मंगलवार, 20 नवंबर 2012

सोनिया करात की जुगलबंदी दिखाने लगी असर!


सोनिया करात की जुगलबंदी दिखाने लगी असर!

(शरद खरे)

नई दिल्ली (साई)। मार्क्सवादी कम्यनिस्ट पार्टी मल्टी ब्रांड खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लाने के फैसले पर सरकार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगी। पार्टी महासचिव प्रकाश कारात ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को केवल अपनी गलत नीतियों पर पर्दा डालने का मौका मिलेगा।
उधर, भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता बलवीर पुंज ने कहा है कि भाजपा कांग्रेस की जन विरोधी नीतियों का विरोध करने वाले दलों का साथ देगी। केन्द्रीय जलसंसाधन मंत्री हरीश रावत ने कल नई दिल्ली में कहा कि सरकार बृहस्पतिवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के किसी भी प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार है।
सूचना तथा प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य में मल्टी ब्रांड खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नहीं लाने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि लोकसभा में १९ सदस्यों वाली पार्टी  सरकार के खिलाफ कैसे अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर रही है?

कांटों की सेज तैयार है युवराज के लिए


कांटों की सेज तैयार है युवराज के लिए

(लिमटी खरे)

आदि अनादि काल के मानिंद ही अब सत्ता का हस्तांतरण हो रहा है। युवराज राजतिलक को तैयार हैं। राजपुरोहित सही और माकूल महूर्त निकालकर उनका राज्याभिषेक करवाएंगे। राजा दिग्विजय सिंह, अहमद पटेल, ए.के.अंटोनी सहित सारे कांग्रेसी मंगल गीत गाएंगे। क्या कांग्रेस के कार्यकर्ताओं या नेताओं में इतना साहस नहीं कि वे यह आवाज बुलंद कर सकें कि राहुल गांधी जो उत्तर प्रदेश में ही असफल साबित हुए हैं उन्हें आखिर किस योग्यता को देखकर कांग्रेस का सर्वे सर्वा बनाया जा रहा है? क्या उनकी क्वालिफिकेशन नेहरू गांधी परिवारका होना ही है? क्या आजादी के पेंसठ सालों बाद भी कांग्रेस के अंदर उपनिवेशवाद बुरी तरह हावी है? कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को आगे करके अपनी रोटियां तो सेंक लेंगे पर यह राहुल गांधी की राजनैतिक हत्या के ही मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। बिहार और यूपी में मतदाताओं द्वारा नकारे जाने से राहुल भयाक्रांत हैं। अन्यथा क्या वजह है कि अपने सिपाहसलार अहमद पटेल के सूबे गुजरात में जाकर वे मोदी के खिलाफ अपनी सेना के कमांडर बनने से नजरें चुरा रहे हैं?


कांग्रेस के अंदर ही अंदर कुछ माहों से एक बहस चल रही थी कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को जल्द ही बड़ी भूमिका में आना चाहिए। राहुल गांधी को सबसे पहले तो प्रधानमंत्री बनने का न्योता दे मारा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने। जब प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह की भुकटी तनी तब उन्हें मनमोहन सिंह मंत्रीमण्डल मे मंत्री बनकर काम काज सीखने की नसीहतें दी जाने लगीं। एक बार मीडिया ने फिर कयास लगाए कि राहुल को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। अपनी टीआरपी के चक्कर में मीडिया ने ना जाने क्या क्या कयास लगाए थे।
कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के आठ साल के कार्यकाल में घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार और अनाचार के सारे रिकार्ड ध्वस्त हुए हैं, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। बावजूद इसके मोटी चमड़ी वाले कांग्रेस के आला नेताओं ने इस बारे में अपना मुंह नहीं खोला। यहां तक कि भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गांधी और युवराज राहुल गांधी ने भी अपनी जुबान नहीं खोली। कांग्रेस में अंदर ही अंदर असंतोष सुलग रहा है।
कांग्रेस के रणनीतिकारों ने चुनाव के लगभग डेढ़ साल पहले ही इसकी सुध ली और चुनाव की कमान अपेक्षाकृत युवा राहुल गांधी के हाथों में सौंप दी। जैसे ही युवा तरूणाई के हाथों में चुनाव की कमान आने की बात सामने आई वैसे ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बांछे खिल गईं। उन्होंने बम तासे फोड़ना आरंभ कर दिया। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की खुशी ज्यादा देर तक नहीं चली, क्योंकि जल्द ही हाल में गठित की गई टीम राहुल में चुके हुए फुस्सी बमों की लड़ी ही सामने आई।
युवा के हाथों कमान सौंपे जाने की बात भी बेमानी ही साबित हो रही है। राहुल की नई टीम में उमर दराज अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, ए.के.अंटोनी, जनार्दन द्विवेदी आदि नेताओं को युवा कैसे माना जा सकता है। भारत सरकार हो या फिर किसी भी सूबे की सरकार, हर जगह सरकारी कर्मचारी की सेवानिवृति की उम्र साठ से बासठ ही है। ये सारे नेता रिटायरमेंट की आयु को पार कर चुके हैं। फिर भी युवा बने हुए हैं। इनमें से अधिकांश नेता रीढ़ विहीन ही माने जा सकते हैं।
खुद राहुल और सोनिया गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वाले उत्तर प्रदेश सूबे में कांग्रेस को जिंदा नहीं कर सके। कांग्रेस की सियासी धुरी बनने वाले अहमद पटेल के गुजरात के हाल किसी से छिपे नहीं है। गुजरात में कांग्रेस का नामलेवा नहीं बचा है। राजा दिग्विजय सिंह के मध्य प्रदेश में 2003 से कांग्रेस सत्ता से बाहर है। संगठन आज आईसीसीयू में पड़ा कराह रहा है। अब अपने अपने सूबे के कर्णधार अपने अपने घरों में ही कांग्रेस को रोशन नहीं कर पा रहे हैं, भला इनके भरोसे कांग्रेस की वेतरणी अगले आम चुनावों में कैसे पार लग पाएगी? जो अपने घरों को ही दुरूस्त ना कर पाए भला वे राहुल गांधी को किस तरह की सलाह देंगे यह प्रश्न विचारणीय ही माना जाएगा।
राहुल गांधी युवाओं को आगे लाने की हिमायत करते हैं। कांग्रेस उन्हें बागडोर सौंपने को आतुर है। वहीं देश की दो तिहाई आबादी 35 साल से कम की है। राहुल खुद 42 के हैं, पर उनकी टीम में अधिकतर नेता साठ को पार कर चुके हैं। अब इन परिस्थितियों में क्या युवाओं का कांग्रेस या राहुल पर एतबार जमेगा कि युवाओं को आगे लाने की बातें राहुल वास्तव में करते हैं या फिर ये भाषण की ही शोभा होती हैं।
राहुल गांधी के सामने इस समय चुनौतियों का अंबार ही लगा हुआ है। देश की जनता मंहगाई से बुरी तरह कराह रही है। गैस की संख्या कम कर दी गई है। जनता राहुल गांधी से यह प्रश्न पूछ रही है कि देश की जनता पर मंहगाई का बोझ डालने की बजाए घपलेबाज, घोटालेबाज, भ्रष्टाचारियों की संपत्ति को राजसात कर राजकोष को क्यों भरा नहीं जाता? आखिर क्या वजह है कि सरकार चाहे केंद्र की हो या राज्यों की,, सदा ही स्ट्रा लगाकर देश की ही गरीब जनता का खून पीती है? अखिर विदेशों में जमा काले धन पर सरकारें मौन क्यों हो जाती हैं?
देश में बेरोजगारी, के साथ ही साथ पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं आम आदमी को। कांग्रेस ने आधी सदी से ज्यादा इस देश पर राज किया है। बावजूद इसके आधारभूत मामलों में भी देश आत्मनिर्भर नहीं हो पाया है। यह कांग्रेस की बड़ी असफलता ही मानी जाएगी। राहुल गांधी की नई टीम में युवाओं को नजर अंदाज किए जाने की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है। साथ ही साथ पुराने उमर दराज लोगों में भी जनता के नकारे चेहरे ही सामने लाए गए हैं जो राहुल गांधी के लिए परेशानी का सबब बनने वाले हैं।
वैसे कांग्रेस के चतुर सुजानों ने राहुल गांधी को अभी ताज इसलिए पहनाने का महुर्त निकाला है क्योंकि वे इस बात पर संतोष कर रहे हैं कि विपक्षी दल भाजपा के अंदर सब कुछ सामान्य नहीं है। भाजपा के अध्यक्ष खुद भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं तो चुनावों में भ्रष्टाचार की धार अपने आप ही बोथरी हो जाएगी। आज कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर इस बात पर बहस हो रही है कि सोनिया गांधी कह रही हैं कि भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा, फिर क्या वजह है कि सलमान खुर्शीद, वीरभद्र सिंह, राबर्ट वढ़ेरा, चिदम्बरम आदि के खिलाफ जांच करने से कांग्रेस क्यों कतरा रही है?
राहुल गांधी की ऋणात्मक बातों में उनका शर्मीला होना सबसे अहम है। जिसके चलते वे आम जनता से घुल मिल ही नहीं पाते हैं। सियासी जानकारों द्वारा राहुल गांधी को अपरिपक्व की श्रेणी में ही खड़ा रखा है। इसका कारण यह है कि जोश में आकर वे अपने पिता की तरह ही एसे वक्तव्य कह जाते हैं जो बाद में पार्टी के लिए परेशानी खड़ी करते हैं। इसके अलावा आठ सालों के सांसद जीवन में उनके खाते में कोई खास उपलब्धि नहीं है। राहुल ने ना तो अपने संसदीय क्षेत्र का ही बेहतर ख्याल रखा है और ना ही उन्होंने संसद में सरकार का पुरजोर और प्रभावशाली तरीके से ही कभी बचाव किया है।
पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश चुनावों में राहुल गांधी का जादू फिस्स ही निकला। यूपी राहुल गांधी का गृह सूबा माना जाता है, क्योंकि यहां से नेहरू गांधी परिवार सदा ही चुनाव लड़ता आया है। उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी के रोड़ शो में मीडिया पर जमकर मेहरबान हुई थी कांग्रेस, बावजूद इसके नतीजे सिफर ही रहे। बिहार और यूपी में मतदाताओं द्वारा नकारे जाने के उपरांत राहुल गांधी के मन में भय ने प्रवेश कर लिया है। संभवतः यही कारण है कि उन्होंने गुजरात में नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी सेना के कमांडर बनने से इंकार ही कर दिया। कांग्रेस के कार्यकर्ता अब इसे इस नजरिए से देख रहे हैं कि आखिर कांग्रेस के युवराज को अपने सलाहकार अहमद पटेल के सूबे में आकर नरेंद्र मोदी को चुनौती देने में भला कैसा डर होना चाहिए?
राहुल के डर को अगर किसी ने सही तरीके से रेखांकित किया है तो वह हैं सलमान खुर्शीद! सलमान खुर्शीद ने राहुल गांधी की तुलना सचिन तेंदुलकर से कर डाली। राहुल ने गुजरात की ओर मुंह नहीं किया। साथ ही साथ यह बात भी उतनी ही सच है जितनी कि दिन और रात कि खराब पिच या बलशाली विरोधी, खतरनाक बालर्स के सामने जाने से सचिन तेंदुलकर ने कभी इंकार नहीं किया है। कभी सचिन मैदान छोड़कर नहीं भागे! राहुल ने हिमाचल प्रदेश से भी अपने आप को बरी ही रखा है।
कुल मिलाकर कांग्रेस के नए सेनापति राहुल गांधी को अगर अगले आम चुनावों में कांग्रेस को विजयी बनाना है, और बहुमत लाकर सरकार बना खुद को प्रधानमंत्री बनाना है तो उन्हें एक ही रणनीति पर काम करना होगा। राहुल गांधी को चाहिए कि केंद्र में बैठे सारे क्षत्रपों को बुलाकर स्पष्ट तौर पर एक ही बात कहें कि वे क्षत्रप देश के नक्शे में अपने अपने प्रभाव वाले क्षेत्र की सीमा का निर्धारण करें। इसके बाद उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में टिकिट वितरण की जवाबदेही भी उन्हीं क्षत्रप की होगी और उन्हें जिताकर लाने की भी। जो जितना सफल होगा, उसे अगली बार केंद्र में उतना मलाई वाला विभाग मिलेगा। इस तरह कांग्रेस की सीटें भी बढ़ेंगी और भीतराघात के वार से भी बच जाएगी कांग्रेस! (साई फीचर्स)

भारत असियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते को राजी


भारत असियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते को राजी

(महेश रावलानी)

नई दिल्ली (साई)। प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा है कि भारत अगले महीने आसियान के साथ सेवा और निवेश के क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझौता करने को तैयार है। कल शाम भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान डॉक्टर मनमोहन सिंह ने इसकी घोषणा की। उन्होंने आसियान देशों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उनका कहना था कि आसियान के साथ भारत के संबंध हर क्षेत्र में बढ़ते रहेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि आज कम्बोडिया में प्नोमपेन्ह में पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में व्यापक क्षेत्रीय आर्थिक साझेदारी के बारे में वार्ता शुरू होगी। प्रधानमंत्री ने कहा है कि इससे हमारे आर्थिक संबंधों में तेजी से विस्तार को गति मिलेगी। डॉ मनमोहन सिंह ने विविध क्षेत्रों में सहयोग की पहल का भी वायदा किया जिससे क्षेत्रीय सहयोग की गहराई और विस्तार में बढ़ोतरी होगी। इस शिखर सम्मेलन में समुद्री सुरक्षा के बारे में भी चर्चा होगी।
साई इंटरनेशनल डेस्क से मिली जानकारी के मुताबिक दस देशों के आसियान संगठन ने दक्षिण चीन सागर में टकराव रोकने के लिए एक आचार संहिता पर सहमति व्यक्त की है। इस संहिता में समुद्री अधिकार और समुद्र में आने जाने के बारे में नियम होंगे। भारत भी शांति और सुरक्षा के वास्ते आचार संहिता लागू करने के पक्ष में है। हाल के महीनों में समुद्री सुरक्षा का मुद्दा चर्चा का केन्द्र रहा है। दुनियाभर से करीब पचास हजार जहाज पूर्वी एशिया क्षेत्र के सागरों से आते जाते हैं। सम्मेलन में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों के साथ साथ ऊर्जा, शिक्षा और आपदा प्रबंधन पर भी चर्चा होगी। प्रधानमंत्री आज सुबह ब्रुनेई के प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन की चर्चाओं में हिस्सा लेंगे।

आरएसएस के रंग में रंगता जनसंपर्कआरएसएस के रंग में रंगता जनसंपर्क


लाजपत ने लूट लिया जनसंपर्क ------------------ 15

आरएसएस के रंग में रंगता जनसंपर्क

भोपाल (साई)। मध्यप्रदेश जनसंपर्क पूरी तरह से आरएसएस के रंग में रंगता जा रहा है. न केवल उसके रंग रूप में भगवा भारी हो चला है बल्कि अब अंदरखाने में विज्ञापन के मामले में भी उन्हीं वेबसाइटों को तरजीह दी जा रही है जिनके ऊपर भगवा रंग चढ़ा है. अब विज्ञापन के लिए बाकायदा आरएसएस की सहमति वाला सर्टिफिकेट लाना जरूरी हो गया है.
देश के हिन्दीभाषी राज्यों में फिलहाल मध्य प्रदेश जनसंपर्क ही एकमात्र ऐसा जनसंपर्क है जो वेबसाइटवालों से संपर्क में रहता है. अभी तक जनसंपर्क पर आरोप लगता था कि वहां बैठे श्कमीशनखोरश् अपनी अपनी पसंद की वेबसाइटों को विज्ञापन दिलाते हैं. शिकायतें इतनी बढ़ गई कि मीडिया मामलों में विशेष रूचि रखनेवाले मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा ने हस्तक्षेप किया. न सिर्फ हस्तक्षेप किया बल्कि अपनी पसंद के एक व्यक्ति लाजपत आहूजा को जनसंपर्क में विज्ञापन और जनसंपर्क का प्रभार भी दिलवा दिया. लाजपत आहूजा अपने आपको आरएसएस का समर्पित वर्कर बताते हैं और मिलनेवालों को आरएसएस के करीबी होने का किस्सा भी सुनाते हैं.
इसके बाद अगले चरण में मध्य प्रदेश और लखनऊ दिल्ली की कुछ वेबसाइटों को मीडिया चौपाल के बहाने भोपाल बुलाया गया. दिनभर की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में जो जो वेबसाइट संचालक शामिल हुए थे उन्होंने अपनी आर्थिक बदहाली बताई. हालांकि इस मीटिंग से कुछ महत्वपूर्ण वेबसाइटों के संचालक दूर ही रहे लेकिन जो आये उसमें ज्यादातर आरएसएस के समर्थक थे, या यह भी कह सकते हैं कि उन्हीं को बुलाया गया जो ष्विचारधाराष् के लिए काम करने को प्रतिबद्ध थे.
इस मीटिंग की कहानी तो अलग लेकिन इस मीटिंग के बाद बिना डाक की एक चिट जनसंपर्क पहुंची है. यह चिट कोई सरकारी नोटशीट का हिस्सा तो नहीं है लेकिन इसकी अहमियत किसी सरकारी नोटशीट से ज्यादा है. बताते हैं कि खुद सीपीआर महोदय इस चिट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. चिट क्या यह एक लिस्ट है जिसमें कुछ वेबसाइटों के नाम भेजे गये हैं. अब खबर है कि यह लिस्ट जनसंपर्क विभाग पहुंचा दी गई है जिसे एक बार फिर प्रभात झा के करीबी व्यक्ति ने तैयार किया है. चिट के साथ मौखिक संदेश यह भेजा गया है कि जो जो वेबसाइटें इसमें शामिल हैं उन्हें एक निश्चित रकम अदा की जाएगी.
इस लिस्ट को तैयार करने के पीछे लंबी अवधि की योजना क्या है यह तो पता नहीं चल पाया है लेकिन इस लिस्ट को लेकर जनसंपर्क में काफी गहमा गहमी है. जिस जनसंपर्क में एकबार को संबंधित मंत्री की चिट्ठी को भी किनारे रख दिया जाता है उस जनसंपर्क में इस चिट को इतना महत्वपूर्ण क्यों मान लिया गया है? वही लाजपत आहूजा इस लिस्ट को प्रभारी मत्री की चिट्ठी से ज्यादा अहमियत दे रहे हैं जिनकी नियुक्ति में प्रभात झा का बहुत बड़ा रोल रहा है. उम्मीद है कि इस लिस्ट के अनुसार ही अगले कुछ दिनों में जनता का पैसा प्रभात झा समर्थक उन वेबसाइटों को बांटना शुरू कर दिया जाएगा जिसमें से एक दो के संचालक खुद प्रभात झा के कर्मचारी रह चुके हैं.
इस तरह, अब मध्य प्रदेश जनसंपर्क की नई अघोषित विज्ञापन नीति यह बन गई है कि उन्हीं वेबसाइटों को विज्ञापन दिया जाएगा जो विचारधारा को आगे बढ़ायेंगी और प्रदेश में बतौर नेता प्रभात झा को प्रोजेक्ट करेंगे. (मीडिया खबर डॉट काम से साभार)।

छट पूजा में भगदड़: डेढ़ दर्जन मौतें


छट पूजा में भगदड़: डेढ़ दर्जन मौतें

(प्रतिभा सिंह)

पटन (साई)। बिहार में छठ पूजा के दौरान पटना में कल शाम मची भगदड़ में करीब १७ लोग मारे गये है और २० से ज्यादा घायल हुए हैं। कई लोगों के लापता होने की भी खबरें हैं। यह भगदड़ गंगा घाट पर उस समय मची जब लोग संध्या समय पूजा के बाद घर लौट रहे थे। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार उत्साह और जोश से मनाये जाने वाले बिहार के इस सबसे बड़े पर्व में कल शाम हादसा होने की वजह से मातम का माहौल छा गया। देर रात पीएमसीएच में लोग अपने रिश्तेदारों की तलाश करने में लगे रहे। गुस्साए लोगों ने अस्पताल में इलाज की देरी की वजह से हंगामा भी किया।
रात गहराने पर मुख्यमंत्री ने प्रैस वार्ता कर मुआवजे और घटना की जांच के आदेश दे दिये। जांच की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रधान सचिव गृह ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को दो-दो लाख रूपये का मुआवजा दिया जाएगा। इस हादसे के बाद आज सुबह की अर्य के लिए घाटों पर पुलिस बलों की तादाद बढ़ा दी गई।
उधर दिल्ली से समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के कंट्रोल रूम से मणिका सोनल ने खबर दी है कि यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उगते सूरज को अर्य देने के साथ ही लोक आस्था और सूर्य उपासना का यह चार दिन का छठ पर्व आज सम्पन्न हो गया।

हवाई हमले में तीन दर्जन से ज्यादा मारे गए


हवाई हमले में तीन दर्जन से ज्यादा मारे गए

(साई इंटरनेशनल डेस्क)

गाजा (साई)। गजा में कल इस्राइल के हवाई हमले में महिलाओं और बच्चों सहित ३८ फलस्तीनी नागरिक मारे गये। छह दिन पहले शुरू हुए इस्राइली हमले में अबतक १११ लोगों की मृत्यु हो चुकी है। बताया जाता है कि गाजा में इस्राइली हमले छठे दिन भी जारी रहे।
इस्राइली सेना ने कहा कि आतंकियों के छिपने के ठिकानों, कालाबाजारी वाले सुरंगों और हमास के मुख्यालयों को निशाना बनाया गया। उधर हमास प्रमुख  खालिद मिसाल ने कहा है कि संघर्ष विराम के लिए इस्राइल गाजा में हमले बंद करे और आर्थिक नाकेबंदंी को हटाए।
वहीं इस्राइल का कहना है गाजा से रॉकेट छोड़े जाने बंद होने चाहिए और मिस्र की सीमा से सुरंगों के जरिए हथियारों की कालाबाजारी रुकनी चाहिए। तमाम विरोधों के बावजूद काहिरा में शांतिवार्ता जारी है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बानकी मून ने कल मिस्र के नेताओं के साथ शांतिवार्ताओं में हिस्सा लिया। आज वे इस्राइल जा रहे हैं जहां वे इस्राइल के प्रधानमंत्री श्री पेरिस और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिलेंगे।

फेसबुक का उपयोग करें संभलकर


फेसबुक का उपयोग करें संभलकर

(निधि गुप्ता)

मुंबई (साई)। सोशल नेटवर्किंग वेब साईट फेसबुक का उपयोग बहुत ही सोच समझकर किया जाना चाहिए। इसमें विचारों अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अवश्य है पर आपके किसी कदम, किसी कमेंट, किसी चित्र, कार्टून से किसी की भावना आहत ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना आवश्यक है।
मुंबई में रविवार को शिवसेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे की अंत्येष्टि के समय जनजीवन ठप्प होने के बारे में फेसबुक पर सवाल उठाने वाली दो लड़कियों को गिरफ्तार करने के बाद जमानत दे दी गई। प्रैस परिषद के अध्यक्ष मार्कडेंय काटजू ने इस गिरफ्तारी पर आपत्ति करते हुए सम्बद्ध पुलिस कर्मी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
महाराष्ट्र के कानून और व्यवस्था पुलिस महानिरीक्षक देवेन भारती ने सूचित किया है कि इस बात की जांच कराई जा रही है कि फेसबुक पर टिप्पणी करना अपराध है या नहीं और अपराध की शिकायत दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारियां क्यों की गईं? संचार मंत्री कपिल सिब्बल ने इस पूरी घटना पर दुख व्यक्त किया है। उनका कहना था कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का उपयोग असहमति को दबाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
शिवसेना प्रमुख की मौत के बाद मुंबई बंद के खिलाफ फेसबुक पर कॉमेंट करने की वजह से दो लड़कियों की गिरफ्तारी का प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्केंडेय काटजू ने तीखा विरोध करते हुए मांग की है कि इसके लिए जिम्मेदार पुलिस ऑफिसरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।
समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया के दिल्ली कार्यालय से रश्मि सिन्हा ने खबर दी है कि जस्टिस काटजू ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को भेजे ई मेल में कहा है कि संविधान की धारा 19 (1) (ए) में नागरिकों को विचार अभिव्यक्ति का अधिकार मौलिक अधिकार के रूप में प्रदान किया गया है। ऐसे में मुंबई बंद का विरोध किए जाने पर किसी को धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लेना बिल्कुल गलत है।
जस्टिस काटजू ने कहा है कि हम एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में रहते हैं, किसी फासिस्ट तानाशाही व्यवस्था में नहीं। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में सामने आए तथ्य सही हैं तो यह गिरफ्तारी अपने आप में एक अपराध है। संविधान की धारा 341 और 342 किसी ऐसे व्यक्ति को गलत ढंग से या गैरकानूनी तौर पर गिरफ्तार करना अपराध है जिसने कोई गलत काम न किया हो।
जस्टिस काटजू ने मुख्यमंत्री से बेहद कड़े शब्दों में मांग की है कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोषी पुलिस वालों को तुरंत निलंबित करके गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ चार्जशीट पेश की जाए। ऐसा न होने पर वह मान लेंगे कि मुख्यमंत्री अपने प्रदेश में संविधान और कानून के मुताबिक शासन चलाने में नाकाम हैं जिसका नतीजा कानूनी तौर पर भुगतने के लिए उन्हें तैयार रहना होगा।
ज्ञातव्य है कि शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की मौत के बाद मुंबई बंद को लेकर फेसबुक पर कॉमेंट करना एक लड़की को महंगा पड़ा है। पुलिस ने इस 21 वर्षीय लड़की को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने लड़की पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और इनफॉर्मेशन टेक्नॉलजी ऐक्ट के सेक्शन 64 (ं) के तहत केस दर्ज किया है। इसके अलावा उस लड़की को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने इस कॉमेंट को लाइक किया था। हालांकि दोनों लड़कियों को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया।
पुलिस इन्सपेक्टर उत्तम सोनवने ने बताया कि 21 वर्षीय इस लड़की ने मुंबई के बंद पर सवाल उठाते हुए अपने कॉमेंट में लिखा था, श्ठाकरे जैसे लोग रोज़ पैदा होते और मरते हैं। इस वजह से मुंबई बंद करने की क्या ज़रूरत है?श्
हालांकि लड़की ने अपना कॉमेंट हटा कर माफी भी मांग ली थी और पुलिस ने उनका फेसबुक अकाउंट भी बंद करवा दिया था, फिर भी रविवार की रात करीब 2000 शिव सैनिकों के ठाणे के पालघर स्थित लड़की के चाचा के क्लिनिक में जमकर तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने कहा कि क्लिनिक पर हमला करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।

फिल्म फेस्टीवल का आगाज आज से


फिल्म फेस्टीवल का आगाज आज से

(सुनील सोनी)

पणजिम (साई)। ४३वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह आज से गोवा में शुरू हो रहा है। दस दिन के इस समारोह में भारतीय पैनोरमा जैसे वर्ग हैं जिसमें ३९ फीचर और गैर फीचर फिल्में, भारतीय पुरानी फिल्में और विद्याथिर्यों की फिल्में दिखाई जाएंगी। आयोजन समिति के सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि अभिनेता अक्षय कुमार उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
सूत्रों ने आगे बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में बेहतरीन विदेशी फिल्मों के साथ ही भारतीय सिनेमा के गौरवशाली सौ साल की परंपरा उजागर की जाएगी। समारोह की शुरुआत आंग ली की बहुचर्चित फिल्म लाइफ ऑफ पाई से होगी। यश चोपड़ा, देवानंद, राजेश खन्ना, ए के हंगल, दारासिंह, जॉय मुखर्जी और इस साल दिवंगत हुई अन्य फिल्मी हस्तियों को भी उनकी फिल्मों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर और अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहेंगे।

पीएम भी आ जाएंगे लोकपाल की जद में


पीएम भी आ जाएंगे लोकपाल की जद में

(महेंद्र देशमुख)

नई दिल्ली (साई)। लोकपाल को लेकर हो रहा शोर शराबा जल्द ही समाप्त होने वाला है। टीम अण्णा और केजरीवाल की मुहिम की हवा निकालने के लिए जल्द ही सरकार लोकपाल बिल भी ला रही है और लोकपाल के दायरे में प्रधानमंत्री को भी रखने जा रही है।
राज्यसभा की प्रवर समिति ने प्रधानमंत्री को कुछ अपवादों के साथ लोकपाल के दायरे में लाने और लोकायुक्तों की नियुक्ति को लोकपाल विधेयक से अलग रखने की सिफारिशों वाली रिपोर्ट के प्रारूप को सोमवार को मंजूरी दे दी। समिति की रिपोर्ट में प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने की सिफारिश करते हुए खुफिया और परमाणु ऊर्जा जैसे राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा से जुडे विषयों को अपवाद के तौर पर लोकपाल की परिधि से बाहर रखने की बात कही गई है।
समिति ने यह भी कहा है कि लोकायुक्तों की नियुक्ति को लोकपाल विधेयक के प्रावधानों से अलग रखा जाना चाहिए। समिति ने साथ ही कहा है कि राज्यों को अपने स्तर पर लोकायुक्तों की नियुक्ति करनी होगी। कई राजनीतिक दल यह मांग कर रहे थे कि लोकायुक्तों की नियुक्ति को लोकपाल विधेयक में न जोड़ा जाए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि लोकपाल द्वारा केन्द्रीय जांच एजेन्सी (सीबीआई) को भेजे गए मामलों की निगरानी लोकपाल ही करेगा। रिपोर्ट में जांच एजेन्सी की स्वायत्ता के मुद्दे का समाधान करने के सुझाव भी दिए गए हैं। इनमें कहा गया है कि सीबीआई के निदेशक का चयन प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश का निर्वाचन मंडल करे।
मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी का भी कहना है कि सीबीआई निदेशक की नियुक्ति सरकार के बजाय किसी समिति द्वारा की जानी चाहिए। प्रवर समिति ने सीबीआई निदेशक के कार्यकाल को निश्चित करने की बात भी कही है। लोकसभा ने पिछले वर्ष शीतकालीन सत्र में लोकपाल विधेयक पारित कर दिया था जबकि राज्यसभा में यह पारित नहीं हो पाया था और इसे सदन की प्रवर समिति को भेज दिया गया था। सरकार कह चुकी है कि वह लोकपाल विधेयक को राज्यसभा में भी पारित कराने की हर संभव कोशिश करेगी।

अजमेर में तीन पाकिस्तानी गिरफ्तार


अजमेर में तीन पाकिस्तानी गिरफ्तार

(शैलेन्द्र)

जयपुर (साई)। नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में शामिल होने आए तीन पाकिस्तानी नागरिकों को सीआईडी ने अजमेर में गिरफ्तार कर लिया। तीनों को यहां दरगाह बाजार में सोमवार को गिरफ्तार कर गहन पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार वीजा नियमों के उल्लंघन मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया हैं। फिलहाल,तीनों से खुफिया पुलिस सघनता से पूछताछ कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पाकिस्तानी के हरिपुर के रहने वाले अमजीत इकबाल,फाकरे भाल और मलिक मोहब्बत 14 नवम्बर को भारत आए थे। यह तीनों दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आए थे। दिल्ली से जयपुर होते हुए तीनों अजमेर पहुंचे जहां उन्हें ख्वाजा मोइनुद्यीन चिश्ती की दरगाह बाजार में घूमते हुए खुफिया पुलिस ने दबोच लिया।
उधर, सीआईडी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि पाकिस्तान नागरिकों के पास अजमेर आने का वीजा नहीं है और उन्होंने वीजा नियमों का उल्लंघन किया है। जानकारी के अनुसार उनका वीजा दिल्ली,अमृतसर और जयपुर का था। 

लव गुरू पढ़ाएंगे प्यार का पाठ!


लव गुरू पढ़ाएंगे प्यार का पाठ!

(नीलिमा सिंह)

पटना (साई)। लव गुरु के नाम से मशहूर पटना यूनिवर्सिटी के प्रफेसर मटुक नाथ अब प्यार का सबक सिखाने की तैयारी में हैं। वे एक लव स्कूल खोलने जा रहे हैं। इस स्कूल में वह युवाओं को सिखाएंगे कि प्यार कैसे किया जाए। अपनी तरह के इस अकेले स्कूल को खोलने के लिए मटुक नाथ ने प्रेमिका जूली के साथ अपने गांव में तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। प्रफेसर मटुक नाथ चौधरी अपने से आधी उम्र की स्टूडेंट के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रखने पर चर्चा में आए थे।
पटना यूनिवर्सिटी में हिन्दी के प्रफेसर मटुक नाथ चौधरी का कहना है कि प्यार इंसान को भगवान का दिया सबसे कीमती तोहफा है, ऐसे में हमें इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, श्प्यार हमें कंस्ट्रक्टिव बनाता है। प्यार का मतलब है बलिदान; इसमें स्वार्थ के लिए कोई जगह नहीं होती। प्यार के दो चेहरे होते हैं- पहला डिस्ट्रक्टिव होता है और दूसरा कंस्ट्रक्टिव। दुख की बात है कि आज के युवा प्यार के सही तरीके को नहीं पहचान पा रहे। हम उन्हें सिखाएंगे कि कैसे सर्वाेच्च बलिदान करते हुए समाज के लिए उदाहरण पेश किया जाए।
प्रफेसर चौधरी को साल 2009 में अपने से अपनी स्टूडेंट जूली के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की वजह से नौकरी से निकाल दिया गया था। लेकिन पिछले साल मटुक ने प्रेमिका जूली और समर्थकों के साथ अपनी नौकरी के लिए धरना दिया था, जिसके बाद उन्हें दोबारा बहाल कर दिया गया था।
मटुक नाथ का कहना है कि स्कूल एजुकेशन बच्चों को सिर्फ बाहरी दुनिया के बारे में ही बता रही है। बच्चे यह नहीं जान पा रहे कि आंतरिक ज्ञान क्या है। ऐसे में हम 2 कमरे और एक बड़ा हॉल बना रहे हैं, जहां पर खास लव क्लासेज चलेंगी। लव गुरु मटुक नाथ का कहना है कि इस काम में उनके गांव वाले भी उनकी मदद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी इस योजना के खिलाफ उनके गांव वालों को कुछ लोग भड़का भी रहे हैं, लेकिन वह बिना डरे इस प्रॉजेक्ट को पूरा करेंगे।

तीन दिवसीय मोगली महोत्सव प्रारंभ


तीन दिवसीय मोगली महोत्सव प्रारंभ

(शिवेश नामदेव)

सिवनी (साई)। राज्य स्तरीय मोगली बाल महोत्सव आज से सिवनी के पेंच टाईगर रिजर्व में प्रारंभ हुआ। प्रदेश भर के चयनित 200 से अधिक विद्यार्थी इस दौरान वन और वन्य-जीव से परिचित हुए। विद्यार्थियों का पर्यावरण के प्रति लगाव और जिज्ञासा गजब की थी। प्रत्येक जिले से सिवनी पहुँचे चयनित 2-2 छात्र-छात्राओं को व्हालीबाल की राष्ट्रीय खिलाड़ी सुश्री द्रोपदी चंद्रवंशी ने हरी झंडी दिखाकर अभ्यारण के लिए रवाना किया था।
204 प्रतिभागियों को बघीरा’, ‘बालूऔर काग्रुप में बाँटा गया है। पहले दिन बघीरा ग्रुप के 76 बच्चों ने शिक्षकों और सहजकर्त्ताओं के साथ जंगल भ्रमण किया। जंगल भ्रमण के दौरान बच्चों में रोमांच चरम पर था। विद्यार्थी प्रकृति के विभिन्न आयाम से परिचित हुए। शेष दो दल रोप एवं टूथ ब्रश सर्च तथा ट्रेजर हंट और हेबिटेट सर्च गतिविधियों में व्यस्त रहे।
वन विभाग ने मनोरंजक बाल फिल्म का प्रदर्शन किया। जैव विविधता बोर्ड ने बच्चों को पर्यावरण किट उपलब्ध करवाई। आदिम-जाति कल्याण विभाग के कलाकारों द्वारा दो नृत्यों का मंचन किया गया। इस दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा भी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

आदिवासी खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को निखारने बनेंगे 5 नये खेल परिसर


आदिवासी खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को निखारने बनेंगे 5 नये खेल परिसर

(नन्द किशोर)

भोपाल (साई)। आदिम-जाति कल्याण मंत्री कुँवर विजय शाह ने कहा है कि प्रदेश में आदिवासी खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा के प्रदर्शन के लिये भरपूर अवसर दिये जायेंगे। इन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेंगी। प्रदेश में 5 नये खेल परिसर 100 करोड़ की लागत से बनाये जायेंगे। मंत्री कुँवर शाह आज भोपाल में आदिवासी उत्कृष्ट खिलाड़ियों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर अनुसूचित-जाति कल्याण राज्य मंत्री श्री हरिशंकर खटीक भी मौजूद थे।
कुँवर शाह ने कहा कि जिन आदिवासी खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त किये हैं, उन्हें भविष्य में विभाग की खेल गतिविधियों से संबंधित संस्थाओं में रोजगार भी उपलब्ध करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि 5 नये खेल परिसर इंदौर, जबलपुर, श्योपुर, खरगोन एवं शहडोल में खोले जायेंगे। खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें, इसके लिये खेल परिसरों में खिलाड़ियों को दिये जाने वाले मासिक भत्ते को 825 से बढ़ाकर 3000 रुपये किया गया है।
राज्य मंत्री श्री हरिशंकर खटीक ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस वर्ष प्रदेश में संचालित 22 खेल परिसर में खेल सामग्री खरीदने के लिये 3-3 लाख की राशि प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि आदिवासी वर्ग के खिलाड़ी खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें, इसके लिये 50 खेल प्रशिक्षक के पद स्वीकृत किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी वर्ग की खिलाड़ी बालिकाओं को भी राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएँ प्रदान की जायेंगी।
आयुक्त आदिवासी विकास श्री आशीष उपाध्याय ने बतलाया कि वर्ष 2009-10 में आदिवासी खिलाड़ियों ने 7 स्वर्ण, 2 रजत, 3 काँस्य, वर्ष 2010-11 में 6 स्वर्ण, 11 रजत, 3 काँस्य एवं वर्ष 2011-12 में 12 स्वर्ण, 9 रजत एवं 4 काँस्य पदक प्राप्त किये थे। इस वर्ष आदिवासी खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 136 स्वर्ण पदक प्राप्त किये हैं। कार्यक्रम को स्पोर्ट्स अथारिटी ऑफ इण्डिया, भोपाल सेंटर के संचालक श्री आर।के। नायडू ने भी संबोधित किया। विभागीय खेल गतिविधियों के बारे में राज्य खेल अधिकारी श्री आर.सी. बंजारा एवं उपायुक्त आदिवासी विकास श्री पंकज मेहता ने जानकारी दी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर की पदक विजेता कु। इंदिरा सैकड़िया एवं आनंद ने खेल प्रतियोगिताओं के अनुभव सुनाये। संचालन श्री मनोज पांचाल ने भी किया। समारोह में प्रदेश की आदिवासी शिक्षण संस्थाओं के 176 खिलाड़ी एवं खेल प्रशिक्षक सम्मानित हुए।

ओवर हेड टैंक हादसे की तकनीकी जाँच होगी


ओवर हेड टैंक हादसे की तकनीकी जाँच होगी

(सोनल सूर्यवंशी)

भोपाल (साई)। राजधानी के साईबाबा नगर में 18 तथा 19 नवंबर की दरम्यानी रात में हुई ओवर हेड टैंक दुर्घटना की तकनीकी जाँच प्रमुख अभियंता, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति करेगी। राज्य सरकार द्वारा गठित इस समिति में मुख्य अभियंता, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग भोपाल और मुख्य अभियंता चम्बल-बेतवा कछार, जल संसाधन, भोपाल शामिल रहेंगे।
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि समिति के लिए जाँच के बिंदु निर्धारित कर दिए गए हैं जिसमें घटना/हादसे के क्या-क्या कारण हैं ? इस प्रकार के हादसों की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए क्या-क्या सावधानियाँ रखनी आवश्यक हैं? पेयजल परियोजनाओं के अंतर्गत निर्मित ओवर हेड टैंकों के इर्द-गिर्द कितनी दूरी तक रिहायशी अथवा अन्य बसाहटें नहीं होनी चाहिए ?शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा जाँच समिति हादसे के कारणों की जाँच के साथ-साथ पेयजल परियोजनाओं के अंतर्गत ओवर हेड टैंकों के निर्माण के समय पर्यवेक्षण, निर्माण के बाद रख-रखाव तथा सामान्य आयु पूरी होने पर रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियाँ तथा निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण के लिए मार्गदर्शिका भी प्रस्तुत करेगी। जाँच समिति इन विषयों/बिंदुओं पर अपना प्रतिवेदन 30 दिवस में शासन के समक्ष प्रस्तुत करेगी।

विंध्य की पहचान और गौरव सफेद शेर की होगी वापसी


विंध्य की पहचान और गौरव सफेद शेर की होगी वापसी

(मनीष कुमार)

सतना (साई)। ऊर्जा तथा खनिज साधन मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि विंध्य क्षेत्र के स्वाभिमान, पहचान और गौरव के प्रतीक सफेद शेर की वापसी मांद के जंगल सतना जिले के मुकुन्दपुर में बन रहे चिड़ियाघर-सह-उपचार केन्द्र सफेद शेर सफारी में शीघ्र की जाएगी। श्री शुक्ल आज केन्द्र के आवासीय परिसर का शिलान्यास कर रहे थे।
श्री शुक्ल ने बताया कि चिड़ियाघर का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रयास यह होगा कि अगले साल अप्रैल-मई माह तक सफेद शेर को यहाँ लाया जाये। उन्होंने कहा कि सफेद शेर का ब्रीडिंग सेंटर गोविंदगढ़ में स्थापित करने के प्रयास होंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि मुकुन्दपुर में सफेद शेर सफारी और चिड़ियाघर का बनना विंध्य क्षेत्र के लिये एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र की अस्मिता तथा लोगों की भावनाओं से जुड़े सफेद शेर की वापसी को अमली जामा पहनाया जा रहा है।
श्री शुक्ल ने कहा कि मुकुन्दपुर में चिड़ियाघर-सह-उपचार केन्द्र और सफेद शेर सफारी के बनने से अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के आवागमन का यह क्षेत्र माध्यम बनेगा। इससे स्थानीय रोजगार और आर्थिक विकास का मार्ग भी प्रशस्त होगा। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पर्यटन, औद्योगिक और कृषि क्रांति किसी भी क्षेत्र में हो उससे समृद्धशाली और कोई क्षेत्र नहीं बन सकता। सरकार की नीयत और इच्छाशक्ति हो तो कोई काम कठिन नहीं होता। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आकर्षण पैदा करें तो निवेशकों को आमंत्रण देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि मुकुन्दपुर में 100 हेक्टेयर क्षेत्र चिड़ियाघर के लिये आरक्षित किया गया है। इसमें 40 बाड़े में 68 प्रजातियों के करीब 412 वन्य-प्राणी रहेंगे। सेंटर जू अथॉरिटी और वाइल्ड लाइफ बोर्ड के निर्देशन में चिड़ियाघर निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रारंभ में मंत्री श्री शुक्ल ने चिड़ियाघर-सह-उपचार केन्द्र और सफेद शेर सफारी के अधिकारी तथा कर्मचारियों के निवास के लिये 4 करोड़ की लागत से आवासीय कॉलोनी के निर्माण का शिलान्यास किया। इसमें 54 आवास बनाये जायेंगे तथा निर्माण कार्य मार्च, 2013 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस मौके पर विधायक सर्वश्री रामखेलावन पटेल तथा नागेन्द्र सिंह, महापौर नगर निगम, रीवा श्री शिवेन्द्र सिंह सहित अधिकारी मौजूद थे।

बकायादार उपभोक्ताओं के कनेक्शन पुनः जोड़ने का अभियान


बकायादार उपभोक्ताओं के कनेक्शन पुनः जोड़ने का अभियान

(सुरेंद्र जायस्वाल)

जबलपुर (साई)। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने अपने कार्यक्षेत्र के बकायादार बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन पुनः जोड़ने अभियान चलाया है। कम्पनी ने इसके लिये विभिन्न योजनाएँ लागू की हैं। इससे जबलपुर, सागर, रीवा तथा शहडोल संभाग के 10 लाख से अधिक ऐसे बिजली उपभोक्ता, जिनके कनेक्शन बकाया राशि के कारण कटे हुए हैं, वे लाभान्वित होंगे। कम्पनी के प्रबंध संचालक श्री सुखवीर सिंह ने संबंधित बकायादार बिजली उपभोक्ताओं को लाभान्वित करने के लिये क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर योजनाओं की जानकारी भेजते हुए उनसे सहयोग की अपील की है।
कम्पनी प्रबंधन ने ऐसे सभी बकायादार बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने के लिये हितकारिणी योजना, किसान मित्र तथा सुविधा योजना को लागू कर विच्छेदित कनेक्शनों को पुनः जोड़ने का अवसर प्रदान किया है। ऐसे उपभोक्ता जिनके विरुद्ध बिजली चोरी के प्रकरण न्यायालय में लम्बित हैं, उन्हें भी 15 दिसम्बर को आयोजित होने वाली मेगा लोक अदालत में 30 प्रतिशत की छूट देकर प्रकरणों में समझौता करने का अवसर प्रदान किया है। इससे उपभोक्ता कारावास अथवा जुर्माने जैसी अप्रिय कार्रवाई से बच सकेंगे।
कम्पनी द्वारा कृषि पम्प उपभोक्ताओं को बकाया राशि का भुगतान करने के लिये किसान मित्र योजना लागू की गई है। इसमें 2 लाख 12 हजार 522 उपभोक्ता सरचार्ज में छूट का लाभ उठा सकते हैं। इससे जबलपुर क्षेत्र में 89 हजार 670, सागर में 69 हजार 978 तथा रीवा क्षेत्र में 52 हजार 874 ऐसे उपभोक्ता हैं जो किसान मित्र योजना का लाभ उठाने की पात्रता रखते हैं।
इसी प्रकार बीपीएल तथा स्लम एरिया श्रेणी के निम्न-दाब श्रेणी के बकायादार 7 लाख 4 हजार 625 उपभोक्ताओं के लिये हितकारिणी योजना लागू की गई है। इसमें उपभोक्ता एकमुश्त अथवा किस्तों में बकाया राशि का भुगतान कर अपने घरों को पुनः रोशन कर सकते हैं। ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या जबलपुर क्षेत्र में 3 लाख 10 हजार 449, सागर क्षेत्र में 2 लाख 14 हजार 303 तथा रीवा क्षेत्र में एक लाख 79 हजार 873 है।
शेष बड़े बकायादार ऐसे उपभोक्ता जो किसान मित्र योजना अथवा हितकारिणी योजना के पात्र नहीं हैं, उनके लिये सुविधा योजना लागू की गई है। इस योजना में उपभोक्ता एकमुश्त अथवा किस्तों में बकाया राशि का भुगतान कर पुनः अपने कनेक्शन जुड़वा सकते हैं।
योजनाओं के अलावा ऐसे 76 हजार उपभोक्ता/उपयोगकर्ता, जिनके विरुद्ध बिजली चोरी के प्रकरण न्यायालयों में लम्बित हैं। ऐसे उपभोक्ताओं के लिये 15 दिसम्बर, 2012 को जिला-स्तर पर आयोजित होने वाली मेगा लोक अदालत में समझौता करने पर सिविल दायित्व राशि में 30 प्रतिशत की छूट प्रदान की गई है। ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या जबलपुर क्षेत्र में 29 हजार 214, सागर क्षेत्र में 19 हजार 662 तथा रीवा क्षेत्र में 27 हजार 724 है।
कम्पनी प्रबंधन का मानना है कि वित्तीय कठिनाइयों के चलते कई उपभोक्ता बकाया राशि का पूरा भुगतान कर पाने में असमर्थ हैं तथा बिना बिजली के जीवन-यापन करने के लिये मजबूर हैं। साथ ही कुछ ऐसे उपभोक्ता भी हैं, जिनके विरुद्ध बिजली चोरी के प्रकरण न्यायालय में दर्ज हैं लेकिन प्रकरणों का निराकरण नहीं करवा सके हैं। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने ऐसे उपभोक्ताओं को लाभान्वित करने के लिये यह योजनाएँ लागू की हैं।

मिशन गोल्ड कप 2012 का शानदार तीसरा दिन


मिशन गोल्ड कप 2012 का शानदार तीसरा दिन

(काबिज खान)

सिवनी (साई)। मिशन स्कूल ग्राउण्ड में आयोजित मिशन गोल्ड कप 2012 का आज के मैचो में प्रथम मैच समर सैट विरूद्ध इम्फेक्ट क्लब के मध्य खेला गया जिसमें इम्फेक्ट क्लब के मध्य खेला गया जिसमें इम्फेक्ट क्लब ने टास जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए दीपक जिसमें 24 गैंद में 70 रन एवं आशीष के धमाकेदार 33 गेंदों में 65 रन की मदद से 12 ओवर में 156 रन का विशाल स्कोर किया जवाब में समर सैट के बल्लेबाजों की धीमी शुरूआत के कारन 11 रनो से मैच गवा दिया समर सैट के बल्लेबाज सलमान के द्वारा अपनी टीम को जीताने की भरसक कोशिश की गई सलमान के द्वारा 37 गेंदों में 70 रन बनाये लेकिन अपनी टीम को हार से नही बचा सके। मैन आफ द मैच दीपक को चुना गया।
दूसरा मैच डीसीसी बखारी एवं रॉयल सिटी के मध्य खेला गया जिसमें रॉयल सिटी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 184 रन 9 विकेट पर बनाये। जहीर खान 38 रन एवं 31 रन अन्नू के द्वारा बनाया गया जवाबी पारी में डीसीसी बखारी 100 रन पर आलआऊट हो गयी जिसमें रॉयल सिटी के फैजान ने 22 रन बनाते हुए तीन विकेट भी लिये जिन्हे मैन ऑफ द मैच चुना गया।
गौरतलब है कि सिवनी के हदृयस्थल मिशन स्कूल ग्राउण्ड में पहली बार क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन इस भव्य रूप से कराया जा रहा है जिसमें दर्शाकों का उत्साह भी देखने को बनता है। मिशन स्कूल ग्राउण्ड में आज तीसरे दिन भी हजारों की तादात में दर्शक जमे रहे। 12 बजे से ही दर्शको का ताता मिशन स्कूल ग्राउण्ड की गैलरी में देखने को मिला। सर्दी के मौसम में कुनकुनी धूप के बीच संगीतमय आलम में क्रिकेट के आयोजन का लुत्फ दर्शक उठा रहे हैं और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं प्रतियोगिता की श्रृंख्ला में कल चौथे दिन दो मैच खेले जायेंगे जिसमें पहले मैच सुबह 11ः30 बजे एवं दूसरा मैच दोपहर 1ः30 बजे प्रारंभ होगा। आज के प्रथम मैच के मुख्य अतिथि श्री आर।के। विश्वकार्म जी एवं नरेन्द्र ठाकुर (गुडडू समाज सेवी एवं छात्र नेता) रहे। वही दूसरे मैच के मुख्य अतिथि नागपुर से आये आमंत्रित इफ्तेखार एवं जुबेर सिद्दीकी के साथ असफाक खान बरघाट रहे जिन्होंने प्रतियोगिता की भरपूर तारीफ की और साथ ही खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाते हुऐ उन्हें दिशा निर्देश भी दिये।

नाली की रेत से होता है रोजी-रोटी का जुगाड़


नाली की रेत से होता है रोजी-रोटी का जुगाड़

(अभय नायक)

रायपुर (साई)। नदी नालों की रेत से सोना निकालने वाले सोनझारी जाति के लोग अब शहरों की नालियों में दो वक्त की रोटी के लिए रेत छान रहे हैं। विगत कुछ दिनों से शहर में अन्य जिलों से आए सोनझारी जाति के लोग नालियों की रेत को छानते दिखाई दे रहे हैं।
सोना निकालने नाली के किनारे रेत छानते बैठे ये लोग आने जाने वाले लोगों के लिए आकर्षण बने हुए है। धमतरी जिले के सोनझारी जाति के लोग इन दिनों कांकेर में आए हुए हैं। इनके द्वारा शहर में घूम घूम कर सोनारों के दुकानों के सामने से गुजरी नालियों में घंटों मेहनत कर रेत को छान छान कर चुटकी भर महीन रेत निकाली जा रही है। इस चुटकी भर रेत सोनझारी जाति के लोग अपनी कमाई बताते हैं।

करंजिया जनपद के ग्राम खन्नात की नरबदिया आर्मा


करंजिया जनपद के ग्राम खन्नात की नरबदिया आर्मा

डिंडोरी (साई)। 4 दिसम्बर 2012 को ब्रिसडन आस्ट्रेलिया में जन्में निक वुजिसिस  का जीवन सबसे सम्पन्न जीवन कहा जाए तो ग़लत नहीं है। निक वुजिसिस  विश्व का वो बेहतरीन हीरा है जिसे तराशने का काम ईश्वर ने खुद निक में आक़र किया। करंजिया जनपद के ग्राम खन्नात की नरबदिया आर्माे का शरीर भी निक की तरह ही भगवान ने बनाया है। बाइस साल की नरबदिया को भी ईश्वर ने खुद ब खुद तिल खिसकने के क़ाबिल नहीं बनाया  जैसे के निक को न तो हाथ ही दिये हैं और न ही ऐसे पैर जो शरीरी-मशीन के लिये ज़रूरी हुआ करते हैं।
दौनों का जीवन प्रेरणाओं से अटा पड़ा है। सर्वांगयुक्त अच्छी कद-काठी, रंग-रूप, वाले किसी भी व्यक्ति को यदि उसका चाहा हुआ हासिल नहीं हो पाता फ़ौरन वो भगवान के सामने यही सवाल करता-ष्भगवान ये क्या किया तुमने।ष्
पर ये दौनों अभाव के बाबज़ूद आत्मिक रूप से आस्था वान हैं ईश्वर के प्रति कृतग्यता व्यक्त करतें हैं। निक क्रिश्चियनीटी के प्रचारक एवम  प्रेरक वक्ता हैं। जब बोलतें हैं तो देवदूत से नज़र आते हैं। भावुक तो बरस पड़ते हैं।  जबकि करंजिया जनपद के ग्राम खन्नात की नरबदिया आर्माे मुंह में पेन की रिफ़िल फ़ंसा कर चित्रकारी करती है। बेटी बचाओ अभियान के तहत जब डिंडोरी जिले में ष्डिंडोरी-की बेटीष् सम्मान देने के लिये बेटियों को तलाशा गया तब कलेक्टर श्री मदन कुमार को  नरबदिया आर्माे के बारे में जानकारी हासिल हुई। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों को सौंपी गई इस बिटिया को ष्डिंडोरी की बेटीष् अलंकरण से अलंकृत करने की।
18 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ो नरबदिया को सम्मानित करना था पर अपरिहार्य कारणों से उनकी अनुपस्थिति में पशुपालन एवम अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री अजय बिश्नोई  प्रभारी मंत्री श्री देवसिंह सैयाम, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवम राज्य सभा सदस्य सांसद श्री फ़ग्गन सिंह कुलस्ते, विधायक श्री ओमकार सिंह मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश धुर्वे, एड विवेक तनखा,आफ़िसर कमांड लखनऊ अनिल चौत एवम मध्य-भारत के आफ़िसर कमांड के साथ कलेक्टर श्री मदन कुमार, एस पी आर के अरूसिया, सीईओ श्री सोनी की उपस्थिति में अलंकृत किया गया।
(साभार: गिरीश बिल्लोरे एवम इंदीवर कटारे डिंडोरी)

दिलीप कुमार अस्वस्थ


दिलीप कुमार अस्वस्थ

(दीपक अग्रवाल)

मुंबई (साई)। बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार बुखार से पीड़ित हैं। पिछले दो दिनों से वे बुखार से ग्रसित हैं। डॉक्टरों के अनुसार मौसम में हुए बदलाव के कारण कुमार बुखार की चपेट में हैं। दिलीप कुमार ने ट्विटर पर लिखा, मौसम में बदलाव की वजह से पिछले दो दिन से मुझे बुखार है। मेरे चिकित्सक मुझे बाहर निकलने देने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें डर है कि इससे बुखार बढ़ सकता है।
दिलीप कुमार 11 दिसंबर को 90 साल के हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने अपने जन्मदिन के लिए कोई खास तैयारी नहीं करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय उन्होंने अपने दो घनिष्ठ मित्रों- फिल्म निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा और शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के निधन के कारण लिया है।
चोपड़ा का निधन 21 अक्टूबर को डेंगू से हो गया था, वहीं ठाकरे ने शनिवार को अंतिम सांस ली। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। दिलीप की पत्नी सायरा बानो के लिए ठाकरे की मौत की खबर पति को देना काफी मुश्किल वक्त था, क्योंकि दिलीप और ठाकरे के बीच कभी काफी घनिष्ठता थी।