सिवनी में कर्फयू
जारी
(अखिलेश दुबे)
सिवनी (साई)। जिला
मुख्यालय सिवनी से लगभग 33 किलोमीटर दूर छपारा की संजय कालोनी निवासी मानसिक रूप
से विक्षिप्त तीस वर्षीय सदाराम डहेरिया के साथ दो युवकों द्वारा किए गए अमानवीय
कृत्य के उपरांत छः फरवरी को जिला मुख्यालय में दो गुटों के बीच हुई झड़प के उपरांत
उपजी परिस्थितियां कभी काबू तो कभी बेकाबू होती रहीं। सात फरवरी की रात अचानक एक
र्धालय में हुई घटना के बाद तनाव इस कदर बढ़ गया कि जिला प्रशासन को एहतियातन
कफर््यू लगाना पड़ा।
गुरूवार की रात
सुभाष वार्ड महावीर टाकीज के पास स्थित चित्रगुप्त मंदिर के समीप एक अन्य मंदिर
में कुछ मांस जैसा टुकड़ा पड़े मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते
युवाओं की भीड़ वहां एकत्र हो गई। मौके पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश
श्रीवास्तव और नगर निरीक्षक हरीओम शर्मा द्वारा समझाईश देकर हालात को संभालने की
कोशिश की गई, किन्तु
युवाओं ने किसी की एक ना सुनी।
इसी बीच घटनास्थल
पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी चंद्र शेखर शुक्ला भी मौके पर पहुंचे। बाद में जब
युवाओं का आक्रोश बढ़ा तब युवाओं को वहां से हटाया गया। इसके उपरांत पुलिस वाहन पर
लगे स्पीकर से कफर््यू की घोषणा की गई। इस घोषणा के बाद भी युवाओं का रोष नहीं थमा
तब पुलिस को शुक्रवारी का इलाका खाली कराने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
रात में जगह जगह
शादी के रिसेप्शन आयोजित थे, जिससे लोगों को आने जाने में बहुत परेशानी
का सामना करना पड़ा। साथ ही साथ स्थानीय समाचार पत्रों को इस बात की चिंता सता रही
थी कि कफर््यू के चलते सुबह उनके समाचार पत्रों का वितरण कैसे होगा। इस संबंध में
अनेक पत्रकारों द्वारा जनसंपर्क विभाग के जिला प्रमुख श्री सिरसाम से संपर्क
स्थापित किया गया। उन्होंने इसका हल निकलवाने का आश्वासन दिया गया।
सुबह जब लोगों के
घरों में समाचार पत्र नहीं पहुंचे तो लोग हलाकान हुए। बताते हैं कि लोगों ने
अखबारों के कार्यालय और पत्रकारों से इस बारे में पतासाजी आरंभ की, तब उन्हें ज्ञात
हुआ कि शुक्रवार को सुबह का सूरज निकलने तक उन्हें प्रशासन द्वारा अखबार वितरण के
बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की गई थी।
इस संबंध में जब एक
पत्रकार द्वारा जिला जनसंपर्क प्रमुख से दूरभाष पर चर्चा की गई तो उन्होंने अपने
आप को असहाय ही बताते हुए कहा कि रात साढ़े बारह बजे तक उन्होंने जिला प्रशासन से
पत्रकारों और हाकर्स को पास देने की बात कही थी किन्तु इस बारे में कोई ठोस निर्णय
नहीं लिया जा सका।
दोपहर दो बजे तक
पत्रकार इसी हालत में हाथ पर हाथ रखे घरों में कैद रहे। उधर, दूसरी ओर शुक्रवार
को लोगों के घरों के नलों में पानी ना आने से लोग परेशान रहे। बताया जाता है कि
नगर पालिका परिषद के जो कर्मचारी नलों की चाबी खोलते हैं उन्हें भी पास मुहैया
नहीं हो पाए थे अतः आज लोग अपने घरों में बिना पानी अखबार आदि के बैठे रहे।
इस संबंध में जब
कांग्रेस के नेताओं से संपर्क किया गया तो कांग्रेस के नेताओं ने यह कहकर अपना
पल्ला झाड़ लिया कि उनकी बात कोई सुन ही नहीं रहा है। युवा कांग्रेसी नेता राजकुमार
खुराना ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के संज्ञान में
बात लाई गई है। गौरतलब है कि सिवनी जिले के केवलारी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी
विधायक और मध्य प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ठाकुर भी इस मसले में मौन ही
साधे रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस के प्रवक्ता जे.पी.एस.तिवारी भी
कांग्रेस की एक बैठक में भाग लेकर लौटते समय पुलिस के लाठी चार्ज का शिकार हो गए।
उधर, भाजपा के नेताओं का
कहना था कि इस बारे में वे हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं। इन पंक्तियों के लिखे
जाने तक सिवनी में पत्रकारों को हालात का जायजा लेने के लिए अनुमति प्रदान नहीं की
गई। शुक्रवार को कफर््यू के चलते शिक्षण संस्थाएं, एवं अन्य
कार्यालयों में कामकाज ठप्प रहा।
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