जलप्लावन: पलारी
में बने तीन राहत शिविर
(पीयूष भार्गव)
सिवनी (साई)। बीते
तीन दिनों से हो रही तेज बारिश से पलारी एवं केवलारी क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति
निर्मित हो गई। 15 जुलाई को
सुबह से हुई अतिवृष्टि से पलारी के नजदीक से बहने वाली सागर व वैनगंगा नदी पुनः
उफान पर आ गई, जिससे
निचले इलाकों में जलप्लावन की स्थिति बन गई। अतिवृष्टि के कारण
मण्डला-केवलारी-सिवनी मार्ग पर मुनगापार में पानी पुल के बहुत ऊपर से होकर जाने के
कारण यातायात पुनः बाधित हुआ। पुल के दोनों ओर सुरक्षा गार्ड्स तैनात कर दिये गये
हैं। यात्री गाड़ियों को ग्राम लोपा में ही रोक लिया गया है।
इस संबंध में
कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि अतिवृष्टि से पलारी के निचले इलाकों में पानी भर
जाने से प्रभावित 110 लोगों को
फौरन ही यहांॅ कन्या माध्यमिक शाला, सामुदायिक भवन और ग्राम पंचायत भवन में
बनाये गये तीन राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है।
यहां उनके रहने और
भोजन-पानी की पूरी व्यवस्था की गई है। एस.डी.एम केवलारी, तहसीलदार केवलारी, जिलास्तरीय बाढ़
नियंत्रण कक्ष के प्रभारी, नायब तहसीलदार सिवनी व अन्य राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचकर
अपनी निगरानी में बाढ़ पीड़ितों के लिये सभी जरूरी व्यवस्थायें करा रहें हैं।
उन्होंने बताया कि
केवलारी एवं पलारी में आई बाढ़ से करीब साढे़ तीन सौ लोग प्रभावित हुये हैं और करीब
सौ हैक्टेयर रकबे में सोयाबीन की फसल नष्ट हुई है। कलेक्टर ने बताया कि मकान क्षति, फसल क्षति एवं अन्य
सम्पत्ति की क्षति का मुआयना/सर्वे प्रारंभ कर दिया गया है और बाढ़ पीड़ितों/किसानों
को यथा पात्रतानुसार समुचित मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्हांेंने बताया कि राहत
आयुक्त मध्यप्रदेश को बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा दिलाने के लिये 30 लाख रूपये का मांग
पत्र 15 जुलाई को
ही भोपाल भेज दिया गया है।
राशि प्राप्त होते
ही पात्र लोगों को मुआवजे का वितरण प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिला
मुख्यालय का जिलास्तरीय और केवलारी का तहसीलस्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे कार्यरत है।
अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। एस.डी.एम. केवलारी
के.वी.सिंह ने बताया कि केवलारी तहसील में 15 जुलाई तक 650 मि.मी. बारिश हो
चुकी है। गत वर्ष अबतक केवल 297 मि.मी. बारिश हुई थी। 15 जुलाई को प्रातः 2 घण्टे हुई 65 मि.मी. हुई बारिश
से नदी-नाले पुनः उफान पर आ गयें हैं।
मण्डला-केवलारी-सिवनी
मार्ग पर मुनगापार में पानी पुल के ऊपर से होकर बहने के कारण यातायात रोक लिया गया
है। उन्होंने बताया कि यातायात देर रात तक खुलने की उम्मीद है। बाढ़ प्रभावित
क्षेत्र में रेस्क्यू टीम (राहत दल) पूरी सक्रियता से कार्यरत है और बाढ़ की स्थिति
पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि क्षति के सर्वे उपरान्त बाढ़
पीड़ितों/किसानों को समुचित मुआवजा दिलाया जायेगा।