर्माण स्थलों को छोड़ कर बाकी बाहरी कार्याे को अंजाम देने में कुछ निर्माण कम्पनिया पीछे नहीं हटी उन्होंने अपना काम मंगलवार भी जरी रखा।
प्लांट में हो रही इस तरह की दुर्घटनाओ से जहा निर्माण कार्य बाधित हो रहे है वही हुई घोषनाओ के मद्देनजर अब 2013 मे कैसे निर्माणाधीन दोनों यूनिटे बिजली का उत्पादन करने लगेगी यह एक बड़ा सवाल बन गया है। प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इस प्रोजेक्ट के माध्यम से मध्य प्रदेश को उर्जा के क्षेत्र में स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से परियोजना के निर्माण में व्यक्तिगत रूचि दिखा कर यहाँ का उच्चाधिकारियों सहित दो बार भ्रमण भी किया गया। मुख्यमंत्री इस परियोजना के अवलोकन के लिए पहली बार 17 अप्रेल 2011 में दोंगालिया पहुंचे थे। प्रारंभिक आकार ले रही इस परियोजना के निर्माण कार्याे का निरिक्षण करने के बाद उमीद के साथ उन्होंने यह घोषणा की थी कि परियोजना की प्रथम इकाई दिसम्बर 2012 तक बिजली उगलना प्रारंभ कर देगी। किन्तु उनकी यह उमीद निर्माण कार्याे में बार-बार आ रही अड़चनो के कारण पूरी नहीं हो पाई। इसी के साथ जनवरी 2013 से समूचे मध्यप्रदेश को 24 घंटे बिजली देने की घोषणा भी अमलीजामा नहीं पहन पाई। 17 अक्तूबर 2012 को फिर वे ताप परियोजना में निर्माण कार्याे की प्रगति का जायजा लेने निर्माण स्थल पहुंचे। अपने इस भ्रमण में उन्होंने निर्माण कार्याे के पिछड़ने को लेकर चिंता जताते हुए कड़े रुख के साथ मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी के अधिकारियो को परियोजना की निर्माण गति बढाने के निर्देश दिए थे। साथ आये उर्जा सचिव ने तो कुछ निर्माण कंपनियों के अधिकारियो को हुई समीक्षा बैठक में लताड़ लगाते हुए चेतावनी भरे लहेजे में ताकीद दी थी की अगर मगर कुछ नहीं काम चाहिए.....
इस भ्रमण में प्रदेश के मुखिया बोल कर गए थे की 31 मार्च परियोजना से विद्युत उत्पादन प्रारंभ होने की अंतिम तिथि तय की गयी है। किन्तु जिस तरह से परियोजना के निर्माण विभिन्न कारणों से पिछड़ रहे है उसमे प्रथम यूनिट से बिजली बनना मार्च तक भी संभव नहीं दिखता। इसी प्लांट की दूसरी इकाई से बिजली उत्पादन का लक्ष 15 अगस्त 2013 रखा गया है। निर्माण कार्याे की गति कही से कही तक इन लक्षो के आसपास नहीं है। ऐसे में समूचे मध्य प्रदेश में को 1 अप्रेल से 24 घंटे बिजली देने की मंशा को पूरा करने में सिंगाजी ताप प्रोजेक्ट अपना कितना योगदान दे पायेगा इस पर सवालिया निशान खड़े हो गए है।
परियोजना निर्माण के प्रारंभ से ही मूंदी-खंडवा एवं मूंदी सनावद मार्ग की खस्ता हालत के साथ निर्माण स्थल तक का पहुँच मार्ग जीर्ण शीर्णता के साथ आवागमन को लेकर निर्माण कार्याे को प्रभावित करता रहा है। निर्माण स्थल पर पहुँचने वाली सामग्री एवं उसमे लगने वाले उपकरणो को नियत स्थल तक पहुँचाने में प्रारंभिक अवस्था में निर्माण कम्पनियों को भरी मशक्कत करना पड़ी। ऐसे में जहा निर्माण कार्याे की गति तो प्रभावित हुई ही, वही निर्माण कम्पनीयो को भारी आर्थिक हानिया भी उठाना पड़ी। परियोजना निर्माण प्रारंभ करने के पूर्व इन सब तैय्यारियो के प्रति लापरवाही या उदासीनता क्यों बरती गयी ये बड़ा प्रश्न है।अब परियोजना के निर्माण कार्य कर्मियों एवं श्रमिको के साथ हो रही बार बार की दुर्घटनाओ से प्रभावित हो रहे है। एसे में उनसे उपजने वाले हालातो को लेकर दूर द्रष्टि के साथ कोई स्थायी हल अब तक क्यों नहीं निकल गया। आये दिन ऐसी दुर्घटनाये जंहा निर्माण स्थल पर असंतोष को जन्म दे रही है ,वही निर्माण कार्याे के बार-बार बाधित होने से परियोजना की प्रगति भी बाधित हो रही है।
कर्मियों एवं श्रमिको के साथ हुई दुर्घटना एवं उससे उपजे असंतोष के साथ श्रमिको के भुगतानों एवं उनकी मांगो को लेकर अप्रिय स्थितियों का निर्माण हुआ। हालात इतने बेकाबू हुए की निर्माण कार्याे को प्रारंभ करवाने हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। निर्माण स्थल पर दुर्घटनाओ का सिलसिला 27 फ़रवरी 2011 से पुरनी बेक वाटर में डूबने से दो युवा इंजीनियरों काशिफ रजा एवं पी बी प्रसाद की दर्दनाक मौतों से प्रारंभ हुआ जो अब दुर्घटनाओ के रूप में आज तक जारी है। निर्माण स्थल पर 4 अक्टूबर 11 को श्रमिक कैलाश उर्फ़ गोलू की ग्रेडिंग मशीन से कुचले जाने के बाद म्रत्यु हो गयी थी। इसी तरह 25 मार्च 12 को राजदीप नाम के युवक की प्लांट के समीप ई प्वाईंट पर अज्ञात कारणों से मौत हो गयी , 03 जुलाई 12 को दो श्रमिक कश्मीर सिंह एवं मनीष प्रजापति की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हुई , 12 अगस्त 12 को श्रमिक एस कुमार बायलर कार्य करते 30 मीटर की ऊँचाई से गिरकर मौत का शिकार बन गया , इसके तुरंत बाद इसी माह की 26 तारीख को हेल्पर धर्मेन्द्र यादव की 17 मीटर ऊँचाई से गिर कर म्रत्यु हो गयी थी, तब परियोजना के निर्माण कार्य 5 दिनों तक बंद रहे थे। प्लांट के श्रमिको ने अब अपनी सुविधाओं को लेकर लामबंध होना भी प्रारंभ कर दिया था।
प्लांट में मौतों का सिलसिला इसी तरह जरी रहा 14 सितम्बर 12 को काम के दौरान लगी चोट से बिहार निवासी चन्द्रिका प्रसाद को मौत निगल गयी, 4 अक्तुबर 12 को ऊँचाई पर काम करते हुए तबियेत बिगड़ने से वीरेंद्र सिंह की मौत हो गयी , 1 दिसंबर 12 को परियोजना स्थल से निकलने वाली हाई टेंशन लाइन का कार्य करते हुए 18 मीटर की ऊँचाई से गिर कर हरिनारायण पिता बीरसाईं ने दम तोड़ दिया।
वर्ष 2013 की शुरुवात में ही 2 जनवरी को हेप्पीसिंह निवासी पंजाब की कार्य के दौरान 25 मीटर की ऊँचाई से गिरने पर मौत हो गयी थी। जनवरी माह में ही एक सुरक्षा गार्ड सुरेश पिता पुन की संदेहास्पद मौत के बाद समूचे क्षेत्र एवं निर्माण स्थल पर कार्य करने वालो के लिए देहला देने वाले गोलीकांड ने परियोजना निर्माण कार्य को एक सप्ताह पीछे धकेल दिया। घटना में परियोजना के ही एक सुरक्षाकर्मी द्वारा एक वाहन चालक नर्मदाप्रसाद पर गोली चला दी गयी जिससे उसकी मौत हो गयी। समूची घटना प्रदेश स्तर पर सुर्खियों में रहने के साथ निर्माण स्थल पर भी सबको भयभीत कर गयी।
उक्त समूची दुर्घटनाओ से परियोजना के निर्माण कार्य तक़रीबन 45 से 60 दिनों तक कार्य बंद होने से पिछड़ गए। ऐसे में अगर भविष्य में भी परियोजना के निर्माण कार्याे के लिए जवाबदेह निर्माण एजेंसी मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कम्पनी द्वारा प्रभावी कदम नहीं उठाये गए तो सिंगाजी ताप परियोजना से समय पर विद्युत उत्पादन का लक्ष्य आसान नहीं होगा। ऐसी परिस्थितियों में मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार अप्रेल से 24 घंटे बिजली देने में सिंगाजी ताप परियोजना अपना योगदान कैसे दे पाएगी ,यह सरकार के लिए अब चुनोती भरा हो गया है।

जाली मुद्रा, कानून में बदलाव ही हल: आरबीआई


जाली मुद्रा, कानून में बदलाव ही हल: आरबीआई

(पुरबाली हजारिका)

गुवहाटी (साई)। भारतीय रिजर्व बैंक ने जाली मुद्रा की समस्या से निपटने के लिए कानूनों में बदलाव की मांग की है। रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने बताया कि उनका बैंक इस मुद्दे पर सरकार के साथ बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे कानून होने चाहिए कि जिनसे जाली मुद्रा छापने वाले लोगों को सजा मिले न कि उन निर्दाेष लोगों को जिनके पास ऐसी मुद्रा मिलती हैं।
श्री सुब्बाराव कल गुवाहाटी में रिजर्व बैंक बोर्ड की बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने अपने शाखा प्रबंधकों से कहा है कि जाली नोट लेकर आने वाले लोगों के प्रति नरम रवैया अपनाए और उन परिस्थितियों की जांच करे कि ऐसे जाली नोट किसी व्यक्ति के पास कहां से आए। श्री सुब्बाराव ने ऐसे मामलों में एफ.आई.आर दर्ज करने की प्रक्रिया सरल बनाने पर भी जोर दिया।

कहीं सर्दी कहीं रहा मौसम सुहावना


कहीं सर्दी कहीं रहा मौसम सुहावना

(शरद)

नई दिल्ली (साई)। देश भर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दी और साधारण तापमान की स्थिति लगातार बनी हुई है। कहीं शीतलहर अपना असर दिखा रही है तो कहीं धूप खिली नजर आ रही है। कहीं बारिश से राहत है तो कहीं ठण्डी हवा का सुर्खा लोगों की परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
शिमला से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो से रीता वर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में किन्नौर, लाहौल स्पीति और पांगी क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से हो रहे भारी हिमपात के बाद हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने इन क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। राज्य के जनजातीय तथा अन्य ऊपरी इलाकों में सड़क यातायात तथा बिजली पानी की सप्लाई बाधित होने के कारण सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त है। जनजातीय क्षेत्रों में सभी स्कूल सोमवार तक बंद कर दिए गए हैं। शिमला, कुल्लु और चंबा जिलों के ऊपरी इलाके राज्य के अन्य हिस्सों से कटे हुए हैं।
उधर, जम्मू से साई ब्यूरो से विनोद नेगी ने खबर दी है कि कश्मीर घाटी फिर से भीषण शीत लहर की चपेट में है और घाटी में रात का तापमान बहुत नीचे चला गया है। वहीं देश के विभिन्न अंचलों से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में धूप खिली रही।
लखनऊ से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से दीपांकर श्रीवास्तव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में धूप खिलने की वजह से लोगों को सर्दी से राहत मिली है। तीन दिनों तक प्रदेश के विभिन्न भागों में हुई लगातार बारिश से अब कुछ राहत मिली है। इलहाबाद साई ब्यूरो से निधि श्रीवास्तव ने बताया कि सबसे रोचक बात ये रही कि इलाहाबाद वर्षा से बिलकुल अछूता रहा। वहां चल रहे कुंभ मेले में लाखों लोग खुले में कल्पवास कर रहे हैं। धूप खिलने के कारण दिन का तापमान भी बढ़ने लगा है। हालांकि ओलावृष्टि से कई जिलों में रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
देश के हृदय प्रदेश से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो से सोनल सूर्यवंशी ने बताया कि राज्य में कल अपेक्षाकृत मौसम सर्द रहा। आज दिन भर भी धूप में वह तल्खी नहीं दिखाई दी। दिन में बादलों का डेरा प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रहा और हवा भी सर्द ही रही।

ईसी की शिकायत पर पुलिस प्रमुख हटे


ईसी की शिकायत पर पुलिस प्रमुख हटे

(महेश)

नई दिल्ली (साई)। मेघालय में निर्वाचन आयोग ने मेघालय के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की शिकायत पर पुलिस प्रमुख कुलबीर कृष्ण को हटा दिया है। राज्य में इस महीने की २३ तारीख को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। श्री कृष्ण के स्थान पर भारतीय पुलिस सेवा के १९७७ बैच के अधिकारी प्रेम सिंह को पुलिस प्रमुख बनाया गया है।
सरकारी सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के ब्यूरो ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने पुलिस महानिदेशक को बदलने का फैसला मुख्य निर्वाचन आयुक्त वी एस सम्पत्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया। बैठक में चुनाव आयुक्त एच एस ब्रह्मा और नसीम जैदी भी उपस्थित थे। श्री बलबीर कृष्ण को महानिदेशक-जेल, बनाया गया है। उनके पास नागरिक सुरक्षा और होमगाड्घर््स का अतिरिक्त प्रभार भी होगा।
उधर, नगालैंड में विधानसभा चुनाव के लिए घर-घर जाकर प्रचार का काम जोर-शोर से चल रहा है। राजनीतिक दल तेईस फरवरी को होने वाले इन चुनावों के लिए मतदाताओं को अपने उम्मीदवारों के पक्ष में करने के लिए जनसभाएं और रैलियां कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल दीमापुर और मोकोकचुंग में दो रैलियों के साथ अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार औपचारिक रूप से शुरू किया। सत्तारूढ़ नगा पीपुल्स फ्रंट ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए दावा किया है कि कांग्रेस के स्टार चुनाव प्रचारकों से चुनाव परिणामों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
राज्य के समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनता दल यूनाइटेड और यूएनडीपी ने भी ने भी चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। इस बीच सभी २३२ नामांकन पत्र सही पाए गए हैं। उम्मीदवार शनिवार तक अपने नाम वापिस ले सकते हैं।
वही त्रिपुरा से साई न्यूज ब्यूरो ने बताया कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। मतदान में अब केवल पांच दिन शेष रह गए हैं। हमारे संवाददाता ने बताया है कि प्रचार बारह तारीख की शाम को बन्द हो जाएगा। चौदह तारीख को वोट पड़ेंगे।
राज्य में सभी दल मतदान से पहले मतदाताओं को रिझाने में पूरे जोर-शोर से जुटे हुए हैं। दूसरी ओर, त्रिपुरा के मुख्य चुनाव अधिकारी आशुतोष जिंदल ने बताया है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान ड्यूटी पर मौजूद किसी भी मतदान कर्मी, अधिकारी या सुरक्षाबलों के साथ कोई दुर्घटना होने पर उन्हें एकमुश्त अनुदान दिया जायेगा।
श्री जिंदल ने कहा कि स्वाभाविक मौत होने पर मृतक के परिवार को पांच लाख रूपये और उग्रवादी घटना में मौत होने पर परिवार को दस लाख रूपये दिये जायेंगे। इसी तरह सामान्य दुर्घटना में अपाहिज होने पर पीड़ित को ढाई लाख रूपये और उग्रवादी घटना में ऐसा होने पर पांच लाख रूपये दिये जायेंगे। त्रिपुरा में मतदान ड्यूटी पर मौजूद करीब ५० हजार कर्मचारियों को इस योजना के दायरे में शामिल किया गया है।

उद्योगपतियों की हिमायती है सरकार: सीएजी


उद्योगपतियों की हिमायती है सरकार: सीएजी

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। अनेक नीतिगत मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा कर देने वाले सीएजी विनोद राय ने इस बार सरकार के कामकाज के तरीके पर ही सवाल उठा दिया है। उन्होंने देश में नहीं, एक इंटरनैशनल मंच से सरकार पर हमला बोला है। विनोद राय ने कहा कि सरकार करप्शन को खत्म नहीं कर पा रही है। वह उद्योगों को नहीं, उद्योगपतियों को मदद कर रही है।
प्रतिष्ठित हार्वर्ड केनेडी स्कूल में आयोजित एक सेमीनार में गुरुवार को सीएजी ने कहा कि सरकार सीएजी को ऑडिट करने वाले अकाउंटेंट से ज्यादा नहीं समझती, लेकिन सीएजी नौकरशाहों, नेता और पूंजीपतियों के बीच सांठगांठ का पर्दाफाश करता रहेगा। विनोद राय ने कहा कि सरकार को उद्योगों को समर्थन करने वाली नीतियां बनानी चाहिए, ना कि किसी खास पूंजीपति के समर्थन के लिए नीतियां बने।
वहीं दूसरी और कांग्रेस ने कैग के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा, कि कैग का काम ऑडिट करना है। कैग पॉलिसी बनाने लगेगा तो हम लोग क्या करेंगे? क्या वह पीएम बनना चाहते है? दिग्विजय ने कहा कि विनोद राय जी को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए। कैग अगर प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं तो चुनाव लड़े और नीतियां बनाएं। कांग्रेस प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी कैग की सीमा में रहकर काम करने की सलाह दी।
राय ने कहा कि हम (कैग) करप्शन को तो पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते, लेकिन अफसरों-उद्योगपतियों के गठजोड़ को उजागर करते रहेंगे। 2जी और कोयला घोटाला संबंधी अपनी रिपोर्ट को लेकर सरकार के निशाने पर रहे विनोद राय ने कहा कि सीएजी की भूमिका सिर्फ संसद के सामने रिपोर्ट पेश करने तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए। हमें उससे आगे जाकर अपनी रिपोर्ट की मदद से जनता को जागरूक करने का काम भी करना है।
अधिकार क्षेत्र उल्लंघन करने संबंधी आरोपों की चर्चा करते हुए सीएजी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र परिपक्व हो रहा है। शहरी मध्यम वर्ग जनसमस्याओं को लेकर अब तेजी से गोलबंद होने लगा है। ऐसी स्थिति में हम नई राह पर यह सोच कर चल रहे हैं कि जनता का हित सबसे पहले है और हमें जनहित में काम करना है।

गूगल ने दी जगजीत सिंह की जयन्ती पर श्रद्धांजलि

गूगल ने दी जगजीत सिंह की जयन्ती पर श्रद्धांजलि

(मणिका सोनल)

नई दिल्ली (साई)। इंटरनेट की दुनिया के जबर्दस्त हिट सर्च इंजन गुगल द्वारा आज गजल गायक जगजीत सिंह के 72 वे जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें अपने लोगोमें शामिल किया। गूगल लोगोमें कुरता-पैजामा पहने हुए सिंह हारमोनिया ले कर बैठे हुए नजर आ रहे हैं।
वर्ष 2011 में मस्तिष्क में रक्तस्राव होने के कारण इस दिग्गज गायक का निधन हो गया था। गूगल खोज रुझान के मुताबिक, इस पीढी के लोकप्रिय पंसदीदा गायकों की सूची में भी दिवंगत गायक सिंह अव्वल हैं।
भारत के लुधियाना, भोपाल और इंदौर में सिंह से जुडे सवालों के बारे में अधिकांश जानकारी प्राप्त की गयी। भारत के ऑनलाइनलोकप्रियता के मामले में पंकज उधास दूसरे स्थान पर रहे जबकि दुनिया भर में गुलाम अली का नाम रहा।
विश्व के लिहाज से भारतीय महाद्वीप में जगजीत सिंह को सबसे ज्यादा गूगल पर तलाश किया गया उसके बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात में ढूंढा गया। विश्व भर में सबसे अधिक तलाश किये जाने वाले गजल गायकों मे जगजीत सिंह, गुलाम अली, मेंहदी हसन, पंकज उधास और तलत अजीज शामिल हैं।