माओवादियों ने ठुकराई रिहाई की पेशकश
(फिरोज खान)
नई दिल्ली (साई)। ओडिशा में माओवादियों ने २७ कैदियों की रिहाई की सरकार की पेशकश ठुकरा दी है और अपनी मांगे मनवाने के लिए दो अलग-अलग समय सीमा दी हैं। बीजू जनता दल के विधायक झिना हिकाका को बंधक बनाने वाली माओवादियों की आंध्र-ओडिशा डिवीज$नों ने अपनी समय-सीमा एक दिन बढ़ा दी है। उनकी समय-सीमा आज खत्म हो रही थी।
इससे पहले माओवादियों ने झिना हिकाका को छुड़ाने के लिए बातचीत के सरकार के निमंत्रण का कोई जवाब नहीं दिया था। इटली के नागरिक को बंधक बनाने वाले एक अन्य माओवादी गुट ने अब मंगलवार तक की समय-सीमा तय की है। इन माओवादियों ने सीपीआई माओवादी की सांगठनिक समिति के सचिव की पत्नी सहित चार कैदियों की रिहाई की सरकार की पेशकश भी ठुकरा दी है। उन्होंने सरकार से इस सूची में सात और कैदियों के नाम शामिल करने को कहा है। राज्य के गृहसचिव यू एन बेहरा ने कहा है कि इस संदेश की प्रमाणिकता की जांच की जा रही है।
उधर, माओवाद प्रभावित जिलों में जिलाधीशों की मदद के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास फैलो योजना के तहत चुने गये उम्मीदवारों का पहला दल आज से हैदराबाद में प्रशिक्षण लेगा। नौ सप्ताह के प्रशिक्षण के बाद १५६ पोस्ट ग्रेजुएट देशभर में माओवाद से प्रभावित ७८ जिलों में तैनात किए जा रहे हैं। इस योजना का प्रस्ताव ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने पिछले वर्ष सितम्बर में किया था। वे ही नौ सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत करेंगे।
सुरक्षा बलों ने असम में भी कार्यवाही तेज कर दी है। असम के कोकराझार जिले के फकीराग्राम से कल सुरक्षा बलों ने यूनाइटेड लिब्ररेशन फ्रंट ऑफ असम-अल्फा के दो उग्रवादियों को गिरतार किया है। पुलिस और सेना ने एक सुराग के आधार पर साझा कार्रवाई करते हुए ये गिरतारियां की। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए उग्रवादियों की शिनाख्त धुबरी जिले के मतियातोली के बीजू रॉय और मिथुल रे के रूप में की गई है।
सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों के कब्जे से एक मैगजीन सहित गोली-बारूद और एक मोबाईल हैंडसेट बरामद किया है। ये उग्रवादी आज अल्फा के स्थापना दिवस के मौके पर कोकराझार जिले में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के मिशन पर थे। इस बीच, अल्फा के स्थापना दिवस को देखते हुए राज्य भर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।