नेताओं ने भाजपा को तो जनता ने कांग्रेस को दिल से कोसा
उत्तर पूर्व सिवनी विधानसभा में चुनावी माहौल, शेष सिवनी में पसरा
रहा सन्नाटा
(पीयूष
भार्गव/अखिलेश दुबे/अय्यूब कुरैशी)
सिवनी (साई)। केंद्रीय मंत्रियों सहित एआईसीसी ओर प्रदेश
कांग्रेस के नेताओं के लंबे चौड़े काफिले ने आज भले ही कांग्रेस के लोगों का आंग भर
दिया हो, किन्तु
स्कूली बच्चों, अस्पताल के
मरीज और आम जनता इस आपाधापी के चलते पूरी तरह हलाकान ही रही। मिशन स्कूल के खचाखच
भरे मैदान में सिवनी जिले के अलावा आसपास के जिलों से भीड़ को ढोकर लाया गया था।
भीड़ में लोग खाने पीने की तंगी को लेकर अनाप शनाप बकते भी दिखे।
आज केंद्रीय मंत्री कमल नाथ, ज्योतिरादित्य
सिंधिया, कांग्रेस
के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, नेता प्रतिपक्ष अजय
सिंह, सत्यव्रत
चतुर्वेदी आदि एक साथ सिवनी पहुंचे। सुबह से ही सिवनी में कांग्रेस के वरिष्ठ
नेताओं को देखने सुनने कांग्रेस के लोगों में जबर्दस्त उत्साह दिख रहा था। वहीं
कभी कभार दिखने वाले हेलीकॉप्टर को देखने भी जमकर भीड़ उमड़ी।
सिवनी को बना दूंगा छिंदवाड़ा: नाथ
केंद्रीय मंत्री और महाकौशल के क्षत्रप के चेहरे से, भीड़ देखकर संतोष
साफ तौर पर झलक रहा था। उन्होंने चिरपरिचित अदा में कहा कि सिवनी से उनका पुराना
संबंध है। भाजपा पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर मस्जिद में रोजगार नहीं
मिलने वाला, रोजगार तो
उद्योग धंधों से ही मिलेगा। उन्होंनें कहा कि सिवनी का युवा गुमराह जल्दी हो जाता
है। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा और सिवनी में अंतर साफ दिखता है। कमल नाथ ने कहा कि
चलिए इस बार सिवनी को भी छिंदवाड़ा बना देते हैं।
यह रही भाषण के दौरान चर्चा
कमल नाथ के भाषण के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में ही
तत्काल प्रतिक्रिया आरंभ हो गई। लोगों का कहना था कि युवाओं पर उन्होंने बरगलाने
का आरोप तो लगा दिया किन्तु फोरलेन, ब्रॉडगेज, पेंच परियोजना तो
केंद्र की कांग्रेस और कमल नाथ के हाथ की ही बात है, उस मामले में आखिर
वे अब तक मौन क्यों हैं? अगर सिवनी को छिंदवाड़ा बनाने की बात उन्होंने कही है तो
बारंबार सिवनी को गोद ले चुके कमल नाथ अब तक सिवनी के साथ सौतेला व्यवहार कैसे कर
रहे हैं।
युवातुर्क का स्वागत हुआ तालियों की गड़गड़हाट से
आकर्षक व्यक्तित्व के धनी ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे ही
बोलने के लिए खड़े हुए उनका जबर्दस्त करतल ध्वनि से स्वागत किया गया। भाजपा पर आरोप
लगाते हुए उन्होंने कहा कि एमपी में एक महिला नेत्री आई थी, उनके खिलाफ षणयंत्र
कर भाजाईयों ने ही उन्हें उत्तर प्रदेश वनवास पर भेज दिया। उन्होंने कहा कि चाल
चरित्र और चेहरे का दावा करने वाली पार्टी के एक मंत्री द्वारा सीएम की
अर्द्धांग्नी को अपशब्द कहे जाते हैं, उसे हटा दिया जाता है, फिर आदिवासियों को
एकजुट होते देख पुनः उसे लाल बत्ती दे दी जाती है।
स्थानीय मुद्दों को छूकर दिल जीता सिंधिया ने
कांग्रेस के नेताओं ने सिवनी के स्थानीय स्तर के मुद्दों पर
अपने ओंठ सिले रखे। सिर्फ और सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया ही एक ऐसे नेता थे
जिन्होंने सिवनी जिले के मामले में कुछ बोलकर लोगों का दिल जीत लिया। युवा तुर्क
ने मशहूर उद्योगपति गौतम थापर के स्वामित्व वाले अवंथा समूह के सहयोगी प्रतिष्ठान
मेसर्स झाबुआ पावर लिमिटेड के घंसौर में डलने वाले पावर प्लांट के बारे में कहा कि
पावर प्लांट द्वारा आदिवासियों की जमीनें हड़प ली गईं हैं पर एक भी आदिवासी को
रोजगार नहीं दिया गया है।
भाषण के दौरान रही इसकी चर्चा
ज्योतिरादित्य सिंधिया के आकर्षक और लुभावने व्यक्तित्व की
चर्चा चहुंओर मची रही। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में सबसे ज्यादा चाह
ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामीप्य पाने और उनसे आई कांटेक्ट की देखी गई। वहीं
सिवनी के झाबुआ पावर के बारे में चर्चा कर लोगों का मन तो उन्होंने मोहा किन्तु
लोगों का कहना था कि वे केंद्र में मंत्री हैं, पर केंद्र सरकार ही
झाबुआ पावर पर सबसे ज्यादा मेहरबान नजर आ रही है।
हिन्द गजट ने उठाई थी आवाज!
ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी सूत्रों का कहना है कि समाचार
एजेंसी ऑफ इंडिया में झाबुआ पावर के बारे में लगातार प्रसारित हो रही खबरों पर
संज्ञान लेते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा सिवनी की सभा में
झाबुआ पावर लिमिटेड के खिलाफ आवाज उठाई गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया के द्वारा इस
मामले में संज्ञान लेने से, अब जिला कांग्रेस कमेटी पशोपेश में है, क्योंकि लगातार
शिवराज सिंह चौहान को कोसकर स्थानीय समस्याओं की उपेक्षा करने वाली कांग्रेस को
मजबूरी में झाबुआ पावर लिमिटेड के खिलाफ मुहिम छेड़ना होगा। माना जा रहा है कि अगर
जिला कांग्रेस इस मामले में सदा की ही तरह मौन धारित करे रखती है, तो आने वाले समय
में यही संदेश जाएगा कि भले ही अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश में
कांग्रेस का परचम लहराने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को आगे किया जा रहा हो, किन्तु जिला
कांग्रेस कमेटी को न तो एआईसीसी और न ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ही की कोई परवाह
है।
बोले दिग्गी, शतायु हों विमला वर्मा
कांग्रेस के महासचिव राजा दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार को
कटघरे में खड़ा किया और कहा कि शिवराज सिंह चौहान को आज भी सपने में दिग्विजय सिंह
आते हैं, और उनकी
तंद्रा टूट जाती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर पद की भर्ती के लिए अलग अलग
रेट तय किए गए हैं। राजा दिग्विजय सिंह अकेले ऐसे वक्ता रहे जिन्होंने पूर्व
केंद्रीय मंत्री सुश्री विमला वर्मा के स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए उनके
शतायु होने की कामना की।
ऐसे होते कंत तो क्यों पीसते अंत
दिग्गी राजा के द्वारा भ्रष्टाचार पर बोलने पर जनता का कहना
था कि अगर राजा दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार, अनाचार पर अंकुश
लगा दिया होता तो आज प्रदेश में भाजपा नहीं कांग्रेस ही सत्ता में रहती।
पचास हजार मां बहनों के साथ हुआ बलात्कार
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कांति लाल भूरिया ने कहा कि
प्रदेश में सुशासन नहीं कुशासन है। प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के राज में पचास
हजार महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ है, और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सुशासन
का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों तक को नहीं बख्शा है और
जंगलों से बेदखल कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह चौहान ने पचास
हजार तक का कर्ज माफ करने की बात कही थी, पर क्या आज लोगों का कर्ज माफ हो पाया? उन्होंने कहा कि एक
लाख से ज्यादा बच्चे कुपोषण से मर चुके हैं।
संसद और विधानसभा में क्यों मौन है कांग्रेस
लोगों का कहना था कि अगर भाजपा द्वारा यह अनाचार, भ्रष्टाचार किया जा
रहा है तो फिर क्या कारण था कि अब तक लोकसभा और विधानसभा में कांग्रेस के सांसद
विधायकों ने भाजपा के भ्रष्टाचार को आखिर उजागर क्यों नहीं किया। लोगों का मानना
था कि क्या भाजपा का भ्रष्टाचार, अनाचार सिर्फ जनता को भरमाने के लिए है।
आखिर क्या वजह है कि सदन में कांग्रेस इन मामलों में मौन रह जाती है।
घोड़ी के पीछे आकर प्रसन्न मालू घायल
हेलीपेड के रास्ते में अपने आवास के पास नेताओं की तैयारियों
का जायजा ले रहे पिछले विधानसभा में सिवनी विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे
प्रसन्न चंद मालू बुरी तरह घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग एक दर्जन
घोड़ों के जरिए नेताओं के स्वागत हेतु जा रहे काफिले में से एक घोड़े के पीछे
प्रसन्न मालू क्या आए उसने दुल्लती मारकर उन्हें घायल कर दिया। उन्हें कुछ देर घर
में विश्राम करवाकर चिकित्सकीय में परीक्षण करवाया गया।
उत्तर सिवनी विधानसभा में हो रहा चुनाव
आज शहर भर में इस बात की ही चर्चा रही कि क्या चुनाव महज
सिवनी शहर के उत्तर पूर्व हिस्से में ही हो रहा है। दरअसल, गांधी भवन से लेकर
ज्यारत नाके और पॉलीटेक्निक कालेज तक के क्षेत्र में ही बॅनर पोस्टर अटे पड़े थे।
गांधी भवन के बाद शहर में एक भी बॅनर पोस्टर दिखाई नहीं दिए। लोग यह कहते ही पाए
गए कि शायद विधानसभा क्षेत्र सिवनी के मुख्यालय में बारापत्थर के गांधी भवन से
पॉलीटेक्टिनक कालेज और ज्यारत नाका क्षेत्र, जिसे लोग उत्तर पूर्व सिवनी विधानसभा
क्षेत्र का नाम दे रहे थे, में ही चुनाव हो रहे हों।
आभार तक नहीं जताया कांग्रेस ने
जिला कांग्रेस के लिए यह बहुत ही बड़ा आयोजन माना जा सकता है।
इस आयोजन में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के नाम पर बड़ी तादाद में लोग नेताओं को
सुनने पहुंचे निश्चित तौर पर यह कांग्रेस की ऐतिहासिक रैली रही। बावजूद इसके न तो नगर
कांग्रेस और न ही जिला कांग्रेस द्वारा सभा में आए अथवा लाए गए कांग्रेस जनों का
आभार तक व्यक्त नहीं किया गया है।